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कैसा था बंटवारे का दंश, युवाओं को बताएगी योगी सरकार, यूपी में 14 अगस्त को होगा 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' का आयोजन

यूपी की योगी सरकार प्रत्येक वर्ष की तरह इस बार भी प्रदेश के 75 जिलों में 'विभाजन विभीषिका' कार्यक्रम का आयोजन करेगी. 14 अगस्त को प्रदेश भर में होने वाले इस कार्यक्रम को 'त्रासदी दिवस' के रूप में मनाया जाएगा.

यूपी की योगी सरकार 14 अगस्त को हुए देश बंटवारे यानी के विभाजन को लेकर प्रदेश भर में खास कार्यक्रम की तैयारी कर रही है. इसको लेकर 75 जिलों में 'विभाजन विभीषिका' स्मृति दिवस का आयोजन किया जाएगा. सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं को विभाजन की त्रासदी के बारे में जानकारी देना है. योगी सरकार द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का एक और मकसद है कि विभाजन के दौरान विस्थापित हुए परिवार के दर्द को भी लोगों को बताया जा सके. 

14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाएगी योगी सरकार

बता दें कि यूपी की योगी सरकार स्वतंत्रता दिवस के पूर्व एक दिन 14 अगस्त को प्रदेश के 75 जिलों में अनेक सांस्कृतिक साहित्यिक व आध्यात्मिक योजना के जरिए देश के इतिहास व गाथा से परिचित कराएगी. इसमें विस्थापित परिवारों के लोगों का दर्द भी बताया जाएगा. 

संस्कृति विभाग की देखरेख में होंगे कई कार्यक्रम 

इस कार्यक्रम को संपन्न कराने की जिम्मेदारी संस्कृति विभाग को दी गई है. इसके अलावा सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया, उत्तर प्रदेश सिंधी सभा, उत्तर प्रदेश सिंधी एकेडमी, सनातनी पंजाबी महासभा समेत अनेक सामाजिक व गैर सरकारी संगठनों का भी सहयोग लिया जाएगा. बता दें कि अंग्रेजों से मिली आजादी के बाद भारत दो हिस्सों में बंट गया था. इनमें 14 अगस्त को हुए विभाजन में एक और मुल्क पाकिस्तान बना था. इसलिए योगी सरकार भारत के विभाजन के दौर में अपने परिवारजनों के प्राण न्यौछावर करने वाले किस्सों को मंच के जरिए लोगों के सामने प्रस्तुत करेगी. 

पिछले साल भी हुआ था इस कार्यक्रम का आयोजन

यह कार्यक्रम पिछले साल भी मनाया गया था. विभाजन विभीषिका के दौरान सरकार उन परिवारों के सदस्यों को भी आमंत्रित करेगी, जिन्होंने त्रासदी के दौरान अपने प्राण गंवाए थे. उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि भी दी जाएगी. 

अभिलेख प्रदर्शनी और फिल्म डॉक्यूमेंट्री के जरिए घटना की प्रस्तुति होगी

सरकार द्वारा 75 जिलों में हो रहे इस कार्यक्रम में चयनित स्थलों पर विभाजन विभीषिका से संबंधित अभिलेख प्रदर्शनी लगाई जाएगी. यहां तत्कालीन घटना की फोटो, अखबारों की कतरनें, साहित्य, राजकीय अभिलेख, विस्थापित परिवारों से जुड़ी हुई सुरक्षित की गई सामग्री और उस दौरान हुई घटनाओं से रूबरू कराया जाएगा. इसके अलावा भारत-पाकिस्तान विभाजन से जुड़ी कई फिल्में और डॉक्यूमेंट्री भी दिखाए जाएंगी. इस कार्यक्रम के लिए सभी जिलों के विद्यालयों, महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों के लिए इसका चयन किया गया है. 

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