कर्नाटक में भगवान गणेश और नाग देवता की मूर्तियों को तोड़ा गया, शिवमोगा में स्थिति तनावपूर्ण, पुलिस ने संभाला मोर्चा
कर्नाटक में शिवमोगा के बंगरप्पा लेआउट इलाके में भगवान गणेश और नाग देवता की मूर्तियों को खंडित करने का मामला सामने आया है. यहां अज्ञात बदमाशों ने दोनों ही मूर्तियों को खंडित कर एक मूर्ति को नाले में फेंक दिया. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में भयंकर गुस्सा देखने को मिल रहा है. यहां के सभी स्थानीय लोगों ने पुलिस से मामले पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है. बता दें कि यह पूरी घटना रविवार 6 जुलाई की है.

कर्नाटक के शिवमोगा में अज्ञात बदमाशों ने भगवान गणेश और नाग देवता की मूर्तियों को खंडित कर दिया है. इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस ने दी है. मूर्तियों के खंडित होते ही इलाके में तनाव फैल गया आसपास के लोगों ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए देवताओं के अपमान पर गुस्सा जताया और पुलिस कार्रवाई के साथ सभी आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है. कई सीनियर पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और स्थानीय लोगों से बातचीत की. फिलहाल इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. जिसके चलते भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. इस घटना पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. राज्य की विपक्षी दल भाजपा ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा है.
'भगवान गणेश और नाग देवता की मूर्तियां खंडित'
बता दें कि रविवार सुबह कर्नाटक में शिवमोगा के बंगरप्पा लेआउट इलाके में स्थिति उस समय तनावपूर्ण बन गई, जब स्थानीय लोगों ने अज्ञात बदमाशों द्वारा भगवान गणेश और नाग देवता की मूर्तियों को खंडित करने की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस के मुताबिक नाग देवता की मूर्ति सड़क किनारे नाले में पड़ी पाई गई. यह पूरी घटना शांति नगर वार्ड में हुई. जहां हाल ही में लेआउट की मुख्य सड़क पर दोनों ही मूर्तियां स्थापित कराई गई थीं. इस घटना के बाद आसपास के लोगों के अंदर भयंकर गुस्सा और आक्रोश देखने को मिला. स्थानीय लोगों ने आरोपियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की है. घटनास्थल पर मौजूद पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया, लेकिन अभी भी माहौल पूरी तरीके से ठीक नहीं है. पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि 'मामला दर्ज कर लिया गया है. हमने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया है. किसी भी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.'
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घटना पर भाजपा ने कांग्रेस सरकार को घेरा
मूर्तियों के खंडित होने का मामला अब राजनीतिक रूप ले चुका है. भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विजयेंद्र ने सोशल मीडिया X पर एक पोस्ट के जरिए राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि शिवमोगा में शरारती हरकतों में थोड़े समय के विराम के बाद हिंदू विरोधी तत्वों ने एक बार फिर से अपनी हरकतें शुरू कर दी हैं. 'मूर्ति को नाले में फेंक दिया गया. हिंदू संगठनों को बुरी नजर से देखने वाली कर्नाटक की कांग्रेस सरकार हमेशा हिंदू विरोधी ताकतों की कट्टर समर्थक बनकर खड़ी रही है. शिवमोगा जिले में बदमाशों की ज्यादतियां चरम सीमा पर पहुंच गई है.'
सरकार को भुगतना पड़ेगा गंभीर परिणाम
भाजपा विधायक ने कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि 'अगर सरकार इन दुष्ट तत्वों के खिलाफ तुरंत कोई भी सख्त कार्रवाई नहीं करती है, तो जो भी परिणाम होगा. उसकी जिम्मेदार वह खुद होगी. कांग्रेस की ओर से फिलहाल इस पर अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.