CM योगी की ऊर्जा नीति को मिली नई ताकत, 15 किलोवाट सोलर प्लांट से हर माह ₹20 हजार की बचत
CM Yogi: सरकार ने सभी आरडब्ल्यूए से अपील की है कि वे पीएम सूर्यघर योजना का लाभ उठाकर अपने कॉमन एरिया में सोलर रूफटॉप संयंत्र लगवाएं और स्वच्छ ऊर्जा अभियान का हिस्सा बनें. इससे न सिर्फ बिजली बिल घटेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण भी सुनिश्चित होगा
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UP Solar Plant: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार लगातार नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा दे रही है. इसी दिशा में लखनऊ से एक बड़ी और सकारात्मक पहल सामने आई है. केंद्र सरकार की पीएम सूर्यघर योजना के तहत लखनऊ की एक रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (RWA) में पहली बार सामुदायिक सोलर रूफटॉप संयंत्र सफलतापूर्वक लगाया गया है. यह पहल न सिर्फ बिजली की बचत कर रही है, बल्कि स्वच्छ और हरित ऊर्जा को अपनाने का मजबूत संदेश भी दे रही है.
लखनऊ की पहली RWA जहां लगा सामुदायिक सोलर प्लांट
लखनऊ के गोखले मार्ग स्थित सूर्या अपार्टमेंट RWA में 15 किलोवाट क्षमता का सोलर रूफटॉप संयंत्र लगाया गया है. यह संयंत्र अपार्टमेंट के कॉमन एरिया में उपयोग होने वाली बिजली की जरूरतों को पूरा कर रहा है. लिफ्ट, लाइटिंग, पानी की मोटर और अन्य सामुदायिक सुविधाओं के लिए अब सोलर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे हर महीने बिजली बिल में करीब 15 से 20 हजार रुपये की बचत हो रही है. यह लखनऊ की किसी भी आरडब्ल्यूए में पीएम सूर्यघर योजना के तहत लगाया गया पहला सामुदायिक सोलर संयंत्र है.
पीएम सूर्यघर योजना से RWA को कैसे मिल रहा फायदा
उत्तर प्रदेश सरकार, केंद्र सरकार की पीएम सूर्यघर योजना को प्रदेश में तेजी से लागू कर रही है. इस योजना के तहत ग्रुप हाउसिंग सोसायटी और RWA अपने कॉमन एरिया की बिजली जरूरतों के लिए 500 किलोवाट तक का सोलर रूफटॉप प्लांट लगवा सकती हैं. इस पर केंद्र सरकार की ओर से ₹18,000 प्रति किलोवाट की दर से सब्सिडी दी जा रही है. योगी सरकार के ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम आरडब्ल्यूए को आवेदन से लेकर संयंत्र स्थापना तक पूरा सहयोग दे रहे हैं, जिससे प्रक्रिया आसान हो गई है.
लागत, सब्सिडी और सीधी बचत का पूरा गणित
इस सोलर परियोजना पर कुल ₹8.10 लाख की लागत आई, जिसमें से ₹2.70 लाख की राशि केंद्र सरकार की ओर से अनुदान के रूप में प्राप्त हुई. संयंत्र चालू होने के बाद से ही अपार्टमेंट के बिजली खर्च में भारी कमी आई है. इससे न सिर्फ निवासियों का आर्थिक बोझ कम हुआ है, बल्कि बचे हुए पैसे का इस्तेमाल सोसायटी की अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में भी किया जा सकता है.
आत्मनिर्भर और स्वच्छ उत्तर प्रदेश की ओर मजबूत कदम
यह पहल योगी सरकार की हरित ऊर्जा, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश और स्वच्छ पर्यावरण की नीति को ज़मीन पर उतारने का एक बेहतरीन उदाहरण है. इससे साफ है कि अगर सामुदायिक स्तर पर सोलर ऊर्जा को अपनाया जाए, तो बिजली की बचत के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण भी संभव है.
अन्य RWA और सोसायटियों के लिए प्रेरणा
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लखनऊ में शुरू हुई यह पहल अब प्रदेश की अन्य RWA और ग्रुप हाउसिंग सोसायटियों के लिए प्रेरणा बन रही है. सरकार ने सभी आरडब्ल्यूए से अपील की है कि वे पीएम सूर्यघर योजना का लाभ उठाकर अपने कॉमन एरिया में सोलर रूफटॉप संयंत्र लगवाएं और स्वच्छ ऊर्जा अभियान का हिस्सा बनें. इससे न सिर्फ बिजली बिल घटेगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण भी सुनिश्चित होगा
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