अब कैंसर के इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा बाहर, 8 एकड़ में बनेगा अत्याधुनिक अस्पताल, अयोध्या को मिली बड़ी सौगात
UP Cancer Hospital: अयोध्या न सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए जानी जाएगी, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी एक नई मिसाल बनेगी. यह अस्पताल पूरे पूर्वांचल और आसपास के क्षेत्रों के लिए बड़ी राहत साबित होगा.
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Ayodhya Cancer Hospital: रामनगरी अयोध्या के लोगों के लिए एक बड़ी राहत भरी खबर सामने आई है.अब कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए अयोध्या के मरीजों को लखनऊ, दिल्ली या अन्य बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा. अयोध्या में जल्द ही एक अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल बनाया जाएगा, जहां कम खर्च में इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी. यह अस्पताल नमो फाउंडेशन के नेतृत्व में बनाया जाएगा और इसके लिए 6 से 8 एकड़ जमीन पर निर्माण की योजना है.
राम मंदिर ट्रस्ट और नमो फाउंडेशन की अहम बैठक
इस महत्वपूर्ण परियोजना को लेकर राम मंदिर ट्रस्ट और नमो फाउंडेशन के बीच बैठक आयोजित की गई. बैठक में नमो फाउंडेशन की छह सदस्यीय टीम शामिल हुई. इस दौरान अस्पताल की जगह, निर्माण प्रक्रिया और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई. जानकारी के अनुसार यह कैंसर अस्पताल सूर्य कुंड के पास बनाए जाने की संभावना है. फिलहाल नमो फाउंडेशन की टीम अयोध्या में उपयुक्त जमीन का निरीक्षण कर रही है.
राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र के नाम पर होगा अस्पताल
बैठक में यह भी तय किया गया कि अयोध्या में बनने वाला यह कैंसर अस्पताल राजा विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र के नाम पर रखा जाएगा. यह अस्पताल न सिर्फ इलाज का केंद्र होगा, बल्कि जनसेवा और मानव कल्याण का भी प्रतीक बनेगा.
रतन टाटा की सोच से प्रेरित है नमो कैंसर फाउंडेशन
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि नमो कैंसर फाउंडेशन की परिकल्पना देश के प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा की सोच से प्रेरित है. रतन टाटा का सपना था कि देश के अलग-अलग हिस्सों में कैंसर की जांच और इलाज की बेहतर सुविधाएं हों, ताकि आम लोगों को राहत मिल सके. इसी उद्देश्य से नमो फाउंडेशन की स्थापना की गई.
राजा यतींद्र मिश्र देंगे जमीन
नृपेंद्र मिश्रा ने जानकारी दी कि नमो फाउंडेशन की टीम ने अयोध्या के राजा यतींद्र मिश्र से संपर्क किया है. राजा अयोध्या ने इस परियोजना के लिए 6 से 8 एकड़ भूमि उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि राजा अयोध्या इस अस्पताल को लेकर पूरी तरह सकारात्मक हैं और चाहते हैं कि अयोध्या में स्वास्थ्य सुविधाएं और मजबूत हों.
कम खर्च में होगा कैंसर का इलाज
इस कैंसर अस्पताल का सबसे बड़ा उद्देश्य जनसेवा होगा. नृपेंद्र मिश्रा ने साफ किया कि यहां इलाज बहुत महंगा नहीं होगा, ताकि गरीब और मध्यम वर्ग के लोग भी आसानी से कैंसर का इलाज करा सकें. अस्पताल में राम मंदिर ट्रस्ट की भी विशेष पहचान रहेगी.
24 महीने में बनकर तैयार होगा
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अस्पताल बताया गया है कि कैंसर अस्पताल का निर्माण कार्य 24 महीनों के भीतर पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद अयोध्या न सिर्फ धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान के लिए जानी जाएगी, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में भी एक नई मिसाल बनेगी. यह अस्पताल पूरे पूर्वांचल और आसपास के क्षेत्रों के लिए बड़ी राहत साबित होगा.
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