वक्फ कानून के विरोध में फिर से जल उठा मुर्शिदाबाद, उपद्रवियों ने फूंके कई वाहन, बमबारी भी की, ट्रेन पर बरसाए पत्थर, कई पुलिस वाले घायल
मुर्शिदाबाद के सुती क्षेत्र में वक्फ कानून को लेकर फैली हिंसा ने उग्र रूप ले लिया है. उपद्रवियों ने राज्य के धूलियागंगा और नीम टिटा स्टेशनों के बीच जमकर तोड़फोड़ की. जिसकी वजह से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. बाकी 5 से ज्यादा ट्रेनों के रूट को डायवर्ट किया गया है. पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी ने बताया कि "2 बजकर 46 मिनट पर अवरोध उत्पन्न हुआ. लगभग 5000 से ज्यादा लोग एक साथ पटरियों पर आकर बैठ गए. एक क्रॉसिंग गेट को उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है
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वक्फ कानून को रद्द करने की मांग को लेकर देश भर में विरोध-प्रदर्शन जारी है. कई राज्यों में मामला काफी हिंसक बनता जा रहा है. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में 9 अप्रैल को हुई हिंसा के बाद उपद्रवियों ने एक बार फिर से शुक्रवार को भी कई वाहनों को फूंक डाला. मुर्शिदाबाद के सुती क्षेत्र में फैली हिंसा ने उग्र रूप ले लिया है. 2 दिन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस बिल को बंगाल में न लागू करने को लेकर बयान दिया था. उसके बाद शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर उतरकर जमकर तोड़फोड़ की और कई प्राइवेट और सरकारी वाहनों को आग लगा दी. इसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि क्षेत्र में बमबारी भी हुई है. उपद्रवियों ने ट्रेन को भी निशाना बनाया है. जहां भीड़ ने पथराव किया और ट्रेन में यात्रियों के सामानों को लूट लिया. इस घटना के बाद 2 ट्रेनों को रद्द किया गया है और 5 ट्रेनों के रूट को डायवर्ट किया गया है. इस इलाके में भारतीय दंड संहिता की धारा 163 लागू कर दी गई है. लेकिन इसके बावजूद भी भीड़ लगातार इकट्ठा हो रही है. नेशनल हाईवे के पास स्टेशन पर रेलवे सेवा बाधित हो गई है.
फिर से सुलग उठा मुर्शिदाबाद उपद्रवियों ने कई वाहनों को लगाई आग
बता दें कि वक्फ संशोधन कानून को लेकर बीते कई दिनों से मुर्शिदाबाद जिले के कई इलाके सुलग रहे हैं. इनमें जंगीपुर, सुती जैसे कई इलाकों में प्रदर्शनकारियों द्वारा कई सरकारी और प्राइवेट वाहनों में आग लगा दी जा रही है. पुलिसकर्मियों के साथ उपद्रवियों की झड़प हो रही हैं. इस बीच शुक्रवार को सुती और शमशेरगंज इलाकों में हजारों लोग जुलूसों में शामिल हुए. उसके बाद साजू मोड़ इलाके के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को जाम करने की कोशिश की गई. जब पुलिस वालों ने उन्हें रोका तो प्रदर्शनकारियों ने उन पर बम फेंके और पथराव भी किया. इसमें कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं . इस रास्ते से गुजर रहे कई आमजन लोग भी चोटिल हुए हैं. उपद्रवियों का उत्पात बढ़ता देखकर पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया और आंसू गैस के गोले छोड़े. बता दे की हिंसा वाली जगह पर स्थिति अभी तक नियंत्रित नहीं हो पाई है. इस इलाके में अतिरिक्त बल भी भेजा गया है.
माहौल बिगड़ने से कई ट्रेनें रद्द और कई के रूट डायवर्ट
मुर्शिदाबाद के सुती क्षेत्र में वक्फ कानून को लेकर फैली हिंसा ने उग्र रूप ले लिया है. उपद्रवियों ने राज्य के धूलियागंगा और नीम टिटा स्टेशनों के बीच जमकर तोड़फोड़ की. जिसकी वजह से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. बाकी 5 से ज्यादा ट्रेनों के रूट को डायवर्ट किया गया है. पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारी ने बताया कि "2 बजकर 46 मिनट पर अवरोध उत्पन्न हुआ. लगभग 5000 से ज्यादा लोग एक साथ पटरियों पर आकर बैठ गए. एक क्रॉसिंग गेट को उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है.
भाजपा ने ममता सरकार पर साधा निशाना
पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने इस हिंसा पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जमकर घेरा है. उन्होंने कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ने बंगाल को जिहादियों के हाथों में सौंप दिया है. उनकी पार्टी का एक मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी खुलेआम धमकी दे रहा है. उसे तो तुरंत जेल में बंद करना चाहिए. आज मुर्शिदाबाद में हालात बस से ज्यादा बदतर है. धुनियान और सुती में कई हिंदु मंदिर तोड़े जा रहे हैं. कई ट्रेनें रास्ते में खड़ी हैं. कितने सारे लोग फंसे हुए हैं. उनकी सुरक्षा कौन करेगा. ममता बनर्जी लॉ एंड ऑर्डर लागू करने में पूरी तरह से विफल हो गई हैं. हमारे 10 से 12 पुलिस के जवान घायल हैं. आखिर पुलिस की बंदूक किस दिन काम आएगी. ममता को तुरंत केंद्रीय गृहमंत्री से बात करके फोर्स तैनात करवाना चाहिए.
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