PM Surya Ghar Yojana में सब्सिडी के लिए योगी सरकार ने मंजूर किए 500 करोड़, जानिए कैसे मिलेगा फायदा
Surya Ghar Yojana: डिस्कॉम और निजी एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाकर इंस्टॉलेशन प्रक्रिया को और सरल बनाया जाएगा. सरकार का लक्ष्य है कि हर घर, हर स्कूल और हर सरकारी भवन में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़े और जनता को सस्ती और साफ ऊर्जा मिले.
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PM Surya Ghar Yojana: उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने और आम लोगों को बिजली बिल से राहत देने के लिए योगी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. सरकार ने प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना (PM Surya Ghar Yojana) के लिए राज्य सब्सिडी के रूप में ₹500 करोड़ का अतिरिक्त बजट मंजूर किया है. इस फैसले का मकसद यह है कि योजना के लाभार्थियों को सब्सिडी समय पर और सरल तरीके से मिले, ताकि लोग अपने घरों में सोलर पावर प्लांट लगा सकें और बिजली के खर्च से राहत पा सकें. सरकार का मानना है कि इससे न केवल लोगों की जेब में फायदा होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश में सौर ऊर्जा का उपयोग भी तेजी से बढ़ेगा.
PM सूर्य घर योजना क्या है?
यह योजना केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य देशभर में घरेलू स्तर पर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देना है. योजना के तहत नागरिक अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाकर खुद बिजली बना सकते हैं और बिजली बिल में बड़ी कटौती कर सकते हैं. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार इस योजना को प्रभावी ढंग से लागू कर रही है. अब ₹500 करोड़ की सब्सिडी राशि मिलने से यह योजना और मजबूत बन गई है.
क्यों खास है ₹500 करोड़ की मंजूरी
अधिकारियों के अनुसार, योजना के तहत पहले कई लाभार्थियों को सब्सिडी मिलने में देरी होती थी। अब ₹500 करोड़ के अतिरिक्त बजट से सब्सिडी का भुगतान तेज़ होगा। लाभार्थियों को सब्सिडी समय पर सीधे बैंक खाते में मिलेगी. योजना के प्रति लोगों का भरोसा बढ़ेगा और नए आवेदन भी बढ़ेंगे. सरकार ने साफ कहा है कि कोई भी पात्र लाभार्थी सब्सिडी से वंचित नहीं रहेगा.
यूपी सौर ऊर्जा में अग्रणी
उत्तर प्रदेश पहले ही उन राज्यों में शामिल है, जहां PM सूर्य घर योजना का सबसे प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है. अब तक राज्य में 1,083.63 मेगावाट की सोलर इंस्टॉलेशन क्षमता विकसित की जा चुकी है. हजारों घरों में रूफटॉप सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं. हर महीने नए उपभोक्ता योजना से जुड़ रहे हैं. यह दिखाता है कि यूपी परंपरागत ऊर्जा स्रोतों के साथ-साथ ग्रीन एनर्जी की ओर तेजी से बढ़ रहा है.
आम जनता को क्या फायदा होगा
PM सूर्य घर योजना से आम नागरिकों को कई फायदे मिलते हैं:
बिजली बिल में कटौती: सोलर पैनल से बनी बिजली सीधे घर में इस्तेमाल होती है, जिससे बिल लगभग शून्य तक जा सकता है.
सरकारी सब्सिडी: केंद्र और राज्य सरकार दोनों की ओर से सब्सिडी मिलने से सोलर प्लांट की लागत कम हो जाती है.
अतिरिक्त बिजली से आमदनी: अगर प्लांट ज्यादा बिजली बनाता है, तो उसे ग्रिड में भेजकर उपभोक्ता को क्रेडिट या भुगतान भी मिल सकता है.
पर्यावरण संरक्षण: सौर ऊर्जा प्रदूषण मुक्त है, जिससे कार्बन उत्सर्जन कम होता है.
सब्सिडी कैसे मिलेगी
सरकार ने सब्सिडी प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल और आसान बनाया है: लाभार्थी राष्ट्रीय पोर्टल पर आवेदन करता है. डिस्कॉम तकनीकी सत्यापन करता है. सोलर प्लांट इंस्टॉल होने के बाद निरीक्षण होता है. सत्यापन के बाद सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाती है. ₹500 करोड़ की अतिरिक्त राशि से यह प्रक्रिया अब और तेज़ होने की उम्मीद है.
योगी सरकार का ग्रीन एनर्जी विज़न
सरकार का फोकस है कि उत्तर प्रदेश ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर बने. सौर ऊर्जा बढ़ाने से बिजली उत्पादन में विविधता आएगी.कोयले पर निर्भरता कम होगी. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर बनेंगे. सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, मेंटेनेंस और सप्लाई चेन से जुड़े हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा.
आगे क्या है योजना
सरकारी सूत्रों के अनुसार:
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
शहरी हाउसिंग सोसायटी और अपार्टमेंट्स को योजना में जोड़ा जाएगा.
सरकारी भवनों और स्कूलों में सोलर रूफटॉप को अनिवार्य करने पर विचार किया जा रहा है.
डिस्कॉम और निजी एजेंसियों के साथ समन्वय बढ़ाकर इंस्टॉलेशन प्रक्रिया को और सरल बनाया जाएगा.
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सरकार का लक्ष्य है कि हर घर, हर स्कूल और हर सरकारी भवन में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल बढ़े और जनता को सस्ती और साफ ऊर्जा मिले.
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