हिंदुओं पर अत्याचार नहीं सहेगा हिंदुस्तान! ढाका में दीपू दास की मॉब लिंचिंग, VHP का बांग्लादेश के खिलाफ हल्ला-बोल
VHP Protest Bangladesh High Commission: बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की बर्बर तरीके से की गई हत्या और मॉब लिंचिंग के विरोध में VHP और बजरंग दल के सदस्यों ने बांग्लादेशी उच्चायोग के बाहर जोरदार हल्ला बोला. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल की तैनात की गई है.
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बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचारों और दीपू चंद्र दास की मॉब लिंचिंग के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद यानी VHP और अन्य हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश हाई कमीशन के सामने जमकर हल्ला बोला है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ने की भी कोशिश की, जहां पुलिस ने हल्के बल प्रयोग के जरिए उन्हें रोका. आपको बता दें कि विरोध-प्रदर्शन के ऐलान के मद्देनजर बांग्लादेश उच्चायोग के पास भारी सुरक्षा तैनात की गई है.
बांग्लादेश में पढ़ रहे भारतीय मेडिकल स्टूडेंट्स की जिंदगी भी खतरे में!
आपको बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं के साथ-साथ भारत से पढ़ने गए मेडिकल स्टूडेंट्स की भी सुरक्षा दांव पर लगी है. इस संबंध में ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AIMSA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. AIMSA ने कहा है कि बांग्लादेश में हालात बेहद अस्थिर हैं और छात्र डर व असुरक्षा के माहौल में जी रहे हैं. दोनों देशों में बढ़ रहे तनावों के बीच भारत ने बीते दिनों ढाका स्थित अपना वीजा आवेदन केंद्र बंद कर दिया था. वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश ने नई दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग और त्रिपुरा के सहायक मिशन में भी वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से स्थगित कर दी हैं. ढाका ने इसके पीछे ‘अपरिहार्य परिस्थितियों’ का हवाला दिया है.
बांग्लादेश के खिलाफ जम्मू में भी प्रदर्शन!
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ दिल्ली सहित पूरे देश में भी विरोध प्रदर्शन हो रहा है. जम्मू में हाई कोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू ने भी बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे हमलों के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान वकीलों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग को लेकर नारेबाज़ी की. वहीं विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ अत्याचारों और दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या के विरोध में भोपाल में भी प्रदर्शन किया.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचारों और दीपू चंद्र दास की मॉब लिंचिंग के खिलाफ विश्व हिंदू परिषद यानी VHP और अन्य हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश हाई कमीशन के सामने जमकर हल्ला बोला.
— NMF NEWS (@nmfnewsofficial) December 23, 2025
#VHP #Bangladesh #DipuChandraDas | @VHPDigital pic.twitter.com/zWfoFn1DB6
बांग्लादेश ने रोकीं वीजा सेवाएं!
वहीं भारत के साथ बढ़ते तनाव और विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर बांग्लादेश ने नई दिल्ली स्थित अपने उच्चायोग और त्रिपुरा के सहायक मिशन में भी वीजा सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी हैं. ढाका की ओर से जारी सार्वजनिक सूचना में कहा गया कि ‘अपरिहार्य परिस्थितियों’ के चलते यह फैसला लिया गया है. पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में वीजा आवेदन प्रक्रिया संभालने वाले एक निजी ऑपरेटर ने भी अपनी सेवाएं रोक दी हैं.
ये देख सनातन का जनसैलाब जो गर्व से ख़ुद को हिन्दू कह रहा है।
— स्वामी दीपांकर (@swamidipankar) December 23, 2025
घर- घर जाएंगे हर हिंदू को जगाएंगे, कहेंगे संगठित हो जाओ, वरना हम सब भी दीपू चंद्र दास ही है।
आभार पिंकी भैया
और बांग्लादेश जैसी घटना के बाद हिन्दू का संगठित होना ज़रूरी है- जाति नहीं “हिंदू” pic.twitter.com/M6dMWLgeD9
आपको बता दें कि बीते दिनों ढाका में जिहादी भीड़ द्वारा गरीब हिंदू युवक दीपू दास की एक झूठे ईशनिंदा के आरोप में बर्बर रूप से हत्या कर दी गई. दीपू की मौत को महज हत्या कहना ठीक नहीं होगा, बल्कि यह एक मॉब लिंचिंग थी, जहां जान की प्यासी, ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगा रही भीड़ ने पहले दीपू की पीट-पीटकर अधमरा कर दिया, फिर उसे इसी हालत में पेड़ से लटकाकर उसके शव को आग लगा दी गई. इस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा भी किया था.
दीपू ने नहीं की थी कोई ईशनिंदा: पुलिस
दरअसल दीपू की लिंचिंग के सिलसिले में बांग्लादेशी अधिकारियों ने खुलासा किया है कि इस बात के कोई सीधे सबूत नहीं हैं कि बांग्लादेश के मैमनसिंह में जिस हिंदू युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी, उसने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली कोई अपमानजनक बात कही हो.
इस्लाम का झूठा आरोप, मुस्लिम सहकर्मी ने दीपू को मरवा दिया!
बता दें, दीपू चंद्र दास को उनकी फैक्ट्री में एक मुस्लिम सहकर्मी ने ईशनिंदा का आरोप लगाकर मॉब लिंचिंग में बेरहमी से मार डाला था. 18 दिसंबर की रात भीड़ ने दास को मार डाला और फिर इस्लाम का अपमान करने के आरोप में उसके शव को पेड़ से लटकाकर आग लगा दी.
ईशनिंदा के नहीं मिले कोई सबूत!
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मैमनसिंह में RAB-14 के कंपनी कमांडर एमडी समसुज्जमां ने बांग्लादेशी अखबार ‘द डेली स्टार’ को बताया कि ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है, जिससे यह पता चले कि मृतक ने फेसबुक पर ऐसा कुछ लिखा हो, जिससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची हो.
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