बिहार में दोहरे EPIC मामले में विजय सिन्हा की सफाई, 'बांकीपुर से नाम हटाने के लिए फॉर्म भर चुका हूं', तेजस्वी ने लगाया था आरोप
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा के दो विधानसभा की मतदाता सूची में नाम होने और दो ईपिक कार्ड रखने के लगाए गए आरोप को लेकर उप मुख्यमंत्री सिन्हा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. सिन्हा ने कहा कि ऐसे लोग राजनीति को कलंकित कर रहे हैं. पूरे तथ्यों की जानकारी लेकर कुछ बोलना चाहिए.
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उपमुख्यमंत्री ने पटना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पहले उनका नाम पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज था. अप्रैल 2024 में उन्होंने लखीसराय में अपना नाम जोड़ने के लिए आवेदन किया और उसी समय पटना की वोटर लिस्ट से नाम हटाने के लिए भी ऑनलाइन आवेदन कर दिया था.
वोटर लिस्ट से नाम हटाने के लिए किया था ऑनलाइन आवेदन
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने तेजस्वी यादव के लगाए आरोप पर जवाब देते हुए कहा कि मेरा नाम पटना के बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज था. अप्रैल 2024 में मैंने लखीसराय में अपना नाम जोड़ने के लिए आवेदन किया और उसी समय पटना की वोटर लिस्ट से नाम हटाने के लिए भी ऑनलाइन आवेदन कर दिया था. लेकिन, किसी कारणवश चुनाव आयोग ने पटना से उनका नाम नहीं हटाया और वह फॉर्म चुनाव आयोग द्वारा रिजेक्ट कर दिया गया.
झूठ की बुनियाद पर राजनीति करने वालों को जनता हर बार जवाब देती है...
— Vijay Kumar Sinha (@VijayKrSinhaBih) August 10, 2025
जंगलराज के युवराज तेजस्वी यादव जी ने मुझ पर दो EPIC नंबर रखने का आरोप लगाया है। साफ कर दूं कि मैं हमेशा एक ही जगह से वोट करता आया हूं और करूंगा।
पहले मेरा और मेरे पूरे परिवार का नाम पटना में था। अप्रैल 2024 में… pic.twitter.com/QNAcZ4YmXa
उन्होंने कहा कि एसआईआर के दौरान जब चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी की, तब उन्हें पता चला कि उनका नाम दो जगहों पर दर्ज है. इसके बाद उन्होंने पांच अगस्त को बीएलओ को आवेदन देकर पटना की वोटर लिस्ट से नाम हटाने का अनुरोध किया. सिन्हा ने दोनों की रिसीविंग कॉपी भी पत्रकारों को दिखाई. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि संशोधन की प्रक्रिया अभी चुनाव आयोग द्वारा की जा रही है. इस प्रक्रिया में कई लोगों के नाम काटे गए हैं.
जो दूसरों को कलंकित करने का प्रयास कर रहे उन्हें कुछ लाभ नहीं होगा
विजय सिन्हा ने साफ कहा कि चुनाव आयोग की गलती तब मानी जाती है जब वह सुधार प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर नहीं देता. अभी तो फाइनल प्रारूप प्रकाशन नहीं हुआ है. मेरा नाम काटने की प्रक्रिया में है. चुनाव आयोग द्वारा एक महीने का संशोधन के लिए समय दिया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा संवैधानिक संस्था का अपमान नहीं करती. जो दूसरों को कलंकित करने का प्रयास कर रहे हैं, उनसे उन्हें कुछ लाभ नहीं होने वाला है.
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उल्लेखनीय है कि इससे पहले तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा पर दो इपिक रखने का आरोप लगाते हुए कहा था कि उनका पटना के बांकीपुर और लखीसराय के मतदाता सूची में नाम है.
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