हरियाणा सिविल सेवा परीक्षा के बदले नियम, अब पैटर्न होगा नया और ज्यादा आसान
Haryana: हरियाणा सरकार का यह फैसला सिविल सेवा परीक्षा को ज्यादा संतुलित, पारदर्शी और गंभीर बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है. नए पैटर्न से अब उम्मीदवारों को भाषा, सामान्य अध्ययन और व्यक्तित्व तीनों स्तरों पर खुद को बेहतर तरीके से साबित करने का मौका मिलेगा
Follow Us:
HPSC HCS Update: हरियाणा सरकार ने सिविल सेवा परीक्षा को लेकर एक बड़ा बदलाव किया है. इस बदलाव का मकसद परीक्षा प्रणाली को ज्यादा पारदर्शी, संतुलित और प्रतियोगी बनाना है. नए नियमों के अनुसार अब मुख्य लिखित परीक्षा का स्वरूप पूरी तरह बदल दिया गया है. पहले जहां मुख्य परीक्षा में केवल चार पेपर होते थे, अब उनकी संख्या बढ़ाकर छह प्रश्नपत्र कर दी गई है. इन सभी प्रश्नपत्रों का कुल अंक भार 600 अंक होगा, जबकि इसके बाद होने वाला इंटरव्यू यानी व्यक्तित्व परीक्षा 75 अंकों की होगी.
अब छह पेपर होंगे, हर पेपर 100 अंकों का
नई व्यवस्था के तहत मुख्य लिखित परीक्षा में कुल छह प्रश्नपत्र शामिल होंगे. इनमें से एक अंग्रेजी भाषा का पेपर होगा और एक हिंदी भाषा का पेपर. दोनों ही भाषाओं के पेपर 100-100 अंकों के होंगे और इनमें निबंध भी शामिल रहेगा. इसके अलावा चार सामान्य अध्ययन (जनरल स्टडीज) के पेपर होंगे, जिनमें से हर एक का अंक भार भी 100 अंक रखा गया है. इस तरह पूरी मुख्य लिखित परीक्षा अब 600 अंकों की हो गई है.
कौन सा पेपर किस विषय का होगा
प्रश्नपत्रों का क्रम और विषय भी साफ कर दिया गया है.
प्रश्नपत्र-1: अंग्रेजी (अंग्रेजी निबंध सहित)
प्रश्नपत्र-2: हिंदी (हिंदी निबंध सहित)
प्रश्नपत्र-3: सामान्य अध्ययन – प्रथम
प्रश्नपत्र-4: सामान्य अध्ययन – द्वितीय
प्रश्नपत्र-5: सामान्य अध्ययन – तृतीय
प्रश्नपत्र-6: सामान्य अध्ययन – चतुर्थ
सभी प्रश्नपत्र पारंपरिक यानी वर्णनात्मक (निबंधात्मक) होंगे, जिससे उम्मीदवारों की समझ, सोच और विश्लेषण क्षमता का सही मूल्यांकन किया जा सके.
पेपर की अवधि और भाषा का विकल्प
हर प्रश्नपत्र की समयावधि तीन घंटे तय की गई है. भाषा या साहित्य के पेपर को छोड़कर बाकी सभी विषयों के उत्तर उम्मीदवार हिंदी या अंग्रेजी, किसी भी भाषा में लिख सकते हैं. इससे उन अभ्यर्थियों को राहत मिलेगी, जो किसी एक भाषा में ज्यादा सहज महसूस करते हैं.
इंटरव्यू और बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या
मुख्य लिखित परीक्षा के बाद होने वाली व्यक्तित्व परीक्षा (इंटरव्यू) कुल 75 अंकों की होगी. मुख्य परीक्षा के लिए बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या, विज्ञापित रिक्तियों की संख्या से 12 गुना होगी. वहीं इंटरव्यू के लिए बुलाए जाने वाले उम्मीदवारों की संख्या, रिक्तियों की संख्या से 3 गुना तय की गई है. अगर किसी स्तर पर समान अंक पाने वाले उम्मीदवार होते हैं, तो उन्हें भी इसमें शामिल किया जाएगा.
पूर्व सैनिकों के लिए जरूरी बदलाव
अब पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को भी सभी लिखित पेपरों में बैठना अनिवार्य होगा. पहले कुछ मामलों में छूट मिलती थी, लेकिन अब सभी उम्मीदवारों के लिए एक समान नियम लागू होंगे.
न्यूनतम अंक तय, तभी मिलेगा इंटरव्यू का मौका
इंटरव्यू के लिए बुलाए जाने के लिए उम्मीदवार को सभी लिखित पेपरों में मिलाकर कम से कम 45 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होगा. इसके साथ ही हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में अलग-अलग कम से कम 33 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य किया गया है. इनमें से किसी एक में भी कम अंक आने पर उम्मीदवार आगे नहीं बढ़ पाएगा.
फाइनल मेरिट कैसे बनेगी
अंतिम चयन सूची यानी मेरिट लिस्ट, मुख्य लिखित परीक्षा (600 अंक) और इंटरव्यू (75 अंक) को मिलाकर कुल 675 अंकों के आधार पर बनाई जाएगी. इसमें उम्मीदवार द्वारा चुनी गई सेवाओं की प्राथमिकता को भी ध्यान में रखा जाएगा.
टाई होने पर क्या होगा फैसला
अगर दो या उससे ज्यादा उम्मीदवारों के मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के कुल अंक बराबर होते हैं, तो पहले मुख्य लिखित परीक्षा में ज्यादा अंक लाने वाले को वरीयता दी जाएगी. अगर वहां भी बराबरी रहती है, तो आयु में बड़े उम्मीदवार को योग्यता में ऊपर माना जाएगा.
हरियाणा सरकार का यह फैसला सिविल सेवा परीक्षा को ज्यादा संतुलित, पारदर्शी और गंभीर बनाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है. नए पैटर्न से अब उम्मीदवारों को भाषा, सामान्य अध्ययन और व्यक्तित्व तीनों स्तरों पर खुद को बेहतर तरीके से साबित करने का मौका मिलेगा
Advertisement
यह भी पढ़ें
Advertisement