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IAS Sanjeev Hans : बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस गिरफ़्तार ! 95 करोड़ का रिजॉर्ट और 10 करोड़ का फ्लैट भी ईडी के कब्जे में !

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे खास अफसरों में से एक संजीव हंस को उनके पटना स्थित सरकारी आवास से गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने संजीव हंस के बिजनेस पार्टनर रहे पूर्व विधायक गुलाब यादव को भी दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि दोनों के ऊपर अरबों रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगा है।

19 Oct, 2024
( Updated: 04 Dec, 2025
03:41 AM )
IAS Sanjeev Hans : बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस गिरफ़्तार ! 95 करोड़ का रिजॉर्ट और 10 करोड़ का फ्लैट भी ईडी के कब्जे में !
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी रहे सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं संजीव हंस के करीबी और उनके बिजनेस पार्टनर रहे राजेडी के पूर्व विधायक गुलाब यादव को भी गिरफ्तार किया गया है। दोनों की गिरफ्तारी अलग-अलग राज्यों से हुई है। इनमें संजीव हंस को बिहार की राजधानी पटना वहीं गुलाब यादव को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। बता दें कि दोनों के ऊपर आय से अधिक संपत्ति और अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। इन पर मनी लांड्रिंग के तहत एक्शन हुआ है। 

नीतीश के काफी खास अफसर हैं संजीव हंस 


आपको बता दें कि सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस की गिरफ्तारी के लिए ईडी की टीम शुक्रवार को उनके पटना स्थित सरकारी आवास पर सुबह से ही डेरा जमाए हुई थी और देर शाम तक उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। संजीव हंस बिहार सीएम नीतीश कुमार के पसंदीदा अफसरों में से एक हैं। खबरों के मुताबिक नीतीश कुमार के कार्यकाल में इन्हें लंबे समय तक कई महत्वपूर्ण पदों पर पोस्टिंग मिलती रही है। संजीव को बिजली कंपनी की पूरी कमान काफी लंबे समय तक मिली हुई थी। वह बिहार के पहले ऐसे आईएएस अधिकारी हैं। जो ईडी के द्वारा गिरफ्तार किए गए हैं। संजीव हंस की गिरफ्तारी के बाद उन्हें विशेष कोर्ट में पेश करने के बाद 29 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें बेऊर जेल भेजा गया है। वहीं पूर्व विधायक गुलाब सिंह को ईडी आज दिल्ली से पटना लेकर आएगी। 

संजीव हंस के कई ठिकानों पर ईडी की छापेमारी 


शुक्रवार दोपहर के बाद से ही इस बात की आशंका जताई जा रही थी कि ईडी संजीव हंस के पटना स्थित सरकारी आवास के अलावा अन्य ठिकानों पर तगड़ी छापेमारी कर सकती है। वहीं दिल्ली के तीन ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है। 

संजीव हंस उनकी पत्नी और पूर्व विधायक पर मनी लांड्रिंग के तहत हुआ एक्शन 

बता दें कि ईडी की पहल पर बिहार की विशेष निगरानी इकाई ने आईएएस अधिकारी संजीव हंस उनकी पत्नी और पूर्व विधायक समेत कई अन्य आरोपियों पर आय से अधिक संपत्ति रखने और अपने पद का दुरुपयोग करने के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया था।

संजीव हंस ने भ्रष्टाचार के जरिए अरबों की संपत्ति जुटाई 


बिहार के सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक ने मिलकर भ्रष्टाचार के जरिए अरबों रुपए की संपत्ति जुटाई है। दोनों के अलावा संजीव हंस की पत्नी और कई अन्य लोग भी इस भ्रष्टाचार में शामिल थे। जिसकी जानकारी ईडी ने जुटाई थी। जिसमें पाया गया कि सभी ने मिलकर हवाला के जरिए करोड़ों रुपए की हेराफेरी और बड़ी रकम की लेनदेन की है। इसके साथ कई बेनामी संपत्तियों में भी निवेश की जानकारी मिली थी। दोनों के पास अकूत संपत्ति पाई गई थी। कई ठिकानों पर इतने सबूत मिले कि जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया। संजीव पर एक महिला वकील को 2 करोड़ 44 लाख देने का भी आरोप लगा था 
यही नहीं इस महिला वकील को संजीव ने लखनऊ में 90 लाख रुपए का फ्लैट भी दिलवाया था। जानकारी के लिए बता दें कि इस महिला वकील ने पूर्व में संजीव हंस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। संजीव और उनके बिजनेस पार्टनर रहे गुलाब चंद यादव की पत्नियों के नाम भी कई बड़ी संपत्तियां हैं। 

संजीव हंस और गुलाब यादव की पत्नियों के नाम करोड़ों की संपत्तियां 


संजीव और गुलाब यादव की पत्नियों के नाम भी कई बड़ी संपत्तियां पाई गई हैं। इनमें दोनों के नाम पुणे में सीएनजी पंप है। संजीव की पत्नी हरलोविलिन कौर और मोना हंस और गुलाब की पत्नी अंबिका यादव दोनों ज्वाइंट वेंचर के तहत यह पेट्रोल पंप चला रही हैं।  इस पंप की जमीन अंबिका के नाम है। सीएनजी पंप को साल 2015 में एक करोड़ 80 लाख में खरीदा गया था। ईडी के मुताबिक संजीव का एक परिवार दिल्ली के फ्लैट में रहता है। जो बिहार सरकार के ऊर्जा विभाग के ठेकेदार प्रवीण चौधरी के नाम है। इस फ्लैट की कीमत 9 करोड़ 60 लाख बताई जा रही है। 

95 करोड़ का रिजॉर्ट भी ईडी के कब्जे में 


संजीव हंस के बारे में एक और जानकारी मिली है। जिसमें बताया गया है कि हिमाचल में इनके नाम 95 करोड़ के एक रिजॉर्ट में बड़ा निवेश है। वहीं संजीव के पिता करीबी रिश्तेदार के नाम से भी एक विला है। जिसकी कीमत करीब 1 करोड़ रूपये बताई जा रही है। बता दें कि ईडी के इस एक्शन से संजीव हंस और गुलाब यादव बुरे फंसते नजर आ रहे है क्योंकि ईडी ने इस मामले में कई और लोगों को नामजद किया है। खबरों के मुताबिक संजीव और गुलाब के साथ उनकी पत्नियों और करीब 13 लोगों को नामजद किया गया है। 

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