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Nepal Protest: कौन हैं रवि लामिछाने, जिन्हें प्रदर्शनकार‍ियों ने जेल से छुड़ाया, क्‍या वही बनेंगे केपी शर्मा ओली के उत्‍तराध‍िकारी!

केपी शर्मा के इस्तीफे के बाद प्रदर्शनकारियों ने पूर्व डिप्टी पीएम रवि लामिछाने को जेल से रिहा करा लिया है. कोऑपरेटिव घोटाले में बंद लामिछाने नेपाल के सबसे युवा नेताओं में गिने जाते हैं. जानिए कौन है रवि लामिछाने, जो नेपाल के अगले बनेंगे अगले प्रधानमंत्री बन सकते हैं.

09 Sep, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
05:58 PM )
Nepal Protest: कौन हैं रवि लामिछाने, जिन्हें प्रदर्शनकार‍ियों ने जेल से छुड़ाया, क्‍या वही बनेंगे केपी शर्मा ओली के उत्‍तराध‍िकारी!
रवि लामिछाने (फाइल फोटो)

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे के बाद प्रदर्शनकारियों का ध्यान अब उन नेताओं पर है, जिन्हें ओली ने जेल में डलवाया था. कहा जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने पूर्व डिप्टी पीएम रवि लामिछाने को जेल से रिहा करा लिया है. कोऑपरेटिव घोटाले में बंद लामिछाने नेपाल के सबसे युवा नेताओं में गिने जाते हैं. 2022 में उन्होंने राष्ट्रिय स्वतंत्रता पार्टी (RSP) बनाई थी और पहले ही चुनाव में 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 20 सीटें जीतकर सत्ता गठबंधन का हिस्सा बने. इसके दम पर उन्हें डिप्टी पीएम और गृह मंत्री का पद मिला था.

राजनीति में कदम रखने से पहले रवि लामिछाने एक चर्चित टीवी होस्ट थे. उनका शो ‘सीधा कुरा जनता संग’ भ्रष्टाचार और सामाजिक अन्याय को बेबाकी से उजागर करता था. इसी मंच से उन्हें जनता का अपार समर्थन मिला. उनकी लोकप्रियता इतनी बढ़ी कि लोगों ने उन्हें ‘आवाज़ बनो बेआवाज़ों की’ सम्मान से भी नवाज़ा.

2022 में रवि लामिछाने ने बनाई पार्टी

नेपाल में फैलते सियासी भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए रवि लामिछाने ने राजनीति में कदम रखा. 2022 में उन्होंने राष्ट्रिय स्वतंत्र पार्टी (RSP) की नींव रखी. गांव-गांव जाकर उन्होंने युवाओं को जोड़ा और देखते ही देखते लाखों युवा उनके साथ खड़े हो गए. उनकी बढ़ती लोकप्रियता को देखकर बड़ी-बड़ी पार्टियों ने गठजोड़ का प्रस्ताव दिया, लेकिन रवि ने सभी ऑफर ठुकरा दिए.


पहले चुनाव में ही जबरदस्‍त रवि लामिछाने को कामयाबी

2022 के चुनावी अखाड़े में उतरते ही रवि लामिछाने ने इतिहास रच दिया. उनकी पार्टी ने 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में 20 सीटें जीतकर पहली बार में ही सबसे बड़ी कामयाबी हासिल की. नतीजा ये रहा कि RSP को सत्ता में हिस्सेदारी मिली और रवि लामिछाने डिप्टी प्रधानमंत्री के साथ-साथ गृहमंत्री की कुर्सी तक पहुंच गए.

जब रवि लामिछाने राजनीति में सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहे थे, तभी उन पर नागरिकता को लेकर विवाद खड़ा हो गया. 2014 में उन्होंने अमेरिकी नागरिकता ली थी, जिसके बाद नेपाल का कानून मानता है कि उनकी नेपाली नागरिकता स्वतः समाप्त हो गई. लामिछाने का दावा था कि उन्होंने 2018 में अमेरिकी नागरिकता छोड़ दी थी, लेकिन उन्होंने दोबारा नेपाली नागरिकता नहीं ली. इसी आधार पर जनवरी 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने उनकी सांसदी रद्द कर दी. नतीजा उन्हें डिप्टी पीएम और गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा.

कानूनी प्रक्रिया पूरी कर फिर से नेपाली नागरिकता की  हासिल 

इस्तीफे के कुछ दिन बाद रवि लामिछाने ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर फिर से नेपाली नागरिकता हासिल की और अपनी पार्टी RSP के अध्यक्ष बन गए. लेकिन गोरखा मीडिया नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर रहते हुए उन पर सूर्यदर्शन कोऑपरेटिव घोटाले में गबन के आरोप लगे. फरवरी से दिसंबर 2024 तक जांच चली और अक्टूबर 2024 में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. तब से वे जेल में बंद हैं. हालांकि उनके समर्थकों का दावा है कि लामिछाने निर्दोष हैं और उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है.

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