Advertisement

'किसी और को बोलने की कोई जरूरत नहीं...', दलाई लामा के उत्तराधिकारी के मुद्दे पर भारत ने खारिज की चीन की आपत्ति, इशारों में दिया दखल न देने का संदेश

दलाई लामा के उत्तराधिकारी चयन मामले को लेकर चल रहे विवाद पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा है कि 'आस्था और धर्म से जुड़ी मान्यताओं और प्रथाओं पर भारत किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं करता है.'

04 Jul, 2025
( Updated: 05 Jul, 2025
02:55 PM )
'किसी और को बोलने की कोई जरूरत नहीं...', दलाई लामा के उत्तराधिकारी के मुद्दे पर भारत ने खारिज की चीन की आपत्ति, इशारों में दिया दखल न देने का संदेश

बौद्ध धर्म के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाई लामा पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू द्वारा दिए गए बयानों पर आई चीन की आपत्ति पर विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया सामने आई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मामले पर कहा है कि भारत धर्म और आस्था से संबंधित मान्यताओं और प्रथाओं पर कोई टिप्पणी नहीं करता है. इसे एक तरह से इशारों ही इशारों में चीन को संदेश है कि वो भी इस तरह के मामलों पर बयानबाजी और हस्तक्षेप से परहेज करे. बताया जा रहा है कि नई दिल्ली ने इस तरह बीजिंग को संदेश दे दिया है कि वो भी अगले दलाई लामा के चयन में कोई दखल न दे. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन को लेकर चर्चाएं काफी तेज हैं. 

'दलाई लामा मामले पर भारत सरकार का बयान'

शुक्रवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दलाई लामा के उत्तराधिकारी चयन को लेकर चल रहे विवाद पर भारत की तरफ से किसी भी तरह की टिप्पणी से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि 'हमने दलाई लामा संस्था के बारे में दिए गए बयानों से संबंधित रिपोर्ट देखी है. भारत सरकार आस्था और धर्म की मान्यताओं और प्रथाओं से जुड़े किसी भी मामले में कोई भी रुख नहीं अपनाती है. सरकार ने हमेशा से देश में धर्म की स्वतंत्रता को बरकरार रखा है और यह आगे भी जारी रहेगी.' 

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी दिया था बयान 

विदेश मंत्रालय के बयान से पहले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने दलाई लामा के उत्तराधिकारी चयन मामले पर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि 'दलाई लामा मामले पर किसी को भी भ्रम फैलाने की कोई जरूरत नहीं है, दुनिया भर में बौद्ध धर्म में आस्था रखने वाले और दलाई लामा को मानने वाले सभी लोग यह चाहते हैं कि वह अपने उत्तराधिकारी का फैसला खुद से करें. इसमें मुझे या सरकार को कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है. अगला दलाई लामा कौन होगा? इसका फैसला वह खुद से करेंगे, वहीं इस मामले पर चीन के बयान पर उनसे प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उनका कहना था कि मैं चीन के बयान पर कुछ भी नहीं कहना चाहता. मैं एक श्रद्धालु के तौर पर बोल रहा हूं. मेरा दलाई लामा के प्रति आस्था है.'

केंद्रीय मंत्री के बयान पर चीन ने जताई थी आपत्ति 

केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बयान पर चीन ने कड़ी आपत्ति जताई थी. चीन ने भारत को कहा था कि वह उससे संबंधित मुद्दों पर सावधानी से काम करें, ताकि द्विपक्षीय संबंधों में हो रहे सुधार पर इसका किसी भी तरह का कोई प्रभाव न पड़े.

Tags

Advertisement
Advertisement
जब Modi सत्ता में आए तो अरब देशों से भारत के रिश्ते बिगड़ने का डर था ? Lalit Mishra
Advertisement
Advertisement