बिहार चुनाव की तस्वीर हुई साफ, पहले चरण में 1,314 उम्मीदवार मैदान में, जानें कहां सबसे ज्यादा फाइट
बिहार चुनाव के पहले चरण में कुल 1,314 उम्मीदवार मैदान में हैं. इस चरण में विभिन्न सीटों पर तीव्र मुकाबला देखने को मिलेगा. चुनाव की तस्वीर साफ होती जा रही है और जानने योग्य है कि किन क्षेत्रों में सबसे ज्यादा फाइट और संघर्ष है.
Follow Us:
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन वापसी की प्रक्रिया सोमवार को समाप्त हो गई. यह चरण 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों के लिए है, जिसमें 1,314 उम्मीदवार अब चुनावी मैदान में हैं. नामांकन प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू हुई थी और 17 अक्टूबर को खत्म हुई. 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच हुई, और 20 अक्टूबर तक उम्मीदवारों को नाम वापस लेने का मौका मिला. कुल 1,690 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था, जिनमें से 1,375 के नामांकन वैध पाए गए. 61 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया, जिससे अंतिम संख्या 1,314 रह गई. यह चरण बिहार के चुनावी माहौल को गर्म करने वाला है, और मतदाताओं में उत्साह देखा जा रहा है
नामांकन की पूरी प्रक्रिया
नामांकन प्रक्रिया 10 अक्टूबर से शुरू हुई और 17 अक्टूबर तक चली. 18 अक्टूबर को निर्वाचन अधिकारियों ने सभी नामांकन पत्रों की बारीकी से जांच की. इस दौरान 315 नामांकन अमान्य पाए गए. इसके बाद, 20 अक्टूबर तक उम्मीदवारों को नाम वापस लेने का समय दिया गया. कुल 61 उम्मीदवारों ने इस मौके का फायदा उठाया. अब 1,314 उम्मीदवार पहले चरण में अपनी किस्मत आजमाएंगे. निर्वाचन आयोग ने प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित रखने के लिए सख्त नियम लागू किए.
18 जिले, 121 सीटें
पहला चरण 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों को कवर करता है. इनमें पटना, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, नालंदा, बक्सर, मधेपुरा, खगड़िया, मुंगेर, सहरसा, सारण, शेखपुरा और भोजपुर शामिल हैं. सबसे ज्यादा उम्मीदवार कुढ़नी और मुजफ्फरपुर सीटों पर हैं, जहां 20-20 उम्मीदवार मैदान में हैं. वहीं, भोरे, अलौली और परबत्ता में केवल 5-5 उम्मीदवार बचे हैं. यह विविधता दर्शाती है कि कुछ सीटों पर मुकाबला बेहद कड़ा होगा, जबकि कुछ पर कम.
जिलेवार नामांकन वापसी
नाम वापसी के मामले में पटना जिला सबसे आगे रहा, जहां 9 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस लिए. इसके बाद दरभंगा में 8, बेगूसराय में 7 और गोपालगंज में 6 उम्मीदवारों ने ऐसा किया. वैशाली में 5, मुजफ्फरपुर में 4, और सीवान, समस्तीपुर, नालंदा व बक्सर में 3-3 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया. मधेपुरा, खगड़िया और मुंगेर में 2-2, जबकि सहरसा, सारण, शेखपुरा और भोजपुर में 1-1 उम्मीदवार ने नामांकन वापस लिया. यह आंकड़ा दिखाता है कि कुछ जिलों में उम्मीदवारों ने रणनीति के तहत नाम वापस लिए.
149 उम्मीदवार, पालीगंज में सबसे ज्यादा
पटना जिले की 14 विधानसभा सीटों पर कुल 149 उम्मीदवार मैदान में हैं. यहां 9 उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लिया. पालीगंज सीट पर सबसे ज्यादा 14 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जो इस जिले में कड़े मुकाबले का संकेत देता है. पटना जिला हमेशा से बिहार की सियासत का केंद्र रहा है, और इस बार भी यह चर्चा में है.
भागलपुर में 102 उम्मीदवार
भागलपुर जिले की 7 विधानसभा सीटों के लिए 102 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया. नाथनगर सीट पर सबसे ज्यादा 21 उम्मीदवार मैदान में हैं, जो इस क्षेत्र में तगड़े मुकाबले की ओर इशारा करता है. भागलपुर में मतदाताओं की नजर उन मुद्दों पर है, जो स्थानीय स्तर पर अहम हैं.
मतदान और मतगणना की तारीखें
प्रथम चरण का मतदान 6 नवंबर 2025 को होगा. दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा, और सभी चरणों की मतगणना 14 नवंबर को होगी. निर्वाचन आयोग ने मतदान को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं. मतदाताओं में उत्साह है, और उम्मीदवार जोर-शोर से प्रचार में जुट गए हैं.
कड़ा मुकाबला और मतदाता जागरूकता
यह भी पढ़ें
पहले चरण के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. उम्मीदवारों ने प्रचार तेज कर दिया है, और मतदाता अपने मुद्दों को लेकर जागरूक हैं. निर्वाचन आयोग ने लोगों से अधिक से अधिक वोट डालने की अपील की है. यह चरण बिहार की नई सरकार के गठन की दिशा तय करेगा.
टिप्पणियाँ 0
कृपया Google से लॉग इन करें टिप्पणी पोस्ट करने के लिए
Google से लॉग इन करें