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योगी सरकार का बड़ा फैसला, अब महिलाएं नाइट शिफ्ट में कर सकेंगी काम, सुरक्षा के लिए जारी हुई गाइडलाइन

CM Yogi: अब राज्य की महिलाएं भी कारखानों और औद्योगिक संस्थानों में रात की शिफ्ट में काम कर सकेंगी. यह फैसला महिलाओं को अधिक रोजगार के अवसर देने और कार्यस्थलों पर लैंगिक समानता (gender equality) बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है. श्रम विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के बाद अब यह नियम आधिकारिक रूप से लागू हो गया है.

07 Nov, 2025
( Updated: 04 Dec, 2025
11:25 AM )
योगी सरकार का बड़ा फैसला, अब महिलाएं नाइट शिफ्ट में कर सकेंगी काम, सुरक्षा के लिए जारी हुई गाइडलाइन
Image Source: Social Media

Women Can Now Work In Night Shifts: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है. अब राज्य की महिलाएं भी कारखानों और औद्योगिक संस्थानों में रात की शिफ्ट में काम कर सकेंगी. यह फैसला महिलाओं को अधिक रोजगार के अवसर देने और कार्यस्थलों पर लैंगिक समानता (gender equality) बढ़ाने के उद्देश्य से लिया गया है. श्रम विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के बाद अब यह नियम आधिकारिक रूप से लागू हो गया है.

रात 7 बजे से सुबह 6 बजे तक कर सकेंगी काम

सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि महिलाएं अब रात 7 बजे से सुबह 6 बजे तक की शिफ्ट में भी काम कर सकेंगी. हालांकि, इसके लिए महिलाओं की लिखित सहमति जरूरी होगी. यानी कोई भी महिला तभी नाइट शिफ्ट में काम करेगी जब वह खुद इसके लिए तैयार होगी. इससे यह सुनिश्चित किया गया है कि महिलाओं पर किसी भी तरह का दबाव न डाला जाए और वे अपनी इच्छा से काम का समय तय कर सकें.

महिला सुरक्षा को दी गई है सबसे बड़ी प्राथमिकता

  • सरकार ने इस फैसले के साथ यह भी साफ कर दिया है कि महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि (top priority) होगी.
  • इसलिए सभी कारखानों को सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन करना होगा.
  • कारखानों में पर्याप्त रोशनी, सीसीटीवी कैमरे, और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था अनिवार्य की गई है.
  • साथ ही, महिलाओं के लिए सुरक्षित परिवहन की सुविधा, यानी रात में आने-जाने के लिए सुरक्षित वाहन उपलब्ध कराना भी जरूरी होगा. अगर कोई संस्था इन नियमों का पालन नहीं करती है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

कार्यस्थलों पर महिला हितों की सुरक्षा

सरकार ने कहा है कि हर फैक्ट्री और इंडस्ट्रियल एरिया में महिला सुरक्षा प्रकोष्ठ, आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर, और फर्स्ट एड की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए.
इसका उद्देश्य यह है कि किसी भी आपात स्थिति में महिलाओं को तुरंत मदद मिल सके. इसके अलावा, कार्यस्थल पर महिलाओं को सम्मानजनक माहौल और समान अवसर मिलें, यह भी सुनिश्चित किया जाएगा.

महिलाओं को मिलेगा नया अवसर और आत्मनिर्भरता का रास्ता

  • यह फैसला न केवल महिलाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगा, बल्कि उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने का अवसर भी देगा.
  • पहले रात की शिफ्ट में काम करने पर कई तरह की पाबंदियाँ थीं, जिसकी वजह से महिलाएं उद्योगों में सीमित भूमिकाएँ निभा पाती थीं.
  • अब इस निर्णय से उन्हें अपने कौशल, मेहनत और प्रतिभा के दम पर और बड़ी जिम्मेदारियाँ निभाने का मौका मिलेगा.
  • इससे महिलाओं की कार्यबल (workforce) में भागीदारी बढ़ेगी और राज्य के औद्योगिक उत्पादन में भी तेजी आने की उम्मीद है.

समाज में सकारात्मक बदलाव की दिशा में कदम

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यह कदम केवल रोजगार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण बदलने की दिशा में भी एक बड़ा प्रयास है. जब महिलाएं हर क्षेत्र में समान रूप से कार्य करेंगी, तो समाज में समानता और सम्मान की भावना और भी मजबूत होगी. योगी सरकार का यह फैसला महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता, आत्मनिर्भरता और सुरक्षित कार्य वातावरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है.

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