'भाषा के नाम पर गुंडागर्दी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं...', महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस की 'MNS' को सख्त चेतावनी
महाराष्ट्र में एक दुकानदार के साथ मराठी भाषा न बोलने को लेकर हुए मारपीट मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा है कि भविष्य में इस तरह की गुंडागर्दी कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि 'मराठी भाषा पर हमें गर्व होना चाहिए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि उसकी आड़ में गुंडागर्दी की जाए.'

महाराष्ट्र के ठाणे जिले में पिछले दिनों फूड स्टॉल के मालिक द्वारा मराठी भाषा में बात न करने पर MNS यानी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई मारपीट मामले पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बड़ा बयान सामने आया है. इस घटना पर महाराष्ट्र सीएम ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि प्रदेश में इस तरह की घटना कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. राज्य की भाषा का सम्मान व उस पर गर्व महसूस करना जरूरी है, लेकिन उसकी आड़ में गुंडागर्दी करना किसी भी लहजे में ठीक नहीं है.
'भविष्य में अगर ऐसा हुआ तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी '
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में कहा है कि 'अगर भविष्य में कोई भी इस तरह का भाषा विवाद खड़ा करता है, तो उस पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी.' उन्होंने आगे कहा कि 'मैं कई बार इस बात को लेकर आश्चर्यचकित होता हूं कि लोग अंग्रेजी को तो गले लगाते हैं, लेकिन हिंदी को लेकर विवाद खड़ा करते हैं. आखिर यह किस तरह की सोच है और कैसा व्यवहार है?'
'हम सारे लोग भारतीय हैं'
सीएम देवेंद्र फडणवीस ने यह भी कहा कि 'हम सभी लोग एक हैं और हम सभी भारतीय हैं. हमारा पहला अभिमान महाराष्ट्र पर होना चाहिए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि दूसरे राज्यों के प्रति कोई गुस्सा या उनके प्रति हमारी तरफ से कोई तिरस्कार हो.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि महाराष्ट्र के ठाणे जिले में मीरा रोड के पास फूड स्टाल चलाने वाले दुकानदार 48 वर्षीय बाबूलाल चौधरी के साथ महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के 7 कार्यकर्ताओं ने मराठी भाषा न बोलने को लेकर मारपीट की थी. दरअसल, मराठी भाषा न बोलने को लेकर जब दुकानदार ने कहा कि महाराष्ट्र में तो सभी भाषाएं बोली जाती हैं. इसके बाद आगबबूला हुए कार्यकर्ताओं ने थप्पड़ से उनकी पिटाई शुरू कर दी. यही नहीं कार्यकर्ताओं ने दुकानदार बाबूलाल को धमकी देते हुए यह भी कहा कि अगर अपनी दुकान चलानी है, तो यहां मराठी बोलना होगा. वरना इसकी इजाजत नहीं दी जाएगी.
MNS ने दिया था कार्यकर्ताओं का साथ
वहीं इस मारपीट मामले में घिरी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना पार्टी की तरफ से कहा गया है कि जब दुकानदार ने मराठी का अपमान किया, उसके बाद उनके कार्यकर्ताओं ने सख्ती दिखाई. वहीं पार्टी के एक और मंत्री ने भी कहा है कि अगर मराठी भाषा का कोई भी अपमान करेगा, तो उस पर कार्रवाई होगी.