Advertisement

GT vs KKR Match Preview: महामुकाबले में कोलकाता के गेंदबाजों के सामने गुजरात के बल्लेबाज़ों की चुनौती

इस मैच में दो ऐसी टीमें आमने-सामने होंगी जिनकी ओपनिंग जोड़ियां एक-दूसरे से बिल्कुल अलग अंदाज में खेलती हैं. केकेआर के पास सुनील नारायण और क्विंटन डी कॉक की विस्फोटक ओपनिंग जोड़ी है, जो पहली ही गेंद से आक्रामक बल्लेबाजी करती है. वहीं जीटी के शुभमन गिल और साई सुदर्शन शुरुआत में संभलकर खेलते हैं और बाद में आक्रमण करते हैं.

Created By: NMF News
20 Apr, 2025
( Updated: 21 Apr, 2025
05:07 PM )
GT vs KKR Match Preview: महामुकाबले में कोलकाता के गेंदबाजों के सामने गुजरात के बल्लेबाज़ों की चुनौती
आईपीएल 2025 के 39वें मुक़ाबले में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और गुजरात टाइटंस (जीटी) की भिड़ंत होने वाली है. केकेआर ने अपना पिछला मैच घर से बाहर गंवाया था, जब वे 112 के लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाए थे. जीटी ने घर में खेले पिछले मैच में 200 से अधिक के लक्ष्य का पीछा दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ किया था. सात में से पांच मैच जीतकर जीटी अंक तालिका में पहले स्थान पर है. सात में से केवल तीन मैच जीत सकी केकेआर अभी छठे स्थान पर है.आइए जानते हैं इस मैच में आंकड़ों के लिहाज से क्या अहम रहने वाला है. 

विपरीत ओपनिंग जोड़ियों की जंग

इस मैच में दो ऐसी टीमें आमने-सामने होंगी जिनकी ओपनिंग जोड़ियां एक-दूसरे से बिल्कुल अलग अंदाज में खेलती हैं. केकेआर के पास सुनील नारायण और क्विंटन डी कॉक की विस्फोटक ओपनिंग जोड़ी है, जो पहली ही गेंद से आक्रामक बल्लेबाजी करती है. वहीं जीटी के शुभमन गिल और साई सुदर्शन शुरुआत में संभलकर खेलते हैं और बाद में आक्रमण करते हैं.

इस सीजन में गिल-सुदर्शन की जोड़ी अपने प्रतिद्वंदी ओपनर्स की तुलना में कहीं बेहतर प्रदर्शन कर रही है. गिल और सुदर्शन की जोड़ी ने सात पारियों में 47.7 की औसत और 147 की स्ट्राइक रेट से 334 रन जोड़े हैं. दोनों के बीच दो अर्धशतकीय और एक शतकीय साझेदारी हो चुकी है. केकेआर की ओपनिंग जोड़ी अभी तक इस सीजन में एक भी 50 रनों की साझेदारी दर्ज नहीं कर पाई है. दरअसल, वे इस सीजन में कम से कम पांच मैच खेलने वाली सभी ओपनिंग जोड़ियों में सबसे कम औसतन 20 से भी कम रन प्रति पारी जोड़ने वाली इकलौती जोड़ी हैं.

बेहतरीन स्पिनर्स का दिखेगा जलवा

आईपीएल 2025 में स्पिनरों का जलवा देखने को मिला है, और इस मामले में केकेआर ने सबसे ज्यादा प्रभाव डाला है. केकेआर के स्पिनरों ने अब तक 20 विकेट चटकाए हैं और उनका इकॉनमी रेट 6.5 रहा है. उनका स्ट्राइक रेट भी 16.8 है. इकॉनमी और स्ट्राइक रेट में वे लीग का सबसे असरदार स्पिन अटैक हैं. दूसरी ओर, जीटी के स्पिनर्स ने 16 विकेट लिए हैं, लेकिन उनका इकॉनमी रेट 9.0 और स्ट्राइक रेट 28.6 रहा है, जो केकेआर की तुलना में काफी कमजोर है.

इस सीजन में अब तक के सबसे बेहतरीन स्पिन इकॉनमी रेट की बात करें तो केकेआर (6.5) के बाद दिल्ली कैपिटल्स (डीसी) का 8.3 और चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) का 8.4 का इकॉनमी रेट रहा है.

इस मुकाबले में शामिल स्पिनर्स के आंकड़ों की बात करें तो वरुण चक्रवर्ती ने 6.2 की इकॉनमी और 10 विकेट के साथ शानदार प्रदर्शन किया है, जबकि नारायण ने सात विकेट लेकर 7.3 की इकॉनमी से रन खर्च किए हैं. जीटी की ओर से साई किशोर ने सबसे ज्यादा 11 विकेट लिए हैं और उनका इकॉनमी रेट 8.5 रहा है, जबकि अनुभवी राशिद खान इस सीजन में थोड़े महंगे साबित हुए हैं. उन्होंने 9.7 की इकॉनमी से सिर्फ चार विकेट लिए हैं.

दोनों टीमों के लिए अहम होंगे घरेलू तेज गेंदबाज़

इस सीजन दोनों ही टीमों को अपने घरेलू तेज गेंदबाजों से महत्वपूर्ण योगदान मिला है. जीटी के लिए मोहम्मद सिराज ने नई गेंद से शानदार प्रदर्शन किया है और लगातार शुरुआत में विकेट निकाले हैं. हालांकि, अब तक उनके सबसे बेहतरीन गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा रहे हैं, जो इस सीजन में अब तक 14 विकेट लेकर लीग में सबसे आगे हैं.

वहीं, केकेआर की ओर से नई गेंद के साथ वैभव अरोड़ा की शुरुआत शानदार रही है. खास तौर पर बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ उनका प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा है और पावरप्ले में वह बल्लेबाजों पर अंकुश लगाते हैं. केकेआर के पास हर्षित राणा भी हैं, जो जब भी जरूरत पड़ी, टीम को विकेट दिलाकर मैच में वापसी कराते हैं. वह इस सीजन में केकेआर के अग्रणी विकेट टेकर हैं.

बीच के ओवरों में सबसे अधिक संघर्ष करती है KKR

इस सीजन केकेआर ने सबसे ज्यादा डॉट गेंदें खेली हैं. उन्होंने कुल 42% डॉट बॉल खेली हैं जिसमें पावरप्ले में 50% और मिडल ओवर्स (7-16) में 39.2% डॉट बॉल्स शामिल हैं. स्ट्राइक रोटेट न कर पाने की यह कमी लगातार दबाव बनाती है, जिसके चलते केकेआर ने मिडल ओवर्स में लीग में सबसे ज्यादा 28 विकेट भी गंवाए हैं. यह स्ट्राइक रोटेशन की समस्या केकेआर की बल्लेबाजी की एक प्रमुख चिंता बनी हुई है. टीम के मिडल ऑर्डर को लय में आना होगा ताकि पारी के बीच के ओवरों में भी रनगति बरकरार रखी जा सके और विकेटों का पतन रोका जा सके.

LIVE
Advertisement
अधिक
अकेला मुसलमान जिसने मुल्ला-मौलवियों की नींद हराम कर दी, बन गए मोदी के ‘संदेशवाहक’? Qari Abrar Jamal
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स श्रेणियाँ होम राज्य खोजें