'हिम्मत है तो सामने से घुसकर देखो...पुतला के साथ तुम्हें भी', अरुणाचल प्रदेश से उठी बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ हुंकार
बांग्लादेशी सामान को बैन करना होगा...चिकन नेक को डिवाइड करेगा, हिम्मत है तो सामने आकर देखो...बांग्लादेश के खिलाफ अरुणाचल प्रदेश में एक नई लहर देखी जा रही है. ऐसी चेतावनी दी जा रही है कि खुद मोहम्मद यूनुस कांप जाएगा.
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बांग्लादेश कट्टरपंथियों की गिरफ्त में चला गया है. बीते साल शेख हसीना की सरकार उखाड़ फेंकने के बाद वहां के कुछ जिहादी और भारत-विरोधी नफरत में सालों से जी रहे तत्व हिंदुस्तान को खंड-खंड करने, उसके चिकन नेक यानी कि पूर्वोत्तर के राज्यों को तोड़ने का कभी न पूरा होने वाला सपना देख रहे हैं. इतना ही नहीं, भारत पर हमला करने की भी गीदड़भभकी दे रहे हैं. उन्हें शायद यह नहीं पता कि उनका आका पाकिस्तान ये हरकतें करके कई बार देख चुका है, लेकिन शायद इतिहास भूलने की बीमारी पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान की पुरानी बीमारी है.
खैर, जिस नॉर्थ ईस्ट में घुसने, अलग करने और तोड़ने का सपना देख रहे हैं ये कल के बांग्लादेशी नेता, जिहादी और उपद्रवी तत्व, उन्हें अरुणाचल प्रदेश के राष्ट्रवादी लोगों ने, कट्टर देशभक्तों ने जोरदार जवाब और चुनौती दी है. यह महज बांग्लादेश की तरह गीदड़भभकी नहीं है, यह वह चेतावनी है जिसकी कीमत उन्हें चुकानी होगी. यह वह कब्र है जिसे बांग्लादेशी कट्टरपंथियों ने खुद अपने लिए खोदा है.
आपको बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में बीते कई महीनों से अवैध मस्जिद के खिलाफ एक जनआंदोलन चल रहा था, लेकिन अब उसमें एक नई धार और नया पैनापन देखने को मिल रहा है. राजधानी ईटानगर में अवैध घुसपैठ के खिलाफ भी एक विशाल क्रांति जन्म ले रही है. हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर शासन और सरकार से दो टूक कहा कि इनके खिलाफ कठोर से कठोर कदम उठाए जाएं और अवैध बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें फौरन देश से बाहर किया जाए. मालूम हो कि यह प्रदर्शन महज सांकेतिक विरोध-प्रदर्शन नहीं, बल्कि अपनी ज़मीन, देश, संस्कृति, पहचान और राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा का संकल्प है, जिसे कट्टर देशभक्तों ने लिया है.
इतना ही नहीं, अरुणाचल प्रदेश इंडिजिनस यूथ ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष तारो सोनम लियाक के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की हत्या के खिलाफ भी नारे बुलंद किए गए. इतना ही नहीं, यह चेतावनी भी दी गई कि अभी तो पुतला फूंका जा रहा है, आगे जरूरत पड़ी तो बांग्लादेशी मोहम्मद यूनुस को भी 'फूंक' दिया जाएगा. स्थानीय लोगों ने साफ कहा कि अब चुप रहने का समय खत्म हो चुका है.
तारो सोनम लियाक का जोरदार भाषण, पढ़िए क्या कहा!
अरुणाचल प्रदेश इंडिजिनस यूथ ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष तारो सोनम लियाक ने इस दौरान जोरदार भाषण दिया. उन्होंने मोहम्मद यूनुस और बांग्लादेशी कट्टरपंथियों को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर हिम्मत है तो सामने आकर देखो.
जब चीन सीमा से सटे इलाके में लगे भारत माता की जय के नारे!
भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय, भारत माता की जय. वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम.
सबको शुक्रगुजार और हमारा नमन. जो लोग भी आज इस रैली में पार्टिसिपेट किए हैं, इसको पूरे भारतवर्ष ने देखा है. वर्ल्ड वाइड ने देखा है. हमारे पास भारत का जीवन कितना है, भारत से कितना लगाव है, भारत से कितना प्यार है, आज हम सबने दिखाया है.
हमारी क्लियर सोच है इलीगल इमीग्रेंट्स. इलीगल इमीग्रेंट की जब हम बात करते हैं तो बहुत सारा है. बहुत से देशों से हम घिरे हुए हैं. नीचे में देखो तो म्यांमार है, ऊपर में देखो तो चाइना है. फिर भी हमारा अरुणाचल स्टेट है कि नहीं.
बांग्लादेशी घुसपैठियों तुम्हारे लिए यहां जगह नहीं है, हिम्मत है तो सामने आकर देखो....भारत माता की जय, वंदे मातरम...
— News Express (@newsexpresslive) December 29, 2025
अरूणाचल प्रदेश से बांग्लादेश के कट्टरपंथियों को तगड़ी चेतावनी, चिकन नेक का सपना देख रहे हो, आंख निकाल ली जाएगी.
#Bangladesh #TaroSonamLiyak pic.twitter.com/1bgGXUFmyT
ढहेगी अवैध मस्जिद!
तो आप सबके सामने आज एक बहुत बड़ी खुशखबर लेकर आया है. ये खुशखबर जो शायद इतिहास में लिखा जाएगा. हमने इशू को लेकर यहां इलीगल स्ट्रक्चर ऑफ मस्जिद को लेकर 6 ऑफ अक्टूबर में शुरू किया था. आज उसका एक परिणाम हमको मिला है. अब लोग एक्साइटेड हैं कि कौन सा परिणाम है. ये परिणाम है. हमने बोला, स्ट्रक्चर जो इलीगल बनाकर रखा है, डिस्मेंटल करने के लिए, अभी वो डिस्मेंटल होने जा रहा है. ये हमारी जीत है या नहीं है.
ये सारे अरुणाचल की जीत है. ये आप सबके प्यार की जीत है. तो ये मस्जिद है, मदीना मस्जिद, उसको लोगों ने आश्वासन दिया है. नो मोर मस्जिद. ये हमारी पहली जीत है. ये हम सबकी जीत है. हां, सबकी जीत है. बांग्लादेशी लोगों को हमारे यहां कोई जगह नहीं!
ये इंश्योरेंस कॉपी आज मेरे हाथ में है. ये क्लियर कट मैसेज है उस बांग्लादेशी को कि हमारे यहां आपके लिए कोई जगह नहीं है. यहां में टॉप के लिए भी आपके लिए कोई जगह नहीं है. ये मैं आपको बोल रहा हूं. आप लोगों के कुछ संगठन, नेशनल सिटिजनशिप पार्टी, आपके लिए आवाज उठा रही थी. अगर हिम्मत हो तो आप घुस के देखो. जो चोरी-छुपे घुसते हैं, उनको कम से कम हम लोग 200 से ऊपर बाहर फेंक चुके हैं. आज मीडिया के सामने कैमरे पर हम बोल रहे हैं, 200 को बाहर फेंक दिया.
हमने अंदर ही अंदर अपना काम किया. लेकिन कुछ-कुछ चीजें ऑफ कैमरा में करनी पड़ती हैं. लेकिन आज आप लोगों को इसलिए बता रहे हैं क्योंकि हमने पहली जीत हासिल की है. जो मस्जिद है, अब वो मस्जिद नहीं रहेगी.
इसलिए जो जितने लोग आए हैं, आप लोगों को एक ही बात बोलूंगा. आपके पास इतना बड़ा ऑर्गेनाइजेशन नहीं है, इतना रिसोर्सफुल नहीं है, फिर भी दिल और जिगरे वाले रिसोर्सेज के साथ हम लोग आपकी ओर खड़े हैं.
अगर हिम्मत है तो सामने आकर देखो!
हम लोगों को जो सिलीगुड़ी कॉरिडोर है, जिसे चिकन नेक भी बलते हैं, वहां से डिवाइड करेगा बोल रहा है. तो अगर हिम्मत है तो खुले आम चैलेंज करके देखो. हम आपको चैलेंज करते हैं. आप लोग गुस्सा क्यों करते हैं. अगर हिम्मत है तो खुले आम करके देखो, तब आपके चैलेंज को हम लोग कबूल करेंगे. 'यूनुस का पुतला जला रहे हैं, सामने होता तो...'
और वहां के जो अभी केयरटेकर प्राइम मिनिस्टर मोहम्मद यूनुस हैं, वो ऐसे इंसान हैं कि हमारे एक भारतीय को वहां खुलेआम जलाया गया, लेकिन वहां की सरकार ने कोई एक्शन नहीं लिया. इसलिए आज तुम्हारा पुतला जला रहे हैं, अगर तुम सामने होते तो भी जलाना था. भारत माता की जय, भारत माता की जय. वंदे मातरम, वंदे मातरम, वंदे मातरम.
बैन हो बांग्लादेशी सामान!
उन्होंने आगे कहा बांग्लादेश को हम चला रहे हैं... हमारे स्टेट में, खासकर अरुणाचल में बांग्लादेश से आने वाले आइटम हैं, प्राण वहां के जो आइटम्स हैं, उनको हम लोगों को बैन करना पड़ेगा. हम सोचते हैं सरकार को भी इसे गंभीरता से लेना चाहिए और बैन करना चाहिए. हमारी इकॉनमी को सबसे पहले खत्म कर रहा है वह खाने-पीने का आइटम जो बांग्लादेश से आ रहा है, उसे बंद करना होगा. अरुणाचली का पैसा बाहर क्यों जाने दिया जाए.
और पब्लिक को आज एक मैसेज देना चाहता हूं. ये मैसेज आप लोगों को समझना है. आज की ये महासभा, इस रैली में जितने लोग पार्टिसिपेट किए हैं. यहां पर हम सोचते हैं कि जो बेनी पोलो मानता है, वो पार्टिसिपेट करना चाहिए. जो क्रिश्चियन मानता है, वो पार्टिसिपेट करना चाहिए. जो अपने आपको इंडियन मानता है, वो मुस्लिम भाई भी पार्टिसिपेट करना चाहिए.
'ये जंग की शुरुआत है'
तारो ने आगे कहा कि यहां हम इलीगल और लीगल की बात कर रहे हैं. नॉट कम्यूनल. इसको अभी जान लीजिए. बहुत लोग सोचते होंगे कि इस मुहिम को चलाने के लिए फंडिंग की गई है. आरपीओ आज आप लोगों के सामने क्लियर कट पास कर रहा है. हम लोग एंट्री को बंद करने वाला काम नहीं कर रहे हैं. जिसको भी हमने मदद मांगी है, बिजनेस के हिसाब से मदद मांगी है. और आगे भी हम स्टेट के हित में काम करेंगे. यहां पर अभी सिर्फ शुरुआत है.
बहुत लोग सोचते होंगे कि मुहिम खत्म हो गई. नहीं, ये जंग की शुरुआत है. आज ऐलान करता हूं, जहां भी एनर्जी नहीं होगी, कोई भी हो, उसको बाहर निकलना होगा. हमारी इकॉनमी क्यों डाउन हो रही है, पैसा क्यों बाहर जा रहा है, आपको समझना होगा. हर एक चीज आउटसाइड छीनी जा रही है, उसे खत्म करना पड़ेगा.
इसलिए आज आप लोगों ने जंग का ऐलान किया है. जो शुरुआत की है, उसे बीच रास्ते में नहीं छोड़ा जाएगा. अगर सरकार 22 जनवरी तक नहीं सुनती है, तो हम लोग सेंट्रल गवर्नमेंट को बचाने के लिए रेडी होंगे. आप सब साथ देंगे कि नहीं देंगे, सपोर्ट करेंगे कि नहीं करेंगे. बहुत खुश हैं. ज्यादा बोलना नहीं है. जहां भी इलीगल इमीग्रेंट मिलेगा, वहां कार्रवाई होगी.
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थैंक यू सो मच...भारत माता की जय...भारत माता की जय...थैंक यू.
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