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संभल के चर्चित CO अनुज चौधरी का ट्रांसफर, जानें कहां भेजे गए, कौन आया उनकी जगह?

अपने हाथों में ड्यूटी के दौरान गदा लिए चलना, हम मरने नहीं आए, होली एक बार आती है, जुम्मा 52 बार आता है जैसे कई चर्चित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले CO अनुज चौधरी का संभल से ट्रांसफर कर दिया गया है. उन्हें चंदौसी सर्किल भेजा गया है. अनुज चौधरी की जगह बतौर संभल सीओ आलोक कुमार को भेजा गया है.

03 May, 2025
( Updated: 04 May, 2025
01:07 AM )
संभल के चर्चित CO अनुज चौधरी का ट्रांसफर, जानें कहां भेजे गए, कौन आया उनकी जगह?
पिछले कई महीनों से अपने बयानों से लगातार चर्चा में रहे संभल सीओ अनुज चौधरी का ट्रांसफर हो गया है. वह  बतौर सीओ अब चंदौसी सर्किल की जिम्मेदारी संभालेंगे. अनुज चौधरी की जगह अब संभल सीओ की जिम्मेदारी आलोक कुमार के कंधे पर होगी. उनके तबादले की चर्चा खूब जोरों पर है. किसी को भी यकीन नहीं हो रहा कि उनका तबादला कर दिया गया है. बता दें कि बीते मार्च के महीने में होली वर्सेज जुम्मा पर दिए गए बयान की वजह उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थी. इस मामले को लेकर उनके खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी. जिसकी जांच पड़ताल चल रही है. इसके अलावा ड्यूटी के दौरान हाथों में गदा लेकर चलने पर भी वह चर्चाओं में आए थे. खबरों के मुताबिक, ट्रांसफर की वजह हाल ही के कुछ महीनो में उनके द्वारा दिए गए बयान हैं. 

संभल CO अनुज चौधरी का हुआ ट्रांसफर 

अपने हाथों में ड्यूटी के दौरान गदा लिए चलना, हम मरने नहीं आए, होली एक बार आती है, जुम्मा 52 बार आता है जैसे कई चर्चित बयान देकर सुर्खियां बटोरने वाले CO अनुज चौधरी का संभल सर्किल से हटाकर  चंदौसी सर्किल में ट्रांसफर कर दिया गया है. उनकी जगह अब आलोक कुमार को भेजा गया है. मार्च के महीने में होली और जुम्मे पर दिए गए बयान के बाद बवाल बढ़ गया था. उससे पहले भी वह कई बयान देकर सुर्खियां बटोर चुके हैं. 

क्या था होली वर्सेज जुम्मा वाला बयान?

बता दें कि बीते होली त्यौहार से पहले संभल सीओ अनुज चौधरी ने शांति वार्ता के रूप में एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी. उस दौरान उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि "होली साल में एक बार आता है, जुम्मा 52 बार आता है. अगर किसी को होली के रंगों से दिक्कत है. तो उस दिन वह घर के अंदर ही रहें. जो लोग बाहर निकलते हैं. उन्हें खुले दिमाग से काम करना चाहिए. क्योंकि त्यौहार मिलजुल कर मनाया जाता है. जिस तरह से मुसलमान ईद का बेसब्री से इंतजार करते हैं. उसी तरह हिंदू लोग होली का इंतजार करते हैं. सभी रंग लगाकर, खुशियां मनाकर इस त्यौहार को मनाते हैं. ईद पर लोग खास व्यंजन बनाते हैं. दोनों त्योहारों में आपसी एकजुटता और सम्मान है. अगर आप ईद की सेवइयां खिलाना चाहते हैं. तो आपको गुझिया भी खानी पड़ेगी. लेकिन एक पक्ष सही है. तो दूसरे पक्ष में दिक्कत है. फिर यहां भाईचारा खत्म हो जाता है." अनुज चौधरी के इस बयान के बाद विवाद छिड़ गया था. इसके बाद  आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने  आपत्ति जताई थी. उनकी तरफ से क्लीन चिट सौंपी गई थी. लेकिन डीजीपी की तरफ से यह क्लीनचिट निरस्त कर दी गई है. डीजीपी की तरफ से कहा गया है कि "अब इस मामले की दोबारा जांच की जाएगी. इसमें शिकायतकर्ता पहले साक्ष्य उपलब्ध कराए."

"हम यहां मरने नहीं आए हैं"

संभल के विवादित जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा और बवाल में कई पुलिसकर्मियों को गोली लगी थी. इनमें संभल सीओ अनुज चौधरी के पैर में भी गोली लगी थी. उस दौरान अनुज चौधरी का एक बयान चर्चाओं में था. उन्होंने एक निजी चैनल के पत्रकार से बातचीत करते हुए कहा था कि "हम लोग मरने के लिए पुलिस में भर्ती नहीं हुए हैं. हमारे भी बीवी और बच्चे हैं. हम पर कोई हमला करेगा. तो हम अपनी आत्मरक्षा के लिए हथियार जरूर उठाएंगे."

हाथों में गदा लिए रैली में हुए थे शामिल 

अनुज चौधरी अपनी ड्यूटी के दौरान एक धार्मिक कार्यक्रम में प्रभु हनुमान का गदा लिए नजर आए थे. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. अमित चौधरी के वायरल वीडियो पर लोगों ने तमाम तरह के रिएक्शन दिए थे. कुछ लोगों ने उन्हें सिंघम मूवी का असली हीरो बताया था. वहीं कुछ लोगों ने इस पर आपत्ति भी जताई थी.

अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं 

सीओ अनुज चौधरी युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय है. उनके कद काठी को देखकर यूथ वर्ग उन्हें सिंघम के नाम से पुकारता है. वह अपने बेबाक और अटल बयानों के लिए जाने जाते हैं. अनुज चौधरी का कहना है कि "वह सभी धर्म का पालन करते हैं. कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए वह हर एक एक्शन लेने के लिए तैयार रहते हैं. मैं गलत काम करने वालों को चेताया हूं कि अगर मेरे बयानों से किसी को दिक्कत है. तो वह कोर्ट जा सकते हैं. मैं जो कुछ भी बोलता हूं. वह सही बोलता हूं." 

कहां के रहने वाले हैं अनुज चौधरी?

यूपी के चर्चित सीओ अनुज चौधरी उत्तर-प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के बहेड़ी गांव के रहने वाले हैं. वह स्पोर्ट्स कोटे के तहत  पुलिस में भर्ती हुए. उन्हें साल 2012 में डिप्टी एसपी बनाया गया. यूपी पुलिस की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक, उनकी ज्वाइनिंग 31 अक्टूबर 2012 को हुई थी. 10 अगस्त 2019 को उनका प्रमोशन हुआ था.  जिसके बाद उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिली. 

कुश्ती खिलाड़ी रह चुके हैं 

सीओ अनुज चौधरी कुश्ती खिलाड़ी रह चुके हैं. उन्होंने पहलवानी के जरिए देश के लिए  कई मेडल जीते हैं. अनुज चौधरी अपनी लंबी चौड़ी कद काठी, फिटनेस और बेधड़क अंदाज के लिए जाने जाते हैं. साल 1997 से लेकर 2007 तक वह कुश्ती में नेशनल चैंपियन भी रहे हैं. 2002 और 2010 में उन्होंने 2 सिल्वर मेडल जीता था. उनके नाम एशियाई चैंपियनशिप में 2 कांस्य पदक भी है. 2001 में लक्ष्मण और 2005 में अर्जुन अवार्ड से सम्मानित हो चुके हैं.

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