Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास का बड़ा बयान, YouTube और Google Maps को पछाड़ना लगभग असंभव
अरविंद श्रीनिवास के बयान से यह स्पष्ट है कि गूगल की ताकत और ईकोसिस्टम अभी भी इंटरनेट पर स्टार्टअप्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. जहां कुछ क्षेत्रों में नए खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं, वहीं YouTube और Google Maps जैसी सर्विसेज के खिलाफ लड़ना आसान नहीं है.
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Perplexity CEO: भारतीय मूल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप Perplexity के CEO अरविंद श्रीनिवास ने हाल ही में एक पोस्ट में कहा कि गूगल के ईकोसिस्टम को हराना बहुत मुश्किल है, और कुछ मामलों में लगभग असंभव है. उन्होंने इस चर्चा को फिर से जीवित कर दिया कि इंटरनेट पर गूगल की मोनोपॉली कैसे चुनौती दी जा सकती है. अरविंद ने स्पष्ट किया कि कुछ क्षेत्रों में गूगल को टक्कर दी जा सकती है, लेकिन गूगल के कुछ प्रमुख प्रोडक्ट ऐसे हैं, जिनसे आगे निकल पाना बेहद कठिन है. उन्होंने इसमें विशेष रूप से YouTube और Google Maps का नाम लिया.
YouTube: यूजर्स का कंटेंट बनाता है ताकत
अरविंद श्रीनिवास ने बताया कि YouTube की सबसे बड़ी ताकत यह है कि इसके लिए खुद यूजर्स कंटेंट जनरेट करते हैं. इस प्लेटफॉर्म पर लगभग सभी कैटेगरी और जरूरत के वीडियो उपलब्ध हैं. सिर्फ़ यही नहीं, YouTube का सजेशन सिस्टम भी काफी मजबूत है. यह सिस्टम यूजर्स को उनके काम या उनके इंटरेस्ट के अनुसार वीडियो दिखाता है. इसलिए नए स्टार्टअप्स के लिए YouTube की जगह लेना या इसके यूजर्स को आकर्षित करना मुश्किल है. अरविंद ने कहा कि यह चुनौती “मुश्किल” से भी ज्यादा है, कभी-कभी तो “इंपॉसिबल” भी लगती है.
Google Maps: बड़े यूजरबेस की वजह से चुनौती
गूगल मैप्स का यूजरबेस दुनियाभर में बहुत बड़ा है. इसके जरिए लोग नेविगेशन, शहर की जानकारी, एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) जैसी कई चीजें देख सकते हैं.
इसके अलावा, Google Maps पर यूजर्स फ्यूल सेविंग, लोकेशन शेयरिंग और लाइव लोकेशन जैसी सुविधाओं का भी इस्तेमाल करते हैं. अरविंद ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में सक्रिय यूजर्स और विस्तृत फीचर्स के कारण Google Maps को चुनौती देना आसान नहीं है.
पोस्ट का कंटेंट और रिपोस्ट
अरविंद ने अपनी पोस्ट X प्लेटफॉर्म (पहले Twitter) पर शेयर की. उन्होंने किसी पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए लिखा कि गूगल के ईकोसिस्टम को कोई भी स्टार्टअप पूरी तरह से बीट नहीं कर सकता. उन्होंने यह भी बताया कि बाकी क्षेत्रों में चुनौती संभव है, लेकिन YouTube और Google Maps जैसी सर्विसेज के आगे बढ़ना लगभग असंभव है. उनकी बात से यह साफ है कि गूगल का ईकोसिस्टम इतना मजबूत है कि नए स्टार्टअप्स को यहां तक पहुंचने के लिए बड़े पैमाने पर समय, संसाधन और रणनीति की जरूरत होगी.
अरविंद श्रीनिवास के बयान से यह स्पष्ट है कि गूगल की ताकत और ईकोसिस्टम अभी भी इंटरनेट पर स्टार्टअप्स के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. जहां कुछ क्षेत्रों में नए खिलाड़ी प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं, वहीं YouTube और Google Maps जैसी सर्विसेज के खिलाफ लड़ना आसान नहीं है.
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