रेलवे पुलिस ने 35.45 लाख की चोरी मामले का किया पर्दाफाश, आरोपी कल्याण स्टेशन से गिरफ्तार, इंदौर-दौंड एक्सप्रेस में बुजुर्ग महिला के साथ घटी थी घटना
20 जून को ट्रेन नंबर (22944) इंदौर-दौंड एक्सप्रेस की एसी बोगी में बुजुर्ग महिला के साथ हुई 35.45 लाख के चोरी मामले में रेलवे पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. बता दें कि चोरी करने वाले आरोपी को रेलवे पुलिस ने कल्याण स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया है. उसके पास से मौजूद सामान भी बरामद हुआ है.

भारतीय रेलवे पुलिस बल को बड़ी सफलता मिली है. एक तेजतर्रार और कुशल अभियान में रेलवे सुरक्षा बल (RPF), सरकार रेलवे पुलिस (GRP) और स्थानीय अपराध शाखा (LCB) की संयुक्त टीम ने सिर्फ 48 घंटे में चोरी की बड़ी घटना को सुलझा दिया है. मामले के आरोपी की गिरफ्तारी के साथ सामान भी बरामद कर लिया गया है. खबरों के मुताबिक, आरोपी पहले से ही एक चोर है. हाल ही में वह 15 दिन पहले जमानत पर छूट कर बाहर आया है. बता दें कि यह पूरी घटना इंदौर-दौंड एक्सप्रेस में घटी, जहां 73 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने पति के साथ इंदौर से लोनावाला एक धार्मिक कार्यक्रम में जा रही थीं. उस दौरान रात के समय सोते वक्त उनका 35.45 लाख का कीमती हैंडबैग चोरी हो गया. जिसमें कई अन्य आभूषण थे.
क्या है इंदौर-दौंड एक्सप्रेस में चोरी का मामला ?
बता दें कि 20 जून को ट्रेन नंबर (22944) इंदौर-दौंड एक्सप्रेस में एसी की बोगी नंबर A-2 में एक 73 वर्षीय बुजुर्ग महिला अपने पति के साथ इंदौर से लोनावाला धार्मिक कार्यक्रम में जा रहीं थीं. इस दौरान अगले दिन सुबह उनका 35.45 लाख का एक कीमती बैग चोरी हो जाता है. इस बैग में 50,000 कैश, हीरे की चूड़ी, हीरे का हार, सोने की घड़ी, सोने की चेन, अंगूठियां मिलाकर कुल 35 लाख 45 हजार का सामान रखा हुआ था. दरअसल, ट्रेन में सफर के दौरान भोजन करने के बाद यह दंपत्ति देर रात आंख लगने की वजह से सो गया. सुबह जब उनकी ट्रेन लोनावाला पहुंचने वाली थी. उसके कुछ देर पहले जब उनकी आंख खुली, तो उन्होंने देखा कि उनका बैग गायब है. इसके बाद उन्होंने रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल किया. वहां पर उन्होंने अपनी शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद भारतीय रेलवे ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी की गिरफ्तारी के लिए संयुक्त रूप से कई टीमों का गठन किया.
बुजुर्ग महिला और उनके पति दोनों रोने लगे
35 लाख से ज्यादा का सामान चोरी होने के बाद बुजुर्ग दंपत्ति के चेहरे पर निराशा और आंखों में आंसू में थे. दोनों स्टेशन पर उतरते ही रोने लगे. जिसके बाद रेलवे अधिकारियों के द्वारा ट्रेन के सभी ठहराव वाले स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए.
कैसे हुआ मामले का खुलासा?
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GRP लोनावला में दर्ज एफआईआर के बाद रेलवे अधिकारियों ने संयुक्त रूप से कई टीमें बनाई. इस दौरान कई अलग-अलग टीमों को विभिन्न स्टेशनों पर भेजा गया. यह ट्रेन जिस भी स्टेशन से गुजरती है, उन सभी के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए. इस दौरान पुलिस को कल्याण स्टेशन पर एक सीसीटीवी फुटेज मिला. जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति उतरते हुए देखा गया, लेकिन उतरने के बाद भी वह स्टेशन से बाहर नहीं निकला. वह लगातार सतर्क होकर पुलिस को चकमा देने की कोशिश कर रहा था. गिरफ्तार आरोपी के बारे में जो जानकारी सामने आई है. उसके मुताबिक, वह पहले से एक चोर है, जो रेलवे स्टेशन व अन्य जगहों पर चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुका है. रेलवे पुलिस ने बताया कि वह 15 दिन पहले जमानत पर छूटकर बाहर आया है. फिलहाल चोरी हुआ सामान बरामद कर पीड़ित बुजुर्ग महिला को सौंप दिया गया है. यह कार्रवाई रेलवे और महाराष्ट्र राज्य पुलिस की प्रतिबद्धता को दर्शाता है. मामले के खुलासे के दौरान यात्रियों से अपील की गई है कि यात्रा के दौरान किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि को देखते हुए तुरंत रेलवे पुलिस की हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल करें.