चुनाव टालने के लिए यूनुस ने ही कराई उस्मान हादी की हत्या, भाई उमर का बड़ा आरोप, खुली एंटी इंडिया कैंपेन की पोल
Bangladesh News: अपनी ही लगाई आग में झुलसने वाले हैं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस. भारत को फंसाने चले थे, खुद फंस गए. उस्मान हादी के भाई ने आरोप लगाया है कि चुनाव टालने के लिए छात्र नेता हादी की हत्या कराई गई. भाई ने एंटी इंडिया कैंपेन की पोल खोल दी है.
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बांग्लादेश में बीते दिनों कट्टरपंथी इकबाल मंच के प्रवक्ता शरीफ उस्मान बिन हादी की हत्या कर दी गई. जुमे की नामज के बाद मस्जिद से निकले के बाद दो बाइक सवार अज्ञात अपराधियों ने हादी के सिर में गोली मारी, जिस कारण उसकी सिंगापुर में इलाज के दौरान मौत हो गई. इसके बाद बांग्लादेश जल उठा. हिंसा का एक दौर शुरू हो गया. दुकानें जला दी गईं, लूट मची, तोड़फोड़ की गई. मीडिया हाउस और अवामी लीग के दफ्तर को आग लगा दी गई. लोगों की जानें भी गईं.
इस दौरान बेहद सुनियोजित तरीके से आरोप भारत पर लगा दिया गया. ये कहा गया कि दिल्ली ने हादी की किलिंग करवाई है क्योंकि वो भारत विरोधी नारे लगा रहा था और ग्रेटर बांग्लादेश का नारा दे रहा था, जिसके तहत सेवन सिस्टर स्टेट को काटने की बात की जा रही थी, मैप भी जारी किया जा रहा था. हालांकि अब सारे प्रोपेगेंडा की पोल खुल गई है.
भारत विरोधी कैंपेन की पोल खोली है उस्मान हादी के ही भाई ने. एक पीसी के दौरान हादी के भाई ने एंटी इंडिया कैंपेन की हवा निकालते हुए कट्टरपंथियों, जिहादियों, पाकिस्तान और खुद मोहम्मद यूनुस के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. दरअसल हादी के भाई ने मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को इस हत्या के लिए ज़िम्मेदार ठहराया है. आम लोगों की मौजूदगी में उन्होंने सरेआम कहा कि चूंकि यह हत्या यूनुस सरकार के दौर में हुई, इसलिए प्रशासन जवाबदेही से नहीं बच सकता.
उस्मान हादी की हत्या का आरोप यूनुस पर!
बांग्लादेश के छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. बांग्लादेशी मीडिया द डेली स्टार के मुताबिक, शरीफ उमर हादी ने ढाका के शाहबाग स्थित नेशनल म्यूजियम के सामने इंकलाब मंचो द्वारा आयोजित "शाहिदी शोपोथ” कार्यक्रम में भाषण देते हुए आरोप लगाया, “आपने उस्मान हादी की हत्या करवाई और अब आप इसे मुद्दा बनाकर चुनाव को विफल करने की कोशिश कर रहे हैं."
बांग्लादेशी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक इसी हत्या के बाद ढाका में राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप, विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए. हालांकि यूनुस सरकार ने मामले की जांच को फास्ट-ट्रैक करने का आश्वासन दिया है.
मोहम्मद यूनुस ने कराई उस्मान हादी की हत्या?
अज्ञात हमलावर की गोली से मारे गए उस्मान हादी के भाई ने कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को इस हत्या की जिम्मेदारी लेनी होगी और उन्हें सुरक्षा देने में नाकाम रहने के लिए अंततः कटघरे में खड़ा होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यूनुस सरकार इस हत्या की जिम्मेदारी से बच नहीं सकती. हादी के भाई उमर हादी ने आगे कहा कि चूंकि यह हत्या उस वक्त हुई जब मौजूदा प्रशासन के हाथ में सत्ता थी, इसलिए वह जवाबदेही से नहीं बच सकता और उसे मुकदमे का सामना करना होगा, चाहे वह अभी हो या दस साल बाद. उन्होंने यह भी दावा किया कि हत्या के बाद आम चुनावों को बाधित करने की कोशिशें की जा रही हैं.
चुनाव टालने के लिए हुई उस्मान हादी की हत्या?
उमर हादी ने आगे आरोप लगाया कि अधिकारी इस हत्या और हालिया घटनाक्रम का इस्तेमाल चुनाव प्रक्रिया को 'सबोटाज' यानी कि टालने के लिए कर रहे हैं, लेकिन यह कोशिश सफल नहीं होगी. उन्होंने कहा कि उस्मान हादी फरवरी में चुनाव कराने पर जोर दे रहे थे और जमीनी स्तर पर इसकी तैयारी कर रहे थे, लेकिन उनकी हत्या का मकसद उसी प्रक्रिया को पटरी से उतारना था.
आपको बता दें कि उमर हादी और उस्मान हादी के परिवार के ये आरोप बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और आवामी लीग के उन दावों से मेल खाते हैं, जिसमें उन्होंने बांग्लादेश में बढ़ती हिंसा के लिए अंतरिम सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. हसीना लगातार दावा कर रही हैं कि यूनुस सरकार के उकसावे के कारण स्थिति बद से बदतर हो गई है.
शेख हसीना ने लगाया यूनुस सरकार पर आरोप!
बीते दिन समाचार एजेंसी ANI को दिए एक ईमेल इंटरव्यू में शेख हसीना ने कहा कि यह हत्या मौजूदा अंतरिम सरकार में कानून-व्यवस्था के पूरी तरह चरमरा जाने को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि, “यह दुखद हत्या उस अराजकता को दर्शाती है, जिसने मेरी सरकार को उखाड़ फेंका और अब यूनुस शासन में यह कई गुना बढ़ गई है. हिंसा अब सामान्य हो गई है, जबकि अंतरिम सरकार या तो इसे नकारती है या इसे रोकने में असहाय है. ऐसी घटनाएं न केवल बांग्लादेश को अंदरूनी तौर पर अस्थिर करती हैं, बल्कि पड़ोसी देशों के साथ हमारे रिश्तों को भी प्रभावित करती हैं, जो जायज़ चिंता के साथ सब कुछ देख रहे हैं. भारत इस अराजकता, अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न और उन सभी उपलब्धियों के क्षरण को देख रहा है, जिन्हें हमने मिलकर बनाया था. जब आप अपने देश के भीतर बुनियादी व्यवस्था भी कायम नहीं रख पाते, तो अंतरराष्ट्रीय मंच पर आपकी विश्वसनीयता खत्म हो जाती है. यही यूनुस के बांग्लादेश की हकीकत है.”
आंलदोलनकारियों का यूनुस को अल्टीमेटम!
आपको बता दें कि इंकलाब मंच ने उस्मान हादी की हत्या के विरोध में मंगलवार को ढाका के शाहबाग में रैली की. इससे पहले संगठन ने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी करते हुए दोषियों को सजा दिलाने की मांग की थी. संगठन ने मांग की है कि बांग्लादेश के 13वें राष्ट्रीय चुनाव और प्रस्तावित जनमत संग्रह से पहले अपने संयोजक के हत्यारों को न्याय के कटघरे में लाया जाए. आपको बता दें कि शेख हसीना को सत्ता से हटाने के बाद बांग्लादेश में पहली बार राष्ट्रीय चुनाव 12 फरवरी को होंगे.
स्पीडी ट्रायल ट्रिब्यूनल में हादी की हत्या का मामला
इस बीच बांग्लादेश के कानून सलाहकार आसिफ नज़रुल ने कहा कि इंक़िलाब मंचो के प्रवक्ता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के मामले को त्वरित न्याय सुनिश्चित करने के लिए स्पीडी ट्रायल ट्रिब्यूनल में भेजा जाएगा. डेली स्टार के मुताबिक, नज़रुल ने फेसबुक पोस्ट में कहा कि मुकदमा स्पीडी ट्रायल ट्रिब्यूनल एक्ट, 2002 के तहत चलाया जाएगा. उन्होंने बताया कि कानून की धारा 10 के तहत पुलिस द्वारा जांच रिपोर्ट सौंपे जाने के 90 दिनों के भीतर ट्रायल पूरा करना अनिवार्य है.
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