Advertisement

आ गया पहला ‘AI फोन’! बिना स्क्रीन टच किए इशारों पर चलेगा मोबाइल, वायरल हुआ वीडियो

AI Phones: “AI Phone” दिखाया है जो इंसान की तरह मोबाइल चला सकता है. ये फोन किसी भी ऐप को खुद खोल सकता है, स्क्रीन पढ़ सकता है, कमांड समझ सकता है और टास्क खुद पूरा कर सकता है.

Image Source: Social Media

First AI Phones: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई अब सिर्फ चैटबॉट या सवाल-जवाब तक सीमित नहीं रहा. TikTok की पैरेंट कंपनी ByteDance ने ऐसा “AI Phone” दिखाया है जो इंसान की तरह मोबाइल चला सकता है. ये फोन किसी भी ऐप को खुद खोल सकता है, स्क्रीन पढ़ सकता है, कमांड समझ सकता है और टास्क खुद पूरा कर सकता है. इसलिए कई लोग इसे कमाल भी मान रहे हैं और कुछ लोग इसे खतरनाक भी बता रहे हैं, क्योंकि इसमें मोबाइल को कंट्रोल करने की पूरी क्षमता मिल जाती है.

कैसे काम करता है ये नया एआई फोन?


ByteDance ने अपना खास एआई एजेंट Doubao बनाया है. यह एजेंट मोबाइल स्क्रीन को देख सकता है और उसी के आधार पर फैसला लेकर काम कर सकता है .बिल्कुल वैसे ही जैसे इंसान करते हैं, यह ऐप खोल सकता है, फूड ऑर्डर कर सकता है, टिकट बुक कर सकता है, मैसेज भेज सकता है या कॉल कर सकता है वो भी बिना आप मोबाइल छुए. बस एक वॉयस कमांड देने की जरूरत है और उसके बाद फोन खुद सब संभाल लेता है. यह फीचर अभी एक प्रोटोटाइप में है जिसे ZTE की Nubia ब्रांड के फोन में लगाया गया है. फोन एक कस्टम एंड्रॉयड सिस्टम पर चलता है और इसमें ByteDance का खुद का बड़ा एआई मॉडल Doubao शामिल है.


वीडियो हुआ वायरल, लोग हुए हैरान


एक बिजनेसमैन टेलर ओगन ने सोशल मीडिया पर इसका एक डेमो वीडियो शेयर किया. वीडियो में वह फोन को आवाज देकर काम बताते हैं और फोन खुद ही स्क्रीन पर नेविगेट करते हुए टास्क पूरा कर देता है जैसे कोई इंसान मोबाइल चला रहा हो. इस वीडियो के बाद यह एआई फोन तेजी से चर्चा में आ गया.
कई लोगों ने इस टेक्नोलॉजी को भविष्य का स्मार्टफोन बताया, जबकि कुछ लोगों को डर है कि अगर फोन खुद स्क्रीन पढ़ सकता है और हर जगह पहुंच सकता है तो प्राइवेसी का खतरा बढ़ सकता है.


कैसे अलग है यह Siri या Alexa से?


यह एआई फोन सामान्य वॉयस असिस्टेंट जैसे Siri, Alexa या Google Assistant से बिल्कुल अलग है.
वॉयस असिस्टेंट सिर्फ कुछ खास फीचर्स ही चला पाते हैं.
लेकिन एआई फोन पूरा मोबाइल कंट्रोल कर सकता है.
यह सिर्फ कमांड पर एक ऐप खोलने तक सीमित नहीं, बल्कि ऐप के अंदर भी आगे के सारे काम खुद कर लेता है.
यानी फोन ऐसे चलता है जैसे कोई इंसान हाथ में लेकर उसे चला रहा हो.

 

Advertisement

Advertisement

LIVE