केंद्र सरकार ने पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब के दर्शन पर लगाई रोक... भड़का सिख संगठन, जानें पूरा मामला?
शनिवार को पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब के दर्शन पर केंद्र सरकार द्वारा रोक लगाने को लेकर सिख संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई है. श्री गुरु सिंह सभा के महासचिव डॉ. कुशल सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बीते 70 सालों से श्रद्धालु ननकाना साहिब जाते रहे हैं. इसको लेकर किसी भी सरकार ने कभी भी आपत्ति नहीं जताई.
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पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब गुरुद्वारा के दर्शन पर रोक लगाने पर सिख समुदाय भड़क उठा है. केंद्र सरकार के फैसले पर श्री गुरु सिंह सभा ने कड़ी आपत्ति जताई है. सिख संगठन का कहना है कि यह अल्पसंख्यकों के मामले में दखल का मामला है. इस मामले पर भारत-पाकिस्तान में बंटवारे के दौरान सहमति बनी थी कि गुरुपर्व और अन्य मौकों पर सिख श्रद्धालु के आने-जाने पर कोई रोक नहीं रहेगी.
ननकाना साहिब के दर्शन रोकने पर भड़का सिख समुदाय
शनिवार को पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब के दर्शन पर रोक लगाने को लेकर सिख संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई है. इसको लेकर श्री गुरु सिंह सभा के महासचिव डॉ. कुशल सिंह ने नाराजगी जताते हुए कहा कि 'बीते 70 सालों से श्रद्धालु ननकाना साहिब जाते रहे हैं. इसको लेकर कभी भी किसी ने भी आपत्ति नहीं जताई, भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति में भी सिखों का जत्था ननकाना साहिब गया, इसके अलावा 1984 में दरबार साहिब में 'ऑपरेशन ब्लू स्टार' के दौरान भी जब भारत-पाकिस्तान की सीमा को सील कर दिया गया था, उसके बावजूद भी सिखों का जत्था वहां दर्शन करने गया था, उस दौरान भी भारत सरकार ने सिखों की यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया था.'
'पाकिस्तान में सिख समुदाय को कोई खतरा नहीं'
डॉ. कुशल सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि 'पाकिस्तान में सिख समुदाय को किसी भी तरह से कोई खतरा नहीं है, जो भी प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. वह सिर्फ राजनीतिक है. बिना सिख संगठनों के सलाह के केंद्र सरकार का एकतरफा फैसला हमें किसी भी तरीके से स्वीकार नहीं है.'
'सरकार का यह आदेश आर्टिकल 25 का उल्लंघन'
उन्होंने यह भी कहा कि 'सरकार का यह आदेश संविधान के आर्टिकल 25 का उल्लंघन है. इस मौके पर हमें श्री गुरुनानक देव के भाईचारे के संदेश को प्रसारित करने की जरूरत है.'
तनाव के बीच करतारपुर कॉरिडोर हुआ बंद
बता दें कि भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी हमले के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए करतारपुर कॉरिडोर को बंद कर दिया गया है. इस फैसले पर सिख संगठनों ने केंद्र सरकार से अपील की है कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर को खोल दिया जाए और ननकाना साहिब समेत पाकिस्तान गुरुद्वारा के दर्शन की अनुमति दी जाए.
22 सितंबर को आयोजित कार्यक्रम में सिख श्रद्धालुओं के जाने की अनुमति
पाकिस्तान से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने शनिवार को भारत सरकार से अपील की है कि वह 22 सितंबर को करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब में गुरुनानक देव जी की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रम के लिए सिख श्रद्धालुओं को आने की अनुमति दें, जो कि अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया था.
पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति ने जाहिर की चिंता
पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के मुख्यालय में हुई 9वीं बैठक में भारत सरकार द्वारा सिख यात्रियों को धार्मिक उद्देश्य से पाकिस्तान जाने की अनुमति देने पर चिंता जाहिर की गई है. इस समिति के अध्यक्ष और पंजाब प्रांत के पहले सिख मंत्री सरदार रमेश सिंह अरोड़ा ने भी कहा है कि पहलगाम हमले के बाद लगाए गए प्रतिबंधों के चलते भारत से सिख श्रद्धालु यात्रा नहीं कर पा रहे हैं.
इस मौके पर कई अन्य लोग रहे मौजूद
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प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डॉ. कुशल सिंह, जस्टिस रंजीत सिंह, गुरतेज सिंह, ताज मुहम्मद, शमशेर कारी, डॉ. प्यारे लाल गर्ग, राजिंदर सिंह, गुरप्रीत सिंह, हमीर सिंह, दीपक शर्मा, मलविंदर सिंह माली और कैप्टेन गुरदीप सिंह गुमनाम मौजूद रहे. सभी के नेतृत्व में यह संयुक्त बयान जारी किया गया.
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