त्रिनिदाद एंड टोबैगो में PM Modi का ऐतिहासिक संबोधन: OCI कार्ड, राम मंदिर और बिहार की विरासत का जिक्र
यह प्रधानमंत्री मोदी की 8 महीनों में कैरिबियाई क्षेत्र की दूसरी यात्रा है. इससे पहले नवंबर 2024 में उन्होंने गुयाना का दौरा किया था. यह दर्शाता है कि भारत कैरिबियाई देशों को कितना महत्व देता है और कैरिबियाई समुदाय के साथ भारत की बढ़ती साझेदारी को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों की यात्रा के दूसरे चरण के तहत त्रिनिदाद और टोबैगो पहुंचे. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने भारतीय प्रवासियों को संबोधित किया और भारत-त्रिनिदाद और टोबैगो के संबंधों पर बात की. साथ ही उन्होंने भगवान राम से लेकर महाकुंभ और त्रिनिदाद और टोबैगो की रामलीलाओं का भी जिक्र किया.
भारतीय प्रवासियों को मिलेगा ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया कार्ड
पीएम मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो में भारतीय प्रवासियों की छठी पीढ़ी को ओवरसीज सिटिजनशिप ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड दिए जाने की बात की. उन्होंने कहा कि आप सिर्फ खून या उपनाम से ही नहीं जुड़े हैं. आप अपनेपन से भी जुड़े हैं.
प्रधानमंत्री ने भारत की अंतरिक्ष में उड़ान का जिक्र किया. उन्होंने कहा, "वो समय अब दूर नहीं है कि जब कोई भारतीय चंद्रमा पर पहुंचेगा और भारत का अपना अंतरिक्ष स्टेशन होगा. हम अब तारों को सिर्फ गिनते नहीं हैं, आदित्य मिशन के रूप में उनके पास जाने का प्रयास करते हैं. हमारे लिए अब चंदा मामा दूर के नहीं हैं."
पीएम मोदी ने बिहार की विरासत को बताया दुनिया का भी गौरव
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में बिहार की विरासत को भारत के अलावा दुनिया का भी गौरव बताया. उन्होंने कहा, "लोकतंत्र हो, राजनीति हो, कूटनीति हो, उच्च शिक्षा हो, बिहार ने सदियों पहले दुनिया को ऐसे अनेक विषयों में नई दिशा दिखाई थी. मुझे विश्वास है कि 21वीं सदी की दुनिया के लिए भी बिहार की धरती से नई प्रेरणाएं और नए अवसर निकलेंगे."
उन्होंने त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर को बिहार की बेटी बताया. उन्होंने कहा, "त्रिनिदाद और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर के पूर्वज बिहार के बक्सर से थे. कमला खुद वहां जाकर भी आई हैं और लोग उन्हें बिहार की बेटी मानते हैं."
पीएम मोदी ने भेंट में दी अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति
इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर द्वारा आयोजित रात्रिभोज के दौरान अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति, सरयू और प्रयागराज के महाकुंभ का पवित्र जल उन्हें भेंट किया. इस अवसर पर उन्होंने भारत और कैरिबियाई राष्ट्र के बीच गहरे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रिश्तों को उजागर किया.
500 साल बाद अयोध्या में रामलला की वापसी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, "हमें याद है कि आपने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए पवित्र जल और शिलाएं भेजी थीं. मैं भी इसी तरह की भक्ति भावना के साथ यहां कुछ लाया हूँ. अयोध्या में राम मंदिर की प्रतिकृति और सरयू नदी से कुछ जल लाना मेरे लिए सम्मान की बात है."
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा, "सांग्रे ग्रांडे और डाउ विलेज में होने वाली रामलीलाएं अनोखी हैं. श्री रामचरितमानस में कहा गया है कि ‘राम धामदा पुरी सुहावनि. लोक समस्त बिदित अति पावनि.’ इसका मतलब है कि प्रभु श्री राम की पवित्र नगरी अयोध्या की महिमा पूरी दुनिया में फैली है. आपके पूर्वजों ने कठिनाइयों का डटकर मुकाबला किया. वे गंगा-यमुना को पीछे छोड़ आए, लेकिन रामायण को अपने दिल में लाए. वे सिर्फ प्रवासी नहीं थे, बल्कि एक प्राचीन सभ्यता के दूत थे. आपने इस देश को सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध किया है."
प्रधानमंत्री मोदी ने 25 साल पहले की अपनी यात्रा को याद करते हुए कहा, "तब हम ब्रायन लारा के कवर ड्राइव और पुल शॉट्स की प्रशंसा करते थे. आज सुनील नरेन और निकोलस पूरन जैसे युवाओं में वही उत्साह जगाते हैं. तब से अब तक हमारी दोस्ती और मजबूत हुई है."
भोजपुरी चौताल का लिया आनंद
अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भोजपुरी चौताल का आनंद लिया और इससे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया. उन्होंने इसका कैप्शन भोजपुरी में लिखा, "एगो अनमोल सांस्कृतिक जुड़ाव! बहुत खुशी भइल कि पोर्ट ऑफ स्पेन में हम भोजपुरी चौताल प्रस्तुति के प्रदर्शन देखनी. त्रिनिदाद एंड टोबैगो आ भारत, खास करके पूर्वी यूपी आ बिहार के बीच के जुड़ाव उल्लेखनीय बा." इसपर भाजपा सांसद मनोज तिवारी का बयान आया. उन्होंने पीएम मोदी के पोस्ट को बिहार की समृद्ध संस्कृति से जोड़ा.
मनोज तिवारी ने लिखा, "बिहार की समृद्ध संस्कृति से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जुड़ाव देश में ही नहीं, विदेशों में भी दिखता है. पोर्ट ऑफ स्पेन में जब भोजपुरी चौताल की प्रस्तुति हुई, तो पीएम मोदी भावविभोर हो उठे. यह सिर्फ एक कला नहीं, हमारी आत्मा की अभिव्यक्ति है."
यह प्रधानमंत्री मोदी की 8 महीनों में कैरिबियाई क्षेत्र की दूसरी यात्रा है. इससे पहले नवंबर 2024 में उन्होंने गुयाना का दौरा किया था. यह दर्शाता है कि भारत कैरिबियाई देशों को कितना महत्व देता है और कैरिबियाई समुदाय के साथ भारत की बढ़ती साझेदारी को दर्शाता है.
A cultural connect like no other!
— Narendra Modi (@narendramodi) July 3, 2025
Very happy to have witnessed a Bhojpuri Chautaal performance in Port of Spain. The connect between Trinidad & Tobago and India, especially parts of eastern UP and Bihar is noteworthy. pic.twitter.com/O751WpAJc5