महाराष्ट्र पुलिस का Microsoft संग करार, साइबर क्राइम के खिलाफ मिला हथियार, AI सिस्टम से लैस होंगे थाने
महाराष्ट्र सरकार ने दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर MahaCrimeOS AI को डेवलप किया है. जो साइबर अपराध के खिलाफ पुलिस का डिजिटल साथी बनेगा.
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साइबर क्राइम के खिलाफ महाराष्ट्र पुलिस को तकनीक का हथियार मिल गया है. साइबर अपराधियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से सबक सिखाया जाएगा. क्योंकि महाराष्ट्र पुलिस ने दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) के साथ हाथ मिला लिया है. माइक्रोसॉफ्ट ने पुलिस के साथ मिलकर एक खास तरह की तकनीक MahaCrimeOS AI को डेवलप किया है.
महाराष्ट्र के पुलिस थाने अब AI तकनीक से लैस होंगे. यहां AI संचालित इन्वेस्टिगेशन प्लेटफॉर्म MahaCrimeOS AI सभी 1100 पुलिस स्टेशन में लगेंगे. ये कदम साइबर क्राइम को रोकने में बेहद अहम साबित होगा. माइक्रोसॉफ्ट के CEO और चेयरमैन सत्य नडेला ने महाराष्ट्र में MahaCrimeOS AI का राज्य-व्यापी रोलआउट घोषित किया.
क्यों खास है ये AI सॉफ्टवेयर?
सत्य नडेला ने कहा, AI और डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर पर माइक्रोसॉफ्ट का काम अब जमीनी स्तर पर वास्तविक प्रभाव दिखा रहा है. MahaCrimeOS AI पहले ही नागपुर में सक्रिय है, जहां पुलिस अधिकारी कुछ ही मिनटों में साइबर क्राइम केस दर्ज कर पा रहे हैं. जिन जांचों में पहले मैन्युअल प्रक्रियाओं की वजह से महीनों लगते थे, उन्हें अब AI की मदद से काफी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है.
Glimpses from a day that laid foundation for the future of Maharashtra. From 'Microsoft AI Tour' to meetings with Satya Nadella of Microsoft, Ankur Gupta from Brookfield, and Vishal Talwar from FedEx; Maharashtra is moving towards becoming a global leader in AI, infrastructure,… pic.twitter.com/hfnG6Rk5Ss
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 13, 2025
सत्य नडेला ने कहा, 'हमारे लिए तकनीक का मतलब हमेशा लोगों और संगठनों को सशक्त बनाना रहा है. तकनीक हमें यह दोबा... दोबारा सोचने का मौका देती है कि हम क्या कर सकते हैं और कैसे नई सीमाओं तक पहुंच सकते हैं.'
कैसे काम करता है MahaCrimeOS AI?
MahaCrimeOS AI को माइक्रोसॉफ्ट फाउंड्री टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके एक सॉफ्टवेयर कंपनी CyberEye ने महाराष्ट्र सरकार के साथ मिलकर तैयार किया है. यह Azure OpenAI सर्विस पर चलता है और लिस अधिकारियों के लिए माइक्रोसॉफ्ट के AI 'कोपायलट' की तरह काम करता है. जिसकी मदद से पुलिस अपनी क्षमताओं को स्मार्टली बढ़ा सकती है. जो सुराग को ढूंढने से लेकर काम को ऑटोमेटिक भी बनाएगी.
MahaCrimeOS AI अधिकारियों को तुरंत केस बनाने, कई भाषाओं में महत्वपूर्ण जानकारी निकालने और संदर्भ के अनुसार कानूनी सलाह देने में मदद करता है. इसमें अधिकारी बैंक स्टेटमेंट और सोशल मीडिया स्क्रीनशॉट जैसे विभिन्न प्रकार के डिजिटल सबूत अपलोड कर सकते हैं. सबसे खास बात ये है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है. AI की मदद से सबूत इकट्ठा किए जाएंगे और फिर कुछ ही मिनटों में प्रोसेस करके फाइल कर सकते हैं. इससे मैन्युअल डेटा एंट्री का काम बहुत कम हो जाता है.
CM देवेंद्र फडणवीस ने दिया तकनीक पर जोर
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस देश के वास्तविक मूल्यों और तकनीक दोनों के साथ पर जोर दिया है. इसी कड़ी में उन्होंने AI को तकनीक का बड़ा विजन माना है. महाराष्ट्र के थानों तक AI पहुंचाने का मकसद उन्हें तकनीक रूप से सशक्त बनाने के साथ-साथ लोगों को साइबर क्राइम से बचाना और अपराधियों तक सीधी पहुंच को बढ़ाना है.
MahaCrimeOS AI को लेकर देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘जनता की भलाई के लिए नैतिक और जिम्मेदार AI, हमारा मूल मंत्र है. इसे बनाने के पीछे का विजन एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाना है, जो ग्लोबल डीप टेक्नोलॉजी लीडर्स के साथ साझेदारी करे.’ ये प्लेटफॉर्म पुलिस का डिजिटल साथी बनकर उभरेगा. जो पुलिस का समय बचाने के साथ साइबर क्राइम के खिलाफ लड़ने में उनकी मदद करेगा.
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