भारतीय सेना के अपमान मामले में राहुल गांधी ने किया सरेंडर, लखनऊ की MP-MLA कोर्ट में घंटे भर रहे मौजूद, थोड़ी देर बाद मिली जमानत
भारतीय सेना के अपमान मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में मंगलवार 15 जुलाई को सरेंडर किया. वह कोर्ट के अंदर करीब 1 घंटे तक मौजूद रहे. थोड़ी देर बाद ही उन्हें जमानत मिल गई.

साल 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय सेना पर विवादित बयान देने पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आज लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया. राहुल गांधी के वकील ने सरेंडर के थोड़ी देर बाद ही जमानत याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया और उन्हें जमानत मिल गई. बता दें कि राहुल गांधी के खिलाफ इस मामले पर सीमा सड़क संगठन के एक रिटायर्ड अधिकारी ने कोर्ट में परिवाद दायर किया था. मंगलवार को राहुल गांधी खुद से आत्मसमर्पण करने कोर्ट पहुंचे.
राहुल गांधी ने एमपी-एमएलए कोर्ट में किया सरेंडर
साल 2022 में भारतीय सेना के अपमान मामले में मंगलवार 15 जुलाई को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट में सरेंडर किया. इस मामले में कोर्ट ने उन्हें आत्मसमर्पण के लिए तारीख दिया था. अब इस केस की अगली सुनवाई की तारीख कोर्ट द्वारा निर्धारित की जाएगी, जिसमें दोनों पक्षों की दलीलें सुनी जाएंगी.
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि यह पूरा मामला 16 दिसंबर 2022 का है, जब राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे थे. उस दौरान राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत में गलवान घाटी की झड़प का जिक्र करते हुए कथित तौर पर कहा था कि 'चीनी सैनिक हमारे सैनिकों को मार रहे हैं, लेकिन मीडिया उनसे सवाल नहीं करता.' जिसके बाद राहुल गांधी का यह बयान सेना के प्रति अपमानजनक बताया गया था.
किसने किया था राहुल गांधी पर केस?
राहुल गांधी द्वारा भारतीय सेना पर दिए गए विवादित बयान के बाद देशभर में उनकी आलोचना हुई थी. इस बयान के बाद सीमा सड़क संगठन (BRO) के रिटायर्ड डायरेक्टर उदय शंकर श्रीवास्तव ने राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दायर किया था. उन्होंने कहा था कि राहुल गांधी ने जानबूझकर भारतीय सेना की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से झूठे और मानहानिकारक बयान दिए हैं.
सेना ने जारी किया था आधिकारिक बयान
गलवान घाटी झड़प के बाद भारतीय सेना ने भी 12 दिसंबर को बयान जारी कर साफ किया था कि चीनी सेना ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की थी, जिसका भारतीय सेना ने पूरी मजबूती से जवाब दिया. जिसके बाद चीनी सैनिक वापस लौट गए थे. इस झड़प में दोनों पक्षों को हल्की चोटें आईं.