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'भारत किसी भी स्थिति के लिए तैयार...', पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के दावे पर राजनाथ सिंह की सख्त चेतावनी

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान द्वारा परमाणु गतिविधियों की खबर सामने आने के बाद कहा कि 'भारत ऐसी खबरों से घबराया नहीं है, जो भी परीक्षण करना चाहते हैं करें, हम उन्हें कैसे रो सकते हैं, लेकिन जो भी हो हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.'

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने परमाणु हथियारों के परीक्षण पर पाकिस्तान को सख्त चेतावनी दी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बीते दिनों पाकिस्तान के गुप्त रूप से परमाणु हथियारों के परीक्षण के दावे पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत किसी भी स्थिति के लिए तैयार है. हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान राजनाथ सिंह से जब सवाल किया गया कि क्या भारत भी वैसा ही करेगा? तो उन्होंने कहा कि पहले देखें तो कि वह करते हैं या नहीं? 

'भारत ऐसी खबरों से घबराया नहीं'

राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान द्वारा परमाणु गतिविधियों की खबर सामने आने के बाद कहा कि 'भारत ऐसी खबरों से घबराया नहीं है, जो भी परीक्षण करना चाहते हैं करें, हम उन्हें कैसे रो सकते हैं, लेकिन जो भी हो हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं.'

पाकिस्तान की गुप्त परमाणु गतिविधियों पर विदेश मंत्रालय का बयान 

पाकिस्तान द्वारा परमाणु हथियारों के परीक्षण संबंधी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा किए गए दावे पर विदेश मंत्रालय की तरफ से भी बयान जारी किया गया. इसमें कहा गया है कि 'इस्लामाबाद की गुप्त परमाणु गतिविधियां, दशकों से तस्करी, निर्यात नियंत्रण से जुड़े उल्लंघनों और गुप्त साझेदारियों पर आधारित रही है.' भारत ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए यह भी कहा कि 'हमेशा अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान की परमाणु प्रसार के साथ-साथ परमाणु बम के जनक ए. क्यू. खान की गतिविधियों की ओर आकर्षित किया है. जिनकी साल 2021 में मृत्यु हो गई थी.'

'पाकिस्तान का अंतरराष्ट्रीय परमाणु प्रसार काला बाजार से जुड़ा' 

पाकिस्तान के परमाणु बम के जनक ए. क्यू. खान की गतिविधियों पर भारत ने निशाना साधते हुए कहा कि 'मिसाइल तकनीकों की आपूर्ति के लिए पाकिस्तान एक अंतराष्ट्रीय नेटवर्क स्थापित करने के लिए जाना जाता था.' भारत ने यह भी कहा कि 'उन्होंने उत्तर कोरिया और ईरान जैसे देशों को परमाणु तकनीक की सप्लाई में खास मदद की थी.' 

क्या है अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का दावा? 

दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों घोषणा की थी कि अमेरिका 30 साल से अधिक समय बाद परमाणु हथियारों का परीक्षण फिर शुरू करेगा, क्योंकि अन्य देश हाल ही में टेस्ट कर रहे हैं.' इस दौरान ट्रंप ने तर्क दिया था कि 'जब दूसरे देश भूमिगत परीक्षण जारी रखे हुए हैं, तो अमेरिका ही अकेला ऐसा देश क्यों रहे, जो परीक्षण से परहेज करें.' उन्होंने पाकिस्तान का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि 'इस्लामाबाद लगातार न्यूक्लियर टेस्ट कर कर रहा है.'

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