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6 की जगह 4 गोलगप्पे मिले तो छलका महिला का दर्द, फूट-फूटकर रोई, बीच सड़क दिया धरना बुलानी पड़ी पुलिस

गाड़ियों की लंबी कतार लग गई, लोगों की भीड़ जमा हो गई. देखा तो बीच सड़क एक महिला धरने पर बैठी थी वह लगातार रो रही थी और बस एक ही मांग कर रही थी कि, इस पानीपुरी वाले को यहां से हटाओ. वडोदरा का ये अनोखा मामला सुर्खियों में छाया हुआ है. आखिर क्यों देखें

नवाबों के कबाब हों या राजा महाराजाओं की राज कचौरी. खाने को लेकर दीवानगी महलों और दरबारों में ही नहीं बल्कि भारत के गली-मोहल्ले, सड़क और कोने-कोने में दिख जाएगी. आपने खाने को लेकर इसी जुनून की कई मिसालें देखी होंगी, लेकिन गुजरात के वडोदरा में एक महिला की कहानी जानकर तो दंग ही रह जाएंगे. महिला को पानीपुरी कम मिली तो वह धरने पर बैठ गई. 

वडोदरा के सूरसागर में एक महिला कम गोलगप्पे मिलने से इतनी आहत हो गई कि उसने बीच सड़क गांधीवादी तरीके से विरोध जताया. महिला के विरोध के चक्कर में ट्रैफिक थम गया, पुलिस ने भी माथा पकड़ लिया. 

क्या है पूरा मामला? 

दरअसल, हुआ यूं था कि, महिला को पानीपुरी वाले ने 20 रुपए के 6 गोलगप्पों की जगह 4 गोलगप्पे ही खिलाए. इससे महिला नाराज हो गई. उसने गोलगप्पे वाले से बाकी के 2 गोलगप्पे देने की जिद की, लेकिन वह नहीं माना. इससे निराश महिला बच्चों की तरह सड़क पर बैठकर धरना देने लगी. आहत महिला का दुख और दर्द सब बाहर आ गया और वह फूट-फूटकर रोने लगी. 

सड़क पर लगा जाम, बुलानी पड़ी पुलिस 

बीच सड़क महिला के विरोध के बाद वहां गाड़ियों की लंबी कतार लग गई. ट्रैफिक जाम हो गया लेकिन महिला टस से मस नहीं हुई. वह सड़क पर बैठकर रोते हुए गोलगप्पे वाले के खिलाफ विरोध जताती रही. इसके बाद लोगों ने पुलिस को जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को हटने के लिए कहा, हाथ जोड़े, रिक्वेस्ट की लेकिन महिला नहीं मानी. वह रोते हुए पुलिस से गोलगप्पे वाले को इलाके से हटाने की मांग पर अड़ी रही. महिला ने बताया, ‘यह पानीपुरी वाला सबको 6 पूरियां देता है, मुझे दो कम दी हैं. या तो मुझे दो और पूरियां दिलाओ या फिर उसकी दुकान यहां से हटवाओ. मेरे को बार हर बार पूरियां कम देता है. दादागिरी करता है. हर बार मेरे साथ झगड़ा करता है.’

बीच सड़क घंटो तक महिला का ड्रामा चलता रहा. आखिरकार कई कोशिशों के बाद पुलिस महिला को मनाने में कामयाब रही और अपने साथ ले गई. इस अनोखे विरोध की चर्चा वडोदरा शहर से लेकर सोशल मीडिया पर हो रही है. कोई इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा बता रहा है तो कोई कह रहा है ‘महिला है तो मुमकिन है’ तो किसी ने लिखा, गोलगप्पे में कॉम्प्रोमाइज नहीं हो सकता.

बीच सड़क घंटो तक महिला का ड्रामा चलता रहा. आखिरकार कई कोशिशों के बाद पुलिस महिला को मनाने में कामयाब रही और अपने साथ ले गई. इस अनोखे विरोध की चर्चा वडोदरा शहर से लेकर सोशल मीडिया पर हो रही है. कोई इसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा बता रहा है तो कोई कह रहा है ‘महिला है तो मुमकिन है’ तो किसी ने लिखा, गोलगप्पे में कॉम्प्रोमाइज नहीं हो सकता. 

महिला की शिकायत पर पानीपुरी वाले ने क्या कहा? 

वहीं, महिला का दिल तोड़ने के आरोप का सामना कर रहे पानीपुरी वाले का पक्ष भी सामने आया. पानीपुरी वाले ने मामले पर कहा, "मैं तो कई साल से ठेला लगा रहा हूं. ऐसा कभी नहीं हुआ. इस महिला को मैंने एक्स्ट्रा पानीपुरी दी थी, फिर भी वो दो कम देने का इल्जाम लगा रही है.

हालांकि हंगामे के बाद पानीपुरी वाले ने वहां से सामान समेट लिया लेकिन इस मामले ने वडोदरा को सुर्खियों में जरूर ला दिया. आप पानापुरी के लिए हुई जंग पर क्या कहेंगे कमेंट करके हमें जरूर बताएं

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