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बिहार चुनाव को लेकर पटना में सरगर्मी तेज, CM नीतीश के आवास के बाहर धरने पर बैठे JDU MLA गोपाल मंडल

बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और एनडीए में सीट बंटवारे का फॉर्मूला भी निकल चुका है. लेकिन, अब मौजूदा विधायकों को अपने टिकट कटने का डर सताने लगा है. इन्हीं सब आशंकाओं के बीच JDU विधायक गोपाल मंडल मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार से मिलने उनके आवास के बार पहुंच गए. इस दौरान जब सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका तो वे धरने पर बैठ गए. वो जिद पर अड़ गए हैं कि वो बिना सीएम नीतीश से मिले नहीं जाएंगे.

Created By: केशव झा
14 Oct, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
05:21 PM )
बिहार चुनाव को लेकर पटना में सरगर्मी तेज, CM नीतीश के आवास के बाहर धरने पर बैठे JDU MLA गोपाल मंडल

अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले भागलपुर से जेडीयू विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर अपने एक एक्शन को लेकर चर्चाओं में हैं. बिहार में चुनावी माहौल के बीच उन्होंने कुछ ऐसा किया है जिसकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं. हालांकि इस बार मामला थोड़ा गंभीर है. NDA में सीट शेयरिंग के बाद जल्द उम्मीदवारों और सीटों का ऐलान कर दिया जाएगा. इसी बीच शायद गोपाल मंडल को अंदेशा लग गया है कि उनका पत्ता कट सकता है.

सीएम आवास के बाहर धरने पर बैठे गोपाल मंडल

आपको बताएं कि गोपाल मंडल पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 1 अणे मार्ग स्थित आवास के बाहर धरने पर बैठ गए हैं. कहा जा रहा है कि इस बार जदयू भागलपुर के गोपालपुर से विधायक गोपाल मंडल का टिकट काट सकती है. ऐसे में वो अनशन मोड में आ गए हैं. वो टिकट की जिद और सीएम से मुलाकात की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं. वो यहां लगातार कह रहे हैं कि उन्हें सीएम नीतीश कुमार से मिलना है, हालांकि समाचार लिखे जाने तक उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से नहीं हो पाई है. 

टिकट कटने का सता रहा डर

आपको बताएं कि जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से विधायक गोपाल मंडल ने बताया कि वे सीएम नीतीश कुमार से मिलने और टिकट मांगने के लिए उनके आवास पर पहुंचे. लेकिन, सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक लिया. इसके बाद वे धरने पर बैठ गए. उन्होंने कहा कि वे पार्टी के सच्चे कार्यकर्ता हैं और वर्षों से नीतीश कुमार ही उनके नेता रहे हैं, इसलिए वे उनसे मिलने के लिए आए हैं. लेकिन, उन्हें मिलने नहीं दिया जा रहा है.

सुबह से मुख्यमंत्री आवास के बाहर बैठे गोपाल मंडल

मीडिया से बातचीत के दौरान जदयू विधायक ने कहा कि मैं सुबह 8:30 बजे से यहां इंतजार कर रहा हूं. जब तक मुझे मुख्यमंत्री से मिलकर टिकट का भरोसा नहीं मिल जाता, मैं यहीं रहूंगा. उन्होंने जदयू के कुछ वरिष्ठ नेताओं पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, "कुछ नेता मेरे टिकट को काटने की कोशिश कर रहे हैं और मेरे विरोधी दूसरे उम्मीदवार को टिकट देने की पैरवी कर रहे हैं. मैंने हमेशा नीतीश कुमार को अपना नेता माना है और मुझे विश्वास है कि वे मेरे साथ न्याय करेंगे.

मंडल ने कहा कि वे यहां से नहीं उठेंगे, भले ही उन पर लाठी चार्ज हो जाए. बता दें कि विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और जदयू बराबर सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. जदयू पार्टी के सूत्रों के अनुसार, इस बार कुछ सिटिंग विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरों को मैदान में उतारा जाएगा.

हालांकि, जदयू विधायक ने अभी यह खुलकर बात नहीं की है कि अगर उन्हें टिकट जदयू से नहीं मिलता है तो वह अगला कदम क्या उठाएंगे. क्या वे निर्दलीय मैदान में जाएंगे या फिर इंडिया ब्लॉक में शामिल होकर चुनाव लड़ेंगे.

NDA में हुआ सीट बंटवारे का ऐलान

आपको बता दें कि सीट बंटवारे पर आधिकारिक ऐलान के अनुसार बीजेपी और जेडीयू दोनों को 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ेंगीं. वहीं चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 29 सीटें दी गई हैं, जबकि उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक जनता पार्टी (RLM) और जीतन राम मांझी की हम (HAM) के खाते में 6-6 सीटें गई हैं.

वहीं बीते दिनों सूत्रों के हवाले से संभावित जेडीयू कैंडिडेट्स की भी लिस्ट सामने आई. इसके तहत  सीएम नीतीश कुमार की पार्टी ने करीब 31 से ज्यादा सीटों पर अपने कैंडिडेट्स के नाम फाइनल किए थे. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई थी कि ये ही उम्मीदवार आखिरी तक रहेंगे या नहीं. इसमें कई मौजूदा विधायक, कुछ नए चेहरे और कई बड़े नेताओं के परिवार से आने वाले नेता शामिल हैं. वहीं कहा जा रहा है कि जेडीयू इस बार कई विधायकों के टिकट काटने भी जा रही है. वहीं महिला उम्मीदवारों पर फोकस किया जाएगा, जो पार्टी के कोर वोटर हैं. 

जेडीयू का ‘ग्राउंड कनेक्शन’ और ‘विनिंग फैक्टर’ पर जोर

जहां तक पार्टी की टिकट देने की रणनीति की बात है तो वो है ‘ग्राउंड कनेक्शन’ और ‘विनिंग फैक्टर’. इसके अवाला सूची में कई बड़े नामों के अलावा युवा चेहरों को भी मौका दिया जा रहा है. लोकसभा चुनाव के उलट इसबार जेडीयू बड़े भाई की भूमिका में नजर आ सकती है. बीजेपी की तुलना में वो इस बारा ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. 

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जेडीयू सूत्रों की मानें तो पार्टी उम्मीदवारों की आधिकारिक घोषणा चरणबद्ध तरीके से करेगी. देखें पार्टी के संभावति उम्मीदवारों की लिस्ट! 

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