हरियाणा में अब ASI ने की आत्महत्या, दिवंगत IPS वाई पूरन कुमार पर लगाए गंभीर आरोप, सामने आया 4 पन्नों का सुसाइड नोट
बता दें कि हरियाणा में रोहतक के साइबर सेल में तैनात ASI संदीप कुमार ने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया है. उनकी डेडबॉडी लाढौ़त रोड पर खेत में बने मामा के मकान से मिली है. उनकी बॉडी के पास से 4 पन्नों का एक सुसाइड नोट और वीडियो भी मिला है. उन्होंने दिवंगत IPS वाई पूरन कुमार और उनके गनर सुशील कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
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दिवंगत आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हरियाणा के रोहतक में साइबर सेल में तैनात एक ASI ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है. पुलिस को घटनास्थल से 4 पन्नों का सुसाइड नोट और एक वीडियो मैसेज भी मिला है. मृतक ASI ने अपने सुसाइड नोट में दिवंगत आईपीएस अधिकारी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मृतक ASI संदीप कुमार मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले के जुलाना के वार्ड नंबर 4 का रहने वाला था.
ASI संदीप कुमार ने की आत्महत्या
बता दें कि हरियाणा में रोहतक के साइबर सेल में तैनात ASI संदीप कुमार ने खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया है. उनकी डेडबॉडी लाढौ़त रोड पर खेत में बने मामा के मकान से मिली है. उनकी बॉडी के पास से 4 पन्नों का एक सुसाइड नोट और वीडियो भी मिला है. उन्होंने दिवंगत IPS वाई पूरन कुमार और उनके गनर सुशील कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं. सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि करप्शन केस में बदनामी के डर से IAS ने सुसाइड किया है, उसे डर था कि परिवार की राजनीति पर गहरा असर पड़ेगा. हालांकि, अभी तक पुलिस की तरफ से सुसाइड नोट और वीडियो की पुष्टि नहीं की गई है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है.
जींद का रहने वाला था संदीप कुमार
मृतक ASI संदीप कुमार मूल रूप से हरियाणा के जींद जिले के जुलाना के वार्ड नंबर 4 का रहने वाला था. उसने पिछले साल ही रोहतक के साइबर सेल में ड्यूटी ज्वाइन की थी. वह रोहतक के लाढौ़त रोड पर अपने मामा बलवान देशवाल के घर पर रहता था. रविवार को जुलाना आया था.
साथी कर्मचारियों ने कॉल किया
मंगलवार सुबह संदीप जब अपनी ड्यूटी पर नहीं आया, तो साथी कर्मचारियों ने उसे कॉल किया, लेकिन दोपहर करीब 2 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना मिली कि संदीप ने आत्महत्या कर ली है. इसके बाद एसपी सुरेंद्र भौरिया, ASP प्रतीक अग्रवाल, CIA सदर थाने की टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य जुटाने के लिए FSL एक्सपर्ट डॉक्टर सरोज दहिया को भी बुलाया गया.
दिवंगत आईपीएस पर लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
मृतक संदीप कुमार ने अपने सुसाइड नोट में आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा कि 'वह भ्रष्टाचार में लिप्त थे और जातिवाद का सहारा लेकर सिस्टम को हाईजैक कर रहे थे', उसने लिखा कि 'भ्रष्ट सिस्टम' के खिलाफ शहादत दी है. अपने परिवार के खिलाफ निष्पक्ष जांच की मांग की है, खबरों के मुताबिक, ASI किसी जांच टीम का हिस्सा था, जो आईपीएस के गनर सुशील कुमार के मामले से जुड़ा था. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
संदीप कुमार ने सुसाइड नोट में क्या लिखा?
'संदीप कुमार S/O दयानन्द, गांव- जुलाना, जींद से हूं. मैने अपनी जिंदगी में हमेशा सच्चाई का साथ दिया है. मुझे सच्चा और नेक आदमी बहुत पसंद है. मेरे दादाजी और छोटे दादाजी देश के लिए लड़े और सेना में रहे. छोटे दादाजी तो 7 साल बर्मा में देश कि लड़ाई के दौरान कैद में रहे. मेरी रगों में देशभक्ति है. देश और समाज से बड़ा कोई नहीं है. मैं भगत सिंह को अपना आदर्श मानता हूं क्योंकि उन्होंने देश को आजाद करवाने में जगाया है. वह लीजेंड थे. अगर भगत सिंह जैसे ना होते तो देश क्या आजाद होता? वो भाग सकते थे लेकिन नहीं भागे. हमारी नस्लों को प्रेरणा देता है... आज समाज में एक बड़ा मुद्दा है भ्रष्टाचार और जातिवाद.... हमेशा सच्चाई और आदर्श में बाधित करते हैं. हरियाणा में IAS अधिकारी और व्यापक स्तर पर भ्रष्टाचार करते हैं.'
'परंतु BJP कि सरकार में कुछ ईमानदार अफसर थे जिन्होंने काफी हद तक भ्रष्टाचार पर लगाम लगा दी है. जो डीजीपी साहब ईमानदार और निडर व्यक्ति हैं. शुरुआत में बहुत ज्यादा कठिनाईयां आई मुझे माहौल में ढलने में. पर मेरा मन हमेशा सत्य के साथ था और रहेगा. इस नोट में उन्होंने आगे लिखा, 'हम अपराध पर लगाम लगाने में बहुत ज्यादा प्रयास किए और काफी हद तक बहुत से अफसरों का सहयोग मिला और अच्छा मार्गदर्शन मिला. सही के लिए प्रेरित किया, परंतु आईजी पूरन कुमार का तबादला रोहतक रेंज में होते ही उन्होंने भ्रष्ट पुलिसकर्मियों की तैनाती आईजी दफ्तर में कर दी और ईमानदार और कर्मठ कर्मियों का तबादला कर दिया. उन्होंने जातिवाद का जहर हमारे मुलाजिमों में घोला. मुलाजिमों को आईजी दफ्तर में बुलाकर फाइलों के नाम पर डराकर पैसे लिए और बिना शिकायत के लिए रोहतक रेंज से फाइलें मंगाकर उनमें छोटी- मोटी कमियां निकालकर उन्हें मेंटली टॉर्चर किया. एसआईएस सुनील, गनमैन सुशील पैसे ऐंठते थे. महिला पुलिस को ऑफिस में बुलाकर ट्रांसफर के नाम पर परेशान करके यौन शोषण किया गया और सामान्य नागरिकों, व्यापारियों को बुलाकर फिजिकली और मेंटली टॉर्चर किया गया और मोटी रिश्वत ऐंठी गई. अपराध को बढ़ावा ही नहीं दिया बल्कि जुल्म की पराकाष्ठा की गई.'
अपने नोट में उन्होंने कहा, 'कोई आवाज उठाने की कोशिश करता तो कहता कि मेरा बाल भी बांका... घरवाली आईएएस है और साला एमएलए है और पूरी फैमिली एससी आयोग में है. मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा. यहीं से आईजी पूरन कुमार को भ्रष्टाचार करने की ताकत मिलती थी और उन्होंने दबाकर भ्रष्टाचार किया. उच्च अधिकारियों और सीएम की जानकारी में यह बात आने पर उनका ट्रांसफर किया गया. ट्रांसफर के बाद एक व्यापारी, जिसे बदमाशों और गुंडों द्वारा पहले भी धमकी दी गई थी, उसको अपने ऑफिस में बुलाकर बेइज्जत किया और मां-बहन की गालियां दी. उनके (व्यापारी) ऑफिस में जाकर गनमैन सुशील कुमार ने पैसे लिए जिसकी सीसीटीवी फुटेज और वॉयस रिकॉर्डिंग पेश करके जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.'
'ट्रांसफर के बाद एक व्यापारी, जिसे बदमाशों और गुंडों द्वारा पहले भी धमकी दी गई थी, उसको अपने ऑफिस में बुलाकर बेइज्जत किया और मां-बहन की गालियां दी. उनके (व्यापारी) ऑफिस में जाकर गनमैन सुशील कुमार ने पैसे लिए जिसकी सीसीटीवी फुटेज और वॉयस रिकॉर्डिंग पेश करके जिसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. आईजी साहब का केस में नाम आने पर उन्होंने जातिगत आयोग का सहारा और राजनीतिकरण रंग देने के लिए झूठ सुसाइड नोट तैयार करके आत्महत्या की. जिस बारे में केवल गिरफ्तारी से बचने के लिए यह कदम उठाया और आईएएस वाले ईमानदार अफसरों को टारगेट करने का मौका मिल गया. पूरे हरियाणा में जातिगत जहर घोलकर ईमानदार और कर्मठ अधिकारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं.'
अंत में संदीप कुमार ने लिखा, 'यह सच्चाई और ईमानदारी की भ्रष्टाचार से लड़ाई है. इसमें सच्चाई सामने आनी चाहिए. आईएएस पत्नी अपना भ्रष्टाचार उजागर ना हो, संपत्ति की जांच ना हो, यह ढोंग कर रही है. परंतु सच्चाई नहीं हारनी चाहिए. यह हमारे देश और समाज के लिए आगे बढ़ने में बहुत ही जरूरी है. हमारे समाज के काले कव्वै और भ्रष्टाचारी इस लड़ाई को कम करने की कोशिश में हैं. यह भूल गए कि हमारी रगों में देशभक्ति कूट-कूटकर भरी हुई है. मेरे जैसे 100 जानें कुर्बान, लेकिन देश नहीं झुकेगा और सच्चाई की जीत होगी इस सच्चाई और ईमानदारी की लड़ाई में मैं पहले आहुति दे रहा हूं.'
हरियाणा के आईपीएस अधिकारी ने की थी आत्महत्या
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इससे पहले हरियाणा के तेजतर्रार आईपीएस वाई पूरन कुमार ने 7 अक्टूबर 2025 को चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए लिखा था कि उनकी शिकायतों को दबाया जा रहा और लगातार परेशान किया जा रहा है.
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