सुप्रिया श्रीनेत को पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के भाई ने दिखाया आईना, बोले- नरसिम्हा राव को कांग्रेस ने नहीं दी दो गज ज़मीन’
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन के बाद उनके स्मारक की माँग को लेकर कांग्रेस ने हल्ला बोल दिया है। सुप्रिया श्रीनेत ने भी बीजेपी पर सवाल उठाए हैं. ऐसे में पूर्व पीएम नरसिम्हा राव के भाई ने कांग्रेस को जवाब दिया तंज कसते हुए कहा- कांग्रेस को 20 साल पीछे देखना चाहिए कि उन्होंने अपने नेता पीवी नरसिम्हा राव को कितना सम्मान दिया. यहाँ तक की सोनिया गांधी भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुई
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26 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हुआ। अभी तक सब उनके कार्यकाल को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि ही दे रहे है। लेकिन कांग्रेस ने अपनी गंदी राजनीति शुरू कर एक नई जंग छेड़ दी है। मनमोहन सिंह के स्मारक की मांग को लेकर कांग्रेसी इस कदर भिड़े की बीजेपी को आईना दिखाना ही पड़ गया। खैर राहुल गांधी से लेकर खड़गे तक स्मारक के लिए लड़ रहे हैं। तो कांग्रेस की बड़बोली प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत कैसे चुप बैठ सकती हैं। मेडम साहिबा तुरंत मैदान में आई। बिना कुछ जाने।बिना कुछ समझे मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर बीजेपी के ख़िलाफ़ रोना रोने बैठ गई। सुप्रिया श्रीनेत ने पहले तो ट्वीटर पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट लिखकर अपने मन की भड़ास निकाली। यहां भी मन नहीं भरा तो। फिर वीडियो जारी कर बीजेपी को कोसने बैठ गई।
इतना हल्ला कांग्रेसी तब मचा रहे हैं। जब मनमोहन सिंह के सम्मान में राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक। अमित शाह से लेकर राजनाथ सिंह तक तमाम बीजेपी के दिग्गज ने उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए। और तो और मोदी सरकार की तरफ़ से मनमोहन सिंह का स्मारक बनाने का ऐलान भी कर दिया गया। लेकिन कांग्रेसी मोदी सरकार की बात से इसलिए सहमत नहीं है क्योंकि उन्हें स्मारक के लिए अपनी मनमानी जगह चाहिए। क्योंकि राजनीति भी तो करनी है। यही वजह है कि एक एक कर कांग्रेसी मैदान में आ रहे हैं। मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर अपमान का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन बीजेपी को ज्ञान का पाठ पढ़ाने वाली सुप्रिया श्रीनेत शायद इतिहास के पन्ने पढ़ना भूल गई। वो वक़्त भूल गई जब मनमोहन सिंह को सबसे ज़्यादा कांग्रेस ने ही अपमानित किया। आरोप लगते रहे है कि यूपीए के कार्यकाल में प्रधानमंत्री बेशक मनमोहन सिंह थे। लेकिन पर्दे के पीछे से सरकार चलाती थी सोनिया गांधी। गांधी परिवार से उपर उठकर मनमोहन सिंह कोई फ़ैसला नहीं ले सकते थे। और ये कांग्रेस आज मनमोहन सिंह के निधन पर सबसे ज़्यादा रोना रो रही है। मनमोहन का स्मारक तो कांग्रेस को चाहिए। लेकिन पीवी नरसिम्हा राव के स्मारक के नाम पर कांग्रेसियों की बोलती बंद हो जाती है। क्योंकि उनके निधन का दौर याद दिलाएँगे तो कांग्रेसी मुँह छुपाने बैठ जाएँगे। क्यों क्योंकि उनके स्मारक की बात तो दूर। उनके अंतिम संस्कार तक के लिए कांग्रेस ने दिल्ली में दो गज जगह तक नहीं दी थी। ख़ुद इस बात का खुलासा किया है नरसिम्हा राव के भाईं।
नरसिम्हा राव के भाई से पहले पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी तक कांग्रेस को आईना दिखा चुकी है। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने तो आरोप तक लगा दिया था। कि जो कांग्रेस सियासी कार्ड के लिए अब मनमोहन सिंह के स्मारक की बात कर रहे हैं। उन्होंने प्रणब मुखर्जी का बिलकुल सम्मान नहीं किया। ना तो उनके लिए शोक सभा तक रखी गई।और ना ही स्मारक बनाने के लिए आवाज़ उठाई गई। और आज सियासी रोटियाँ सेकने के लिए इस कांग्रेस दिखावा कर रही है। कांग्रेस को जैसे ही इतिहास का पाठ पढ़ाया गया।एक झटके में कांग्रेसियों की बोलती बंद हो गई।
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