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Mukesh Sahni के पिता की हत्या की वजह आई सामने, सच का हुआ पर्दाफाश, हथियार भी बरामद

VIP प्रमुख मुकेश सहनी के पिता Jitan Sahni की हत्या मामले पर से पर्दा उठा गया. बिहार की दरभंगा पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल छुरे को भी बरामद कर लिया. मामले में कुल चार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है। सूद के पैसे और सामान जब्त करने को लेकर हत्या के वारदात को अंजाम दिया गया था।

बिहार के दरभंगा में हुई हाई प्रोफाइल मर्डर , यानी की जितन सहनी हत्याकांड का अब पूरी तरह खुलासा हो गया है। बिहार पुलिस ने इस मामले में संलिप्त चार आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। जिन्होंने हत्या को लेकर कई बड़े खुलासे किए है।हम आपको बताएँगे की VIP प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या कैसे हुई ओर अबतक इस मामले में पुलिस ने क्या क्या खुलासे कर लिए है।15 july की वो रात जिसने पूरे बिहार को सकते में डाल दिया, वजह थी बिहार के जाने माने नेता और विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी के पिता जितन सहनी के उनके ही आवास पर निर्मम हत्या ।

15 july से 25July के बीच इस हाई प्रोफाइल मर्डर में पुलिस ने 4 आरोपियों काज़िम अंसारी ,मोहम्मद सितारे ,छोटे लहरी,मोहम्मद आजाद को गिरफ़्तार किया। अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है पुलिस ने वो हथियार बरामद कर लिए है जिससे जीतन साहनी की बर्बरता से हत्या की गई थी। जीतन सहनी की हत्या में पुलिस इसे अबतक की सबसे बड़ी सफलता मान रही है।दरअसल SIT की टीम ने सभी आरोपियों को दो दिनों के रिमांड पर लेकर सख्ती से पुछताछ की तब जाकर उन्होंने बताया कि वो छूरा जिससे जीतन सहनी की हत्या की गई थी वो मोहम्मद मंजूर के घर पर छुपाकर रखा है। छूरे की FSL टीम ने जांच की और कंफर्म किया कि उसपर खून का मात्रा पाया गया है।

काजीम ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि 15 july की रात हत्या को अंजाम देने के बाद रास्ते में ट्रांसफर्मर के पास वाले चापाकल पर उसने छुरा और अपना कपड़ा दोनों धोया और इसके बाद मोहम्मद मंजूर की दुकान के शटर के नीचे खाली जगह से छुरे को दुकान के अंदर डाल दिया। सुबह जब इसका पता मोहम्मद मंजूर को चला तब उसने उस छुरे को घर छिपा दिया।

 मुक्श सहनी की हत्या की वजह क्या थी? 

  •  मुख्य आरोपी काजीम ने जीतन सहनी से एक लाख का सूद लिया, जिसका ब्याज फरवरी में डेढ़ लाख हो गया. ये पैसे जमीन के बदले लिए गए थे, इसलिए जमीन के दस्तावेज जीतन सहनी के पास थे।
  •  दूसरे आरोपी मोहम्मद सीतारे ने 20 हजार सूद पर लिए थे, और इसके बदले जीतन सहनी ने सीतारे का बाईक और उसके पेपर्स रखे हुए थे।
  • तीसरे आरोपी छोटे लहेरी ने भी 6 हजार रूपए सूद पर लिए थे, और छोटे की जमीन का कागजात भी  जीतन सहनी के ही पास था।

हालांकी इस मामले की गुत्थी अब सुलझ चुकी है, पुलिस अब आगे की कार्रवाई जुटी हुई है। इस मामले के खुलासे के बाद बिहार के DGP और पुलिस ने राहत की सांस तो ले ली है। लेकिन बिहार में बढ़ते आपराधिक धटनाओं ने राजनीतिक पारा हाई किया हुआ है। सड़क से लेकर सदन तक विपक्ष इस मामले पर सरकार के घेर रहा है।

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