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दिल्ली में प्रचंड जीत के बाद एक्शन मोड में बीजेपी, विधायकों से मुलाकात कर सकते है प्रदेश अध्यक्ष

देश की राजधानी दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम काफी चौंकाने वाला रहा। दिल्ली की 70 सीटों में से 48 पर भाजपा ने परचम लहराया, जबकि 'आप' को 22 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।
दिल्ली में प्रचंड जीत के बाद एक्शन मोड में बीजेपी, विधायकों से मुलाकात कर सकते है प्रदेश अध्यक्ष
देश की राजधानी दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव का परिणाम काफी चौंकाने वाला रहा। दिल्ली की 70 सीटों में से 48 पर भाजपा ने परचम लहराया, जबकि 'आप' को 22 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जीते हुए विधायकों से मुलाकात करेंगे। 


विधायकों से मुलाक़ात करेंगे प्रदेश अध्यक्ष 

दिल्ली में बीजेपी की इस जीत के पीछे केंद्रीय नेतृत्व के साथ-साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सचदेवा की भूमिका की हार कोई प्रशंसा कर रहा है। इन सके बीच सूत्रों के हवाले से यह खबर सामने आ रही है कि रविवार की शाम बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सभी जीते हुए विधायकों से मिलेंगे। इस दौरान वह सभी को बधाई देंगे और सरकार बनाने को लेकर भी चर्चा की संभावना है। इससे पहले चुनावी नतीजे आने के बाद शनिवार शाम को भाजपा दफ्तर में पीएम मोदी, जेपी नड्डा, अमित शाह के साथ शपथग्रहण और दिल्ली में बनने वाली सरकार की रूपरेखा को लेकर चर्चा हुई थी। दिल्ली के राजनीतिक सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शपथ ग्रहण हो सकता है। यह शपथ ग्रहण समारोह भव्य होगा। इसमें एनडीए के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। इसके अलावा सभी एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी बुलाया जाएगा।


चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, 5 फरवरी को हुए मतदान में भाजपा को 45.56 प्रतिशत और आप को 43.57 प्रतिशत वोट मिले। हालांकि, सीटों के मामले में 48 का आंकड़ा हासिल कर भाजपा काफी आगे निकल गई। वहीं, विधानसभा की 70 सीटों में से 'आप' के खाते में 22 सीटें आईं। बता दें कि भाजपा ने 48 सीटों पर जीत दर्ज की है। इनमें से 4 अनुसूचित जाति (एससी) और 16 अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) उम्मीदवार भी शामिल हैं। दिल्ली के सीमावर्ती क्षेत्रों में भी भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया। कुल 22 ऐसी सीटें हैं, जिसकी सीमा हरियाणा और यूपी से लगी हैं और जहां हरियाणा और यूपी के लोगों का प्रभाव है, उनमें से 15 सीटें भाजपा के खाते में गई हैं।
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