अयोध्या के बाद अब गोवा की बारी, 77 फुट ऊंची 'भगवान राम' की प्रतिमा का पीएम मोदी करेंगे अनावरण, शुरू हुई तैयारी
बता दें कि गोकर्ण पर्तगाली मठ के 550 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री मोदी कांस्य से बनी 77 फुट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. ये प्रतिमा गुजरात की नर्मदा नदी के किनारे बने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तरह होगी. प्रतिमा पर अभी काम जारी है. गोकर्ण पर्तगाली मठ में बनी ये प्रतिमा बेहद खास है, क्योंकि इसका स्वरूप अयोध्या की मूर्ति से काफी मिलता है.'
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अयोध्या में राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण के बाद एक बार फिर पीएम मोदी सनातन धर्म और राष्ट्र के नाम ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने वाले हैं. 28 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी गोवा के गोकर्ण पर्तगाली जीवोत्तम मठ में 77 फुट ऊंची 'भगवान राम' की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. इससे पहले 25 नवंबर को पीएम मोदी ने राम मंदिर के संपूर्ण निर्माण के बाद ध्वजारोहण किया था.
पीएम मोदी 'भगवान राम' की प्रतिमा का करेंगे अनावरण
बता दें कि गोकर्ण पर्तगाली मठ के 550 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री मोदी कांस्य से बनी 77 फुट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. ये प्रतिमा गुजरात की नर्मदा नदी के किनारे बने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तरह होगी. प्रतिमा पर अभी काम जारी है. गोकर्ण पर्तगाली मठ में बनी ये प्रतिमा बेहद खास है, क्योंकि इसका स्वरूप अयोध्या की मूर्ति से काफी मिलता है. इसमें भगवान राम के हाथ में धनुष और बाण हैं और चेहरे पर सौम्यता और दिव्यता का भाव है.
प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार के मार्गदर्शन में बनी यह प्रतिमा
भगवान राम की इस प्रतिमा को नोएडा के प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार के मार्गदर्शन में बनाया जा रहा है. इससे पहले राम सुतार ने गुजरात में बनी भारत के पहले उपप्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा को डिजाइन किया था. अब उन्होंने गोवा की राम मूर्ति को डिजाइन किया है. राम भगवान की मूर्ति के अलावा, एक रामायण थीम पार्क और राम संग्रहालय का निर्माण भी किया जा रहा है.
राम नाम जप अभियान और भजनी सप्ताह का कार्यक्रम चलेगा
गोकर्ण पर्तगाली मठ का 550वां साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 550 करोड़ रुपए का राम नाम जप अभियान और भजनी सप्ताह का कार्यक्रम चलाया जाएगा, जो कि 24 नवंबर से शुरू हो चुका है और 31 दिसंबर तक चलेगा. इसके अलावा 11 दिन का उत्सव भी मठ में मनाया जाएगा, जहां भजन कीर्तन और खास पूजा-पाठ का आयोजन होगा.
प्रतिमा की खास बातें
यह 77 फुट ऊंची प्रतिमा स्वरूप में अयोध्या में स्थापित भगवान राम की प्रतिमा से काफी मिलती-जुलती बताई जा रही है. इसमें भगवान राम एक हाथ में धनुष और दूसरे हाथ में बाण लिए दिखाई देंगे. उनके चेहरे पर सौम्यता, दृढ़ता और दिव्य आभा का भाव उकेरा गया है, जो प्रतिमा को अत्यंत जीवंत और अद्भुत बनाता है. प्रतिमा को कांस्य धातु से तैयार किया जा रहा है और इसका स्टाइल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर तय किया गया है.
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जानकारी के लिए बता दें कि गोकर्ण पर्तगाली मठ, सारस्वत ब्राह्मण समुदाय के सबसे सम्मानित मठों में से एक है. इसकी स्थापना श्री राम चंद्र तीर्थ ने 1656 ईसवीं में की थी. मठ के अंदर भगवान राम, भगवान लक्ष्मण और मां सीता मुख्य देवता के रूप में पूजे जाते हैं. मठ के परिसर में अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी विराजमान हैं. देशभर में इस मठ की 33 अलग-अलग शाखाएं बनी हैं.
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