Delhi में BJP की जीत के बाद पहली बार Yamuna के तट पर हुई आरती, आखिर क्या है सच्चाई ?
दिल्ली में बीजेपी की जीत का क्या दिखने लगा है असर, मां यमुना के तट पर हुई आरती की क्या है पूरी सच्चाई, आखिर पत्रकार अजीत भारती ने भी बीजेपी को यमुना को लेकर क्या सुझाव दे दिया !

कहते हैं। जिस राज्य में नदी बहती है। उस राज्य के लोग कभी प्यासे नहीं रहते। मगर देश की राजधानी दिल्ली के किस्मत में ये सौभाग्य नहीं है। क्योंकि अंग्रेजों ने यमुना नदी के किनारे राजधानी दिल्ली को भले बसा दिया हो।मगर आज भी उस यमुना का पानी पीने लायक तो छोड़िये। नहाने लायक भी नहीं है।सत्ता आती रहीं। जाती रहीं। लेकिन कोई भी सरकार यमुना जी को साफ नहीं कर पाईं। और अब बीजेपी ने सत्ता में आते ही यमुना जी को साफ करने का वादा किया है। तो वहीं इसी बीच सोशल मीडिया पर एक ऐसी वीडियो वायरल होने लगी जिसे देख कर कहा जा रहा है कि बीजेपी के सत्ता में आने से पहले ही असर दिखने लगा है।
दरअसल मोदी राज में पहली बार बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ राजधानी दिल्ली की सत्ता में आई है।और सत्ता में आते ही जब आठ फरवरी के दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी के मुख्यालय पर विजयी भाषण दिया तो उन्होंने मां यमुना का खास तौर पर जिक्र किया।
27 साल बाद बीजेपी दिल्ली की सत्ता में आई तो पीएम मोदी ने दिल्ली के लोगों से वादा कर दिया कि हमारी सरकार मां यमुना को दिल्ली की पहचान बनाएगी।
दिल्ली में बीजेपी ने अभी तक सरकार का गठन भी नहीं किया है लेकिन मां यमुना की सफाई को लेकर पीएम मोदी ने जो संकल्प लिया है। उनके इस संकल्प का असर जरूर दिखने लगा है। जब मां यमुना के तट पर घंटे घड़ियाल और मंत्रों के साथ आरती की गई।
बदबूदार पानी की वजह से जिस यमुना के पास जाने से लोग कतराते थे। उस यमुना नदी के तट पर आज आरती की जा रही है। जिसे देख कर सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा "आज यमुना जी पर संध्या आरती हो रही है, यकीन मानिए, अगले पांच साल में यमुना के घाट दिल्ली में पर्यटन का केंद्र होंगे, साबरमती पर करके दिखाया है, दिल्ली में भी होकर रहेगा"
दिल्ली बीजेपी के आधिकारिक एक्स हैंडल से भी लिखा गया। "खूबसूरत दृश्य, दिल्ली के कश्मीरी गेट यमुना घाट पर यमुना जी की आरती, मोदी जी के नेतृत्व में जैसे साबरमती नदी साफ हुई वैसे ही अब जल्दी ही यमुना जी भी होगी साफ, ‘विकसित दिल्ली’ का सपना जल्दी ही होगा साकार।
मां यमुना के तट पर आरती की वीडियो जैसे ही वायरल हुई। सोशल मीडिया पर इसी तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगीं। यहां तक कि दिल्ली बीजेपी ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया कि मोदी जी के नेतृत्व में जैसे साबरमती नदी साफ हुई वैसे ही अब जल्दी ही यमुना जी भी होगी साफ, ‘विकसित दिल्ली’ का सपना जल्दी ही होगा साकार। लेकिन आपको बता दें दिल्ली में बीजेपी की जीत के बाद पहली बार यमुना जी के तट पर आरती नहीं हो रही है। ये आरती वासुदेव घाट पर होती है जिसका निर्माण दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना की पहल पर दिल्ली विकास प्राधिकरण ने कराया है और 12 मार्च 2024 को इसका उद्घाटन किया गया था। हफ्ते में दो दिन इसी घाट पर आरती होती है। साल 2015 में तत्कालीन सीएम अरविंद केजरीवाल भी यमुना घाट पर आरती कर चुके हैं। यानि बीजेपी की जीत से पहले से ही यमुना घाट पर आरती होती रही है। लेकिन बीजेपी समर्थकों को ये उम्मीद है कि बीजेपी के आने के बाद हफ्ते में दो दिन होने वाली आरती भविष्य में पूरे सप्ताह चलेगी। तो वहीं पत्रकार अजीत भारती ने बीजेपी को सलाह देते हुए कहा कि "दिल्ली को ले कर एक सुझाव है बीजेपी के लिए, मुख्यमंत्री जो भी बने, शपथग्रहण स्थल यमुना जी के तट पर कीजिए, यमुना माता का जल (और यज्ञोपवीत) हाथ में ले कर राष्ट्र के समक्ष संकल्प लीजिए कि इसका जल स्वच्छ करेंगे और निष्प्राण होती माता को पुनर्जीवित करने के हर संभव उपाय करेंगे, यमुना का विषय केवल दिल्ली का नहीं है, यह विषय नकारे राजनैतिक कथोपकथन का पर्याय बन चुका है, नरेंद्र मोदी से आग्रह है कि दिल्ली को वैश्विक राजधानियों के समकक्ष लाने के लिए हार्ड टास्क मास्टर बनें, यह किया जा सकता है, लंदन की टेम्स स्वच्छ हुई है, तो यमुना जी भी होंगी, स्वच्छ जल के साथ, स्वच्छ हवा भी हमारा अधिकार है, ये दोनों आधारभूत बातें हैं जिसे किसी भी कारण से नकारा नहीं जा सकता, भले ही यह सांकेतिक कार्य होगा, परंतु यह आपको नैतिक, राजनैतिक और धार्मिक रूप से प्रतिबद्ध करेगा"
दिल्ली की सत्ता में आते ही बीजेपी ने भी यमुना नदी को साफ करने का वादा तो कर दिया है। और बीजेपी समर्थकों को उम्मीद भी है कि साबरमती नदी की तरह यमुना नदी भी सरकार साफ कर रहेगी। वैसे आपको क्या लगता है। यमुना नदी पर अजीत भारती के सुझाव पर बीजेपी को अमल करना चाहिए। क्या बीजेपी यमुना नदी को साफ कर पाएगी।