यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सहित 50 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज, वाराणसी पुलिस ने इस मामले में लिया एक्शन
यूपी पुलिस ने गुरुवार को वाराणसी में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित 50 से ज्यादा कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया है. इनमें 10 लोग नामजद हैं.
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यूपी पुलिस ने वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र में अव्यवस्था फैलाने एवं रास्ता रोकने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है. इस मामले में यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय सहित कुल 50 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, इनमें 10 लोगों को नामजद किया गया है. सभी के खिलाफ कई अन्य धाराओं में कार्रवाई की गई है. इस मामले पर सिगरा थाना प्रभारी का भी बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने 50 से अधिक समर्थकों द्वारा नारेबाजी करने और अव्यस्था फैलाने की बात कही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने केस दर्ज होने के बाद मामले पर अपनी सफाई दी है.
क्या है पूरा मामला ?
वाराणसी के सिगरा थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया है कि 'कांग्रेस नेता अजय राय अपने 50 से अधिक समर्थकों के साथ गुरुवार को इंग्लिशिया लाइन से साजन चौराहे की तरफ नारेबाजी करते हुए बढ़ रहे थे. जिसकी वजह से आमजन को अव्यवस्था का सामना करना पड़ा. इनमें कई लोग ऐसे रहे, जो स्टेशन और बस स्टैंड जाने वाले रास्ते में ही फंसे रहें. जिसके चलते इन सभी पर कार्रवाई की गई है.'
इन धाराओं में दर्ज हुआ केस
बता दें कि विद्यापीठ पुलिस चौकी प्रभारी विकल शांडिल्य की तहरीर पर राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय सहित 10 नामजद और 40-50 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 285 (सार्वजनिक मार्ग में बाधा डालना), 326 (बी) (खतरनाक हथियार लेकर चलना), 126(2) (किसी को गलत तरीके से रोकना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
केस दर्ज होने के बाद क्या कहा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने?
यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने खुद पर और कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज होने के बाद कहा कि 'भाजपा सरकार पूरी तरह से डरी और घबराई हुई है. हम सभी गुरुवार को गड्ढों में उतर कर सरकार को सच्चाई दिखाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन सरकार ने इसी को लेकर मुकदमा करा दिया. उन्होंने कहा कि सावन में कांवड़ियों को काशी में गड्डों और मल-जल से गुजर कर बाबा विश्वनाथ के मंदिर में जाना पड़ रहा है, जहां दिखावा करने के लिए उनपर फूल बरसाया जा रहा है. शहर में हर तरफ सड़कें टूटी हुई हैं. शहर के चितरंजन पार्क में सरकारी शिविर लगाया गया है. वहां भी पानी, बिजली, सड़क की व्यवस्था नहीं है.'
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