शादी के नाम पर शोषण – IPC में है सख्त सजा का प्रावधान, जानिए
भारत का कानून महिलाओं को धोखा, शोषण और यौन उत्पीड़न से सुरक्षा देने के लिए मजबूत है. शादी का झूठा वादा करके संबंध बनाना कानून की नजर में अपराध है, और इसका सीधा असर व्यक्ति की आज़ादी, इज्जत और भावनाओं पर पड़ता है.
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Physical Relation on False Promise of Marriage: अगर कोई पुरुष किसी महिला से शादी का झूठा वादा करता है और इसी बहाने उससे शारीरिक संबंध बनाता है, तो इसे भारतीय कानून में एक गंभीर अपराध माना जाता है. यह सिर्फ नैतिक रूप से गलत नहीं है, बल्कि कानूनन बलात्कार (rape) की श्रेणी में आता है. इस तरह के मामलों में अदालत यह देखती है कि वादा जानबूझकर धोखा देने की नीयत से किया गया था या नहीं.
IPC की धारा 375 और 376 के तहत मामला दर्ज होता है
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 375 के तहत बलात्कार की परिभाषा दी गई है, और धारा 376 के तहत इसके लिए सज़ा का प्रावधान है. अगर यह साबित हो जाए कि पुरुष ने महिला को जानबूझकर गुमराह किया, यानी वह कभी शादी करना ही नहीं चाहता था लेकिन महिला को विश्वास दिलाकर शारीरिक संबंध बनाए, तो यह मामला बलात्कार के तहत दर्ज किया जा सकता है.
सज़ा क्या है?
कम से कम 7 साल की सजा
यह सजा 10 साल तक या उम्रकैद भी हो सकती है, साथ ही जुर्माना भी लगाया जा सकता है.
न्यायालय कैसे तय करता है मामला?
अदालत इस तरह के मामलों में यह देखती है कि:
1. क्या शादी का वादा सच्चे इरादे से किया गया था?
2. क्या दोनों के बीच सहमति से संबंध बने थे या महिला को धोखे में रखा गया?
3. क्या पुरुष का शुरू से ही शादी न करने का इरादा था?
4. अगर यह साबित हो जाए कि पुरुष ने केवल शारीरिक लाभ के लिए झूठे वादे किए, तो यह अपराध बनता है.
सहमति और धोखा – दोनों में फर्क जरूरी
अगर महिला ने संपर्क सिर्फ इसलिए किया क्योंकि उसे भरोसा दिलाया गया था कि शादी होगी, और बाद में पुरुष मुकर गया, तो यह धोखा माना जाएगा. लेकिन अगर दोनों सहमति से संबंध में थे और बाद में रिश्ता टूट गया, तो हर केस में यह अपराध नहीं माना जा सकता.
Supreme Court के कई फैसलों में भी यह साफ किया गया है कि अगर शादी का वादा सिर्फ बहलाने के लिए किया गया हो, तो वह बलात्कार के समान है .
पीड़िता क्या कर सकती है?
अगर किसी महिला के साथ ऐसा हुआ है, तो वह:
1. पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करवा सकती है
2. महिला हेल्पलाइन (जैसे 1091) से संपर्क कर सकती है
3. महिला आयोग या NGO से मदद ले सकती है
4. कानून आपकी रक्षा के लिए है
भारत का कानून महिलाओं को धोखा, शोषण और यौन उत्पीड़न से सुरक्षा देने के लिए मजबूत है. शादी का झूठा वादा करके संबंध बनाना कानून की नजर में अपराध है, और इसका सीधा असर व्यक्ति की आज़ादी, इज्जत और भावनाओं पर पड़ता है.
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