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बिहार चुनाव से पहले RJD में लौटने के सवाल पर भड़के तेज प्रताप यादव, कहा- मैं मौत को चुनूंगा लेकिन...

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव से दो हफ़्ते पहले, जनशक्ति जनता दल के प्रमुख तेज प्रताप यादव ने आरजेडी में लौटने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि वे पार्टी में लौटने से बेहतर मौत को चुनेंगे. उन्होंने स्पष्ट किया कि वे सत्ता के भूखे नहीं हैं और उनके लिए सिद्धांत और आत्मसम्मान सबसे ऊपर है.

25 Oct, 2025
( Updated: 03 Dec, 2025
10:01 AM )
बिहार चुनाव से पहले RJD में लौटने के सवाल पर भड़के तेज प्रताप यादव, कहा- मैं मौत को चुनूंगा लेकिन...
Tej Pratap Yadav (File Photo)

Bihar Election 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए अब लगभग दो हफ़्ते का समय बचा है. इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प माना जा रहा है. एनडीए गठबंधन का सीधा मुकाबला विपक्षी इंडिया गठबंधन से है. वहीं, चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज और आरजेडी प्रमुख लालू यादव द्वारा परिवार और पार्टी से बाहर किए जाने के बाद तेजप्रताप यादव की पार्टी जनशक्ति जनता दल भी चुनावी मैदान में सक्रियता दिखा रही है. इस बीच तेजप्रताप यादव ने आरजेडी को लेकर अब तक का सबसे बड़ा बयान दिया है. 

मेरे लिए आत्मसम्मान सर्वोपरि: तेज प्रताप 

आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के मुखिया तेज प्रताप यादव ने ऐसा बयान दिया है, जिसने सियासी गलियारों में हलचल मचा दी है. दरअसल, न्यूज़ एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में तेज प्रताप ने कहा कि वे आरजेडी में लौटने से बेहतर मौत को चुनेंगे. उन्होंने साफ कहा कि वे सत्ता के भूखे नहीं हैं. उनके लिए सिद्धांत और आत्मसम्मान सबसे ऊपर है. जानकारी देते चलें कि कुछ महीनों पहले लालू प्रसाद यादव ने तेज प्रताप को पार्टी और परिवार से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था. यह कदम तब उठाया गया जब तेज प्रताप की कुछ तस्वीरें और पोस्ट सोशल मीडिया पर अनुष्का यादव के साथ सामने आई थीं. इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद लालू यादव ने उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में परिवार और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था.

जनता करेगी असली फैसला 

तेजस्वी यादव को महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किए जाने पर तेज प्रताप ने कहा कि राजनीति में घोषणाएं तो होती रहती हैं, लेकिन असली फैसला जनता करती है. सत्ता उसी को मिलती है, जिसे जनता का आशीर्वाद प्राप्त होता है. उन्होंने सत्तारूढ़ एनडीए पर भी निशाना साधा और कहा कि लोग अब भाजपा और आरएसएस की नापाक साजिशों में फंसने वाले नहीं हैं. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर पर बोलते हुए तेज प्रताप ने कहा कि वे एक व्यापारी हैं, जो संसाधन जुटाकर पार्टियों का प्रचार करते हैं. पहले भी वे यही काम करते थे और अब भी वही कर रहे हैं.

महुआ की जनता मेरे से खुश थी: तेज प्रताप 

महुआ सीट से अपने पुराने संबंधों पर तेज प्रताप ने कहा कि राजनीति में आने से पहले से ही वे इस क्षेत्र से जुड़े रहे हैं. उन्होंने बताया कि जब वे विधायक थे तब लोग खुश थे क्योंकि उनकी समस्याओं पर ध्यान दिया जाता था. अब वही लोग कहते हैं कि उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. उन्होंने मौजूदा विधायक और आरजेडी प्रत्याशी मुकेश रौशन को चुनौती के रूप में नहीं देखा, लेकिन यह जरूर कहा कि जनता के बीच उनकी पकड़ आज भी मजबूत है. 

तेजस्वी के साथ मेरा आशीर्वाद: तेज प्रताप 

इसके साथ ही उन्होंने नामांकन के दिन तेज प्रताप अपनी दादी की तस्वीर लेकर पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मेरे पिता को राजनीति में जो ऊंचाई मिली, उसमें दादी के आशीर्वाद का बड़ा हाथ रहा है. माता-पिता के आशीर्वाद को लेकर उन्होंने कहा कि काफी समय से बात नहीं हुई है, लेकिन मुझे यकीन है कि उनका आशीर्वाद मेरे साथ है. तेजस्वी के साथ रिश्तों पर बोलते हुए तेज प्रताप ने कहा कि वह मेरा छोटा भाई है और उस पर मेरा आशीर्वाद हमेशा रहेगा. मैं उस पर सुदर्शन चक्र नहीं चला सकता.

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बताते चलें कि बिहार की राजनीति में इस बयान के बाद नई हलचल मच गई है. तेज प्रताप का यह सख्त और भावनात्मक रुख बताता है कि वे इस बार चुनावी मैदान में किसी भी कीमत पर अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं. गौरतलब है कि बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए दो चरण में मतदान होने हैं. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का चुनाव 11 नवंबर को होगा जबकि वोटों की गिनती 14 नवंबर को होनी है. 

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