अब सड़क हादसों में जान जाने का खतरा होगा कम, एक्सप्रेस-वे पर मिलेगी तुरंत राहत, योगी सरकार ने किए खास इंतज़ाम
विशेषज्ञों का मानना है कि योगी सरकार का यह फैसला सुरक्षा प्रबंधन के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम है. पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी राज्य ने एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर फायर चौकियां बनाने का निर्णय लिया है.
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CM Yogi: उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश की जनता की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा और ऐतिहासिक फैसला लिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अब राज्य के सभी एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर फायर टेंडर और छोटी फायर चौकियां बनाई जाएंगी, ताकि सड़क हादसों या औद्योगिक दुर्घटनाओं के समय तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया जा सके. इस फैसले का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सड़क दुर्घटनाओं में किसी की जान ‘गोल्डन ऑवर’ के दौरान न जाए, यानी हादसे के पहले घंटे में ही सही समय पर मदद मिल सके.
एक्सप्रेस-वे पर बढ़ेगी सुरक्षा, मिनटों में मिलेगी राहत
- प्रदेश में गंगा एक्सप्रेस-वे, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे जैसे प्रमुख मार्गों पर अब हर 100 किलोमीटर पर अत्याधुनिक फायर स्टेशन बनाए जाएंगे.
- इन चौकियों में फायर टेंडर, प्राथमिक चिकित्सा उपकरण और प्रशिक्षित स्टाफ तैनात रहेगा, ताकि अगर कहीं आग लगने या कोई सड़क दुर्घटना होती है तो 10 से 15 मिनट के भीतर राहत कार्य शुरू हो सके.
- इस व्यवस्था से न केवल हादसों में घायल लोगों को तुरंत मदद मिलेगी, बल्कि वाहनों में आग लगने जैसी घटनाओं पर भी तेजी से नियंत्रण पाया जा सकेगा.
अग्निशमन विभाग को मिलेगी नई जिम्मेदारी
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अब अग्निशमन विभाग को सिर्फ “आग बुझाने वाला विभाग” नहीं माना जाएगा.
- प्रदेश के बढ़ते शहरीकरण और औद्योगिक विकास को देखते हुए विभाग को आपदा प्रबंधन और रेस्क्यू ऑपरेशन जैसी जिम्मेदारियां भी निभानी होंगी.
- इसके लिए हर रीजन में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त यूनिट्स बनाई जाएंगी, जो केमिकल, बायोलॉजिकल और रेडियोलॉजिकल हादसों जैसी जटिल स्थितियों से भी निपटने में सक्षम होंगी.
हर जिले में तुरंत राहत की व्यवस्था
- योगी सरकार चाहती है कि अब प्रदेश में कहीं भी ऐसी स्थिति न बने, जहां आग लगने या किसी दुर्घटना के समय मदद देर से पहुंच
- इसके लिए हर जिले के लिए एक अलग रेस्क्यू प्लान तैयार किया जाएगा, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत प्रतिक्रिया दी जा सके.
- साथ ही, प्रदेश के सभी प्रमुख हवाईअड्डों कुशीनगर, आजमगढ़, श्रावस्ती, कानपुर और अयोध्या आदि पर भी फायर सर्विस की टीमें पहले से तैनात रहेंगी.
नई भर्तियां और बेहतर प्रशिक्षण
- प्रदेश सरकार ने अग्निशमन विभाग में 98 राजपत्रित और 922 अराजपत्रित पदों को मंजूरी दी है.
- इससे विभाग में नई भर्तियां होंगी और कामकाज में तेजी आएगी.
- अग्निशमन प्रशिक्षण महाविद्यालय में भी नए पद सृजित किए जाएंगे, ताकि प्रशिक्षण की गुणवत्ता और बेहतर हो सके.
- इसके साथ ही हर जिले में अकाउंट कैडर बनाया जाएगा, जिससे वित्तीय और प्रशासनिक कामकाज पारदर्शी हो सके.
डिजिटल होगी फायर सर्विस, बढ़ेगी पारदर्शिता
- योगी सरकार जल्द ही अग्निशमन विभाग को पूरी तरह डिजिटल करने जा रही है.
- इसमें ड्रोन, GPS और ऑनलाइन ट्रैकिंग सिस्टम की मदद से हादसों की वास्तविक स्थिति पर नज़र रखी जाएगी.
- इससे राहत कार्यों की निगरानी करना और तुरंत निर्णय लेना आसान हो जाएगा.
सुरक्षा प्रबंधन में ऐतिहासिक कदम
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विशेषज्ञों का मानना है कि योगी सरकार का यह फैसला सुरक्षा प्रबंधन के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम है. पहली बार ऐसा हुआ है जब किसी राज्य ने एक्सप्रेस-वे पर हर 100 किलोमीटर की दूरी पर फायर चौकियां बनाने का निर्णय लिया है.
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