'मैं अगर होती, तो उनके मुंह पर कालिख पोत देती...', अनिरुद्धाचार्य के बयान पर भड़की कांग्रेस नेता अलका लांबा, कहा - आपको गुस्सा उनके बयान पर होना चाहिए
Dis - कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष अलका लांबा ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्वामी अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि 'अगर मैं होती और मेरे बस में होता, तो अनिरुद्धाचार्य के मुंह पर कालिख पोत देती.'
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वृंदावन के कथावाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य द्वारा लिव-इन रिलेशनशिप पर दिए गए बयान का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. इस बीच कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष अलका लांबा भी उनके विरोध में खड़ी हो गई हैं. उन्होंने कहा है कि अगर मैं होती और मेरे बस में होता, तो मैं उनके मुंह पर कालिख पोत देती. इससे पहले बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन खुशबू पाटनी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोला था. इसके अलावा कई अन्य महिला संगठनों ने भी उनके इस बयान का विरोध जताया है.
क्या था अनिरुद्धाचार्य का बयान?
यह पूरा विवाद तब शुरू हुआ, जब वृंदावन के कथावाचक ने अपनी कथा के दौरान एक सभा में कहा था कि 'लोग फिर जल्दी शादियां करना शुरू कर देंगे. क्योंकि लोग लड़कियां तब लाते हैं, जब वह 25 साल की हो जाती है, तब तक 25 साल की वह लड़की 4 जगह मुंह मार चुकी होती है.' अनिरुद्धाचार्य के इसी बयान के बाद विवाद शुरू हुआ था.
'मेरे बस में होता, तो अनिरुद्धाचार्य के मुंह पर कालिख पोत देती'
इस बीच कांग्रेस महिला मोर्चा की अध्यक्ष अलका लांबा ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्वामी अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि 'अगर मैं होती और मेरे बस में होता, तो अनिरुद्धाचार्य के मुंह पर कालिख पोत देती. अब बहुत से लोग आएंगे और बोलेंगे देखिए अलका लांबा ने हमारे गुरु जी, कथावाचक को ऐसे कैसे बोल दिया, तो मैं ऐसे लोगों से कहना चाहती हूं कि आपको गुस्सा अनिरुद्धाचार्य के बयान पर होना चाहिए मेरे ऊपर नहीं.'
'मैं कभी नारी का अपमान नहीं कर सकता'
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाली लड़कियों को लेकर दिए गए अपने बयान पर माफी मांगते हुए शनिवार को एक सभा में कहा कि 'आप कैसी बहू चाहती हो जो लिव-इन में रहकर आई हो? क्या आपमें से कोई भी मां अपने बेटे के लिए लिव-इन में रहने वाली बहू चाहेगी? हमने कहा कि शादी से पहले लिव-इन में रहना गलत है, तो लोगों ने मेरा विरोध किया, क्योंकि हमने सत्य बोला. मैं कभी नारी का अपमान नहीं कर सकता.'
बढ़ते विवाद को देखते हुए माफी मांगी
अनिरुद्धाचार्य ने आगे कहा कि 'बहनें मेरा आधा-अधूरा वीडियो सुनने के बाद नाराज हैं. मेरा यह वायरल वीडियो AI से बनाया गया है. इस वीडियो में मेरे मूल विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. मेरा इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था. अगर किसी को हमारी बातों से दुख पहुंचा है, तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं.'
एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन ने भी जताया था विरोध
बॉलीवुड की एक्ट्रेस दिशा पाटनी की बहन खुशबू ने भी स्वामी अनिरुद्धाचार्य के विरोध में मोर्चा खोल दिया था. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए अपना विरोध जताते हुए कहा था कि 'अगर ये मेरे सामने होता, तो मैं इसे समझा देती कि मुंह मारना क्या होता है. ये राष्ट्र-विरोधी है.'
अनिरुद्धाचार्य को कहा था बदमाश
खुशबू ने आगे अपने बयान में कहा था कि 'इस तरह के अव्वल दर्जे के बदमाशों से बचके रहना चाहिए. समाज के सारे नामर्द इसे फॉलो करते हैं. यह कहता है कि लड़कियां जो लिव-इन में रहती हैं, मुंह मारके आती हैं. उसने यह क्यों नहीं बोला कि लड़के जो लिव-इन में रहते हैं वो मुंह मारते हैं? क्या लड़की अकेली लिव-इन में रहती है? और लिव-इन में रहना क्या गलत है?'
कहां के रहने वाले है स्वामी अनिरुद्धाचार्य?
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वृंदावन में रहने वाले देश के चर्चित कथावाचक अनिरुद्धाचार्य मूल रूप से मध्य-प्रदेश के जबलपुर के रहने वाले हैं. वह यूपी के वृंदावन में गौरी गोपाल नाम से आश्रम चलाते हैं. जहां गायों की सेवा के अलावा वृद्धाश्रम भी चलाया जाता है. उनकी कथा सुनने देश से हर रोज हजारों-लाखों की संख्या में आते हैं. उनकी वीडियो और कथा सुनाने का अंदाज सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहता है.
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