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झारखंड के चाईबासा में सुरक्षाबलों की मिली बड़ी सफलता, 10 लाख का इनामी कुख्यात नक्सली अपटान ढेर, भारी मात्रा में हथियार बरामद

झारखंड के चाईबासा में सुरक्षाबलों ने गोइलकेरा के सौता जंगल में मुठभेड़ में 10 लाख के इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटान को मार गिराया. चाईबासा पुलिस, कोबरा 209, और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में एक एसएलआर राइफल व अन्य हथियार बरामद किए गए. यह नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी कामयाबी है.

07 Sep, 2025
( Updated: 03 Dec, 2025
02:57 PM )
झारखंड के चाईबासा में सुरक्षाबलों की मिली बड़ी सफलता, 10 लाख का इनामी कुख्यात नक्सली अपटान ढेर, भारी मात्रा में हथियार बरामद

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चाईबासा में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है. रविवार सुबह गोइलकेरा थाना क्षेत्र के सौता के जंगली और पहाड़ी इलाके में हुई मुठभेड़ में 10 लाख रुपये के इनामी कुख्यात नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटान को मार गिराया गया. इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने एक एसएलआर राइफल सहित अन्य हथियार भी बरामद किए हैं. यह कार्रवाई चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 बटालियन, और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम द्वारा की गई. 

कब हुई मुठभेड़

रविवार सुबह गोइलकेरा थाना क्षेत्र के सौता के जंगल में चाईबासा पुलिस और कोबरा 209 बटालियन की संयुक्त टीम ने सर्च ऑपरेशन चलाया. इस दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की. इस मुठभेड़ में कुख्यात नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटान मारा गया, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम था.

अपटान एक प्रमुख नक्सली कमांडर था, जो सरंडा और कोल्हान क्षेत्र में कई नक्सली गतिविधियों में शामिल था. उसकी मौत नक्सल संगठन के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है. 

भारी मात्रा में हुई हथियारों की बरामदगी

मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से एक एसएलआर राइफल, कई जिंदा कारतूस, और अन्य नक्सली सामग्री बरामद की. बरामद हथियारों से पता चलता है कि नक्सली बड़े हमले की योजना बना रहे थे. इन हथियारों की बरामदगी से सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की योजनाओं को विफल कर दिया. झारखंड पुलिस के प्रवक्ता माइकलराज एस ने बताया कि ऑपरेशन अभी भी जारी है, और इलाके में और नक्सलियों के छिपे होने की आशंका है.  

सुरक्षाबलों ने कैसे दिया ऑपरेशन को अंजाम?

नक्सलवाद पर कड़ा प्रहारसंयुक्त ऑपरेशन: यह ऑपरेशन चाईबासा पुलिस, कोबरा 209 बटालियन, और सीआरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई का हिस्सा था. खुफिया जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने सौता के जंगली इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया था. झारखंड पुलिस और केंद्रीय बल पिछले कुछ वर्षों से सरंडा और कोल्हान क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन चला रहे हैं. 2022 से शुरू हुए इन अभियानों ने नक्सलियों को कमजोर किया है.

झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने मार्च 2025 तक चाईबासा को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य रखा है. इस दिशा में यह मुठभेड़ एक महत्वपूर्ण कदम है.

नक्सलियों के खिलाफ व्यापक अभियान

मुठभेड़ से पहले सुरक्षाबलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि नक्सली कमांडर मिसिर बेसरा, अनमोल, मोचु, और अन्य के नेतृत्व में एक बड़ा दस्ता सरंडा और कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय है. पिछली सफलताएँ: हाल के महीनों में चाईबासा में कई नक्सली मारे गए हैं, जिनमें अगस्त 2025 में 2 लाख रुपये के इनामी नक्सली अरुण उर्फ नीलेश मडकम और अप्रैल 2024 में 1 करोड़ रुपये के इनामी नक्सली विवेक शामिल हैं.

सुरक्षाबलों ने नक्सलियों से हिंसा छोड़कर सरेंडर करने की अपील की है. झारखंड सरकार की नई सरेंडर और पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वालों को 24 घंटे के भीतर खुली जेल में स्थानांतरित करने का वादा किया गया है.

नक्सलियों की रणनीति: पहले नक्सली बड़े वाहनों को निशाना बनाने के लिए भारी आईईडी का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब वे छोटे-छोटे आईईडी लगाकर सुरक्षाबलों को नुकसान पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं. पुलिस स्थानीय लोगों, विशेष रूप से मांकी-मुंडा के साथ संपर्क बढ़ाकर नक्सलियों का समर्थन कम करने की कोशिश कर रही है.  इसके लिए खेल आयोजन और अन्य सामुदायिक गतिविधियाँ भी आयोजित की जा रही हैं. सरंडा और कोल्हान के घने जंगल और पहाड़ी इलाके नक्सलियों के लिए छिपने की जगह प्रदान करते हैं, जिससे ऑपरेशन में कठिनाई होती है. फिर भी, सुरक्षाबल लगातार निगरानी और सर्च ऑपरेशन के जरिए दबाव बना रहे हैं.

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चाईबासा में 10 लाख रुपये के इनामी नक्सली अमित हांसदा उर्फ अपटान की मुठभेड़ में मौत और हथियारों की बरामदगी ने नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की लड़ाई को और मजबूत किया है. यह ऑपरेशन झारखंड पुलिस और केंद्रीय बलों की दृढ़ता और समन्वय को दर्शाता है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी नक्सलवाद को मार्च 2026 तक खत्म करने का लक्ष्य रखा है, और इस तरह की कार्रवाइयाँ उस दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है.

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