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मां और बेटा मिलकर चलाते थे सेक्स रैकेट...नागपुर पुलिस ने ग्राहक बनकर मारी छापेमारी, कई लड़कियों को जिस्मफरोशी से बचाया

महाराष्ट्र की नागपुर पुलिस ने एक ऐसे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश किया है, जिसके आरोपी मां और बेटे हैं. इनके चंगुल से कई लड़कियों को निकाला गया है, जिनसे जबरन जिस्मफरोशी का धंधा करवाया जा रहा था.

महाराष्ट्र में एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जिसके आरोपी खुद मां और बेटे हैं. दोनों मिलकर सेक्स रैकेट चला रहे थे. बता दें पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र के नागपुर जिले की पुलिस जिस्मफरोशी धंधे को रोकने के लिए 'ऑपरेशन शक्ति' चला रही है. इसके तहत शहर के कई इलाकों में ऑपरेशन के अंतर्गत छापेमारी कर रही है. ऐसे में इसी ऑपरेशन के तहत नागपुर शहर के हुडकेश्वर इलाके में छापा मारा, तो छापे में सेक्स रैकेट चलाने वाले मास्टरमाइंड मां-बेटे निकले, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई लड़कियों को इस धंधे में जबरन धकेला गया था. फिलहाल पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. 

पुलिस से बचने की निकाली थी गज़ब की तरकीब 

नागपुर पुलिस ने बताया कि आरोपी सुनीता विकास कांबले और बेटे यश विकास कांबले ने इस धंधे में पुलिस से बचने के लिए गज़ब की तरकीब निकाली थी. दोनों ने RTO विभाग का निजी काम करने के नाम पर पिछले 6 महीने से एक घर किराए पर लिया था, जहां पर वह देह व्यापार का अड्डा चला रहे थे. इस दौरान नागपुर पुलिस के क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि हुडकेश्वर लेआउट के एक मकान में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है. इसमें पैसो के लालच में कई युवतियों से देह व्यापार कराया जा रहा है, जिसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर मामले का पर्दाफाश किया.

ग्राहक बनकर आई थी पुलिस 

इस मामले में पुलिस एक ग्राहक के रूप में देह व्यापार वाले अड्डे पर गई, उसके बाद एक युवती से ऑनलाइन सौदा हुआ और एडवांस 1,000 रुपए भी भेजे गए. यह डील पूरी होते ही पुलिस ने छापा मारकर मां-बेटे को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा मौके से कई और युवक-युवतियों को भी पकड़ा गया है. 

लड़कियों को कैसे अपने जाल फंसाते थे?

मां और बेटे द्वारा कराए जा रहे देह व्यापार के धंधे में फंसी कई लड़कियों को निकाला गया है. इस दौरान पुलिस ने छत्तीसगढ़ की रहने वाली 27 वर्षीय एक युवती को भी इनके चंगुल से निकाला है. इस युवती ने बताया कि उसे पैसे का लालच देकर नागपुर बुलाया गया था, आरोपी केवल प्रीमियम ग्राहकों को ही लड़कियां उपलब्ध कराते थे. यह अपने ग्राहकों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से बुलाते थे. आरोपी लोगों को व्हाट्सएप पर फोटो भेजकर सौदा पक्का करते थे. इसके अलावा कॉल के जरिए भी सौदा होता था. 

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