बांग्लादेश की पूर्व PM खालिदा जिया का निधन, लंबे समय से थीं बीमार, इसी महीने बेटे तारिक रहमान की हुई थी वतन वापसी
Khaleda Zia Dies: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का 80 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है. वो लंबे समय से बीमार थीं और उनका ढाका के एवरकेयर अस्पताल में इलाज चल रहा था. आम चुनाव से ठीक पहले उनका दुनिया से चला जाना बांग्लादेश के चुनाव पर बहुत प्रभाव डालने वाला है.
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बांग्लादेश में होने वाले नेशनल इलेक्शन से पहले एक बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन हो गया है. उन्होंने 80 वर्ष की उम्र में ढाका के एवरकेयर हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली. जिया लंबे समय से बीमार चल रही थीं और उन्हें पिछले दिनों 12 दिसंबर को वेंटिलेटर पर रखा गया था. जिया बांग्लादेश की पूर्व पीएम, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख होने के साथ-साथ बांग्लादेश के भावी प्रधानमंत्री कहे जा रहे बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान की मां थीं.
आपको बता दें कि बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की हालत इतनी नाजुक थी कि उन्हें बेहतर इलाज के लिए लंदन भी एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका. उन्हें इसी महीने वेंटिलेटर पर रखा गया था. जिया को सांस लेने में दिक्कत बढ़ने, ऑक्सीजन लेवल में गिरावट और कार्बन डाइऑक्साइड बढ़ने की वजह से शुरू में हाई-फ्लो नेजल कैनुला और बाइपैप मशीन पर रखा गया था, लेकिन जब उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, तो उनके फेफड़ों और दूसरे अंगों को आराम देने के लिए उन्हें ‘इलेक्टिव वेंटिलेटर सपोर्ट’ पर रखा गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
जिया की फेल हो चुकी थी किडनी
डॉक्टरों ने इससे पहले जानकारी दी थी कि जिया की किडनी फेल हो गई थी. इसकी वजह से उनका डायलिसिस शुरू किया गया था और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग और डिसेमिनेटेड इंट्रावैस्कुलर कोएगुलेशन (डीआईसी) से होने वाली दिक्कतों की वजह से उन्हें खून और शरीर के अलग-अलग हिस्सों के ट्रांसफ्यूजन की जरूरत थी.
पूर्व पीएम के एओर्टिक वाल्व में भी कुछ दिक्कत की जानकारी सामने आई थीं. वाल्व में परेशानी आने के बाद ‘टीईई’ (ट्रांसइसोफेगल इकोकार्डियोग्राम) टेस्ट में इन्फेक्टिव एंडोकार्डिटिस का पता चला. मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों ने इसके बाद इंटरनेशनल गाइडलाइन्स के हिसाब से इलाज शुरू किया था.
वहीं, दूसरी ओर 27 नवंबर को एक्यूट पैंक्रियाटाइटिस का पता चला था. उनके शरीर में गंभीर बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन भी पाया गया था. इस वजह से उन्हें अधिक डोज वाला एंटीबायोटिक और एंटीफंगल ट्रीटमेंट दिया जा रहा था.
एयरलिफ्ट नहीं हो सका था!
बता दें कि बीएनपी प्रमुख को बेहतर इलाज के लिए लंदन ले जाने की योजना बनाई जा रही थी. इसके लिए लगभग सारी तैयारी भी पूरी की जा चुकी थी, लेकिन जिया का स्वास्थ्य उस स्थिति में नहीं था कि उन्हें एयरलिफ्ट करके लंदन तक सफर कराया जा सके. इस वजह से उन्हें एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका. इससे पहले कि उनकी सेहत में सुधार होता, उनका निधन हो गया.
1 दिसंबर को जिया को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था
आपको बता दें कि बीते 1 दिसंबर को बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किए जाने पर पीएम मोदी की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की थी.
पीएम मोदी ने दिया था हर संभव मदद का भरोसा, की थी शीघ्र स्वस्थ होने की कामना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा था कि बांग्लादेश के सार्वजनिक जीवन में कई वर्षों तक योगदान देने वाली बेगम खालिदा जिया के स्वास्थ्य के बारे में जानकर गहरी चिंता हुई. उन्होंने आगे लिखा था कि वो उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं. भारत हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है.
ढाका के एवरकेयर अस्पताल में चल रहा था इलाज!
आपको बता दें कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया की हालत बेहद नाजुक स्थिति में वेंटिलेटर पर शिफ्ट की गई थीं. बांग्लादेशी मीडिया के अनुसार उन्हें एवरकेयर हॉस्पिटल की कोरोनरी केयर यूनिट में इलाज के लिए 23 नवंबर को भर्ती कराया गया था.
उन्हें कई बार विदेश भेजने की भी तैयारी हुई, लेकिन लगातार बिगड़ती तबीयत को देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें एयरलिफ्ट न कराने की हिदायत दी थी. 80 साल की पूर्व प्रधानमंत्री कई बीमारियों से जूझ रही थीं, जिनमें दिल की समस्याएं, डायबिटीज, आर्थराइटिस, लिवर सिरोसिस और किडनी की परेशानी शामिल हैं.
बेटे की 17 साल बाद हुई थी बांग्लादेश वापसी!
आपको बता दें कि उनके बेटे और बांग्लादेश के भावी प्रधानमंत्री कहे जाने वाले बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान इसी महीने 25 दिसंबर को करीब 17 साल के लंबे अरसे बाद अपने देश बांग्लादेश पहुंचे थे. बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष तारिक रहमान अपनी पत्नी जुबैदा रहमान और बेटी बैरिस्टर जाइमा रहमान के साथ देश लौटे थे.
2007 में तारिक रहमान को किया गया था गिरफ्तार!
तारिक रहमान को 2007 में राजनीतिक उथल-पुथल के दौरान गिरफ्तार किया गया था. 2008 में जेल से रिहा होने के बाद वह अपने परिवार के साथ इलाज के लिए ब्रिटेन चले गए थे और तब से वहीं रह रहे थे. पिछले साल 5 अगस्त को लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई अवामी लीग की सरकार के गिरने के दौरान देश में भारी हिंसा देखने को मिली. हिंसक विद्रोह के बाद अलग-अलग मामलों में तारिक रहमान को सजा देने वाले कोर्ट के कई फैसलों को पलट दिया गया था.
कुछ दूसरे मामलों में उन्हें कानूनी कार्रवाई के जरिए बरी कर दिया गया था. मां खालिदा जिया के स्वास्थ्य खराब होने के बाद से तारिक रहमान की वापसी की चर्चा ने जोर पकड़ लिया था. तारिक ने भी बांग्लादेश चुनाव में अपनी वापसी का ऐलान किया था.
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