सिर्फ पानी नहीं, इलेक्ट्रोलाइट्स भी ज़रूरी! जानिए बारिश में क्यों फायदेमंद है नींबू और सेंधा नमक का पानी
मानसून के दौरान वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे पसीना evaporate नहीं हो पाता और हमें उतना महसूस नहीं होता. हालांकि, शरीर लगातार पानी और ज़रूरी इलेक्ट्रोलाइट्स खोता रहता है. डिहाइड्रेशन से सिरदर्द, सुस्ती, मांसपेशियों में ऐंठन और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए, केवल पानी पीना ही काफी नहीं, बल्कि इलेक्ट्रोलाइट्स को भी संतुलित रखना ज़रूरी है.

बारिश का मौसम भले ही गर्मी से राहत दिलाता हो, लेकिन इस दौरान नमी और तापमान में बदलाव के कारण शरीर में पानी की कमी का खतरा बना रहता है. पसीना आना कम हो सकता है, लेकिन शरीर से इलेक्ट्रोलाइट्स का नुकसान जारी रहता है, जिससे थकान, कमज़ोरी और कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में, खुद को हाइड्रेटेड और ऊर्जावान रखने के लिए नींबू पानी में चुटकी भर सेंधा नमक मिलाकर पीना एक बेहद प्रभावी और प्राकृतिक तरीका है. यह सिर्फ एक स्वादिष्ट पेय नहीं, बल्कि गुणों से भरपूर एक हेल्थ ड्रिंक है.
क्यों ज़रूरी है बारिश में हाइड्रेशन?
मानसून के दौरान वातावरण में नमी बढ़ जाती है, जिससे पसीना evaporate नहीं हो पाता और हमें उतना महसूस नहीं होता. हालांकि, शरीर लगातार पानी और ज़रूरी इलेक्ट्रोलाइट्स खोता रहता है. डिहाइड्रेशन से सिरदर्द, सुस्ती, मांसपेशियों में ऐंठन और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए, केवल पानी पीना ही काफी नहीं, बल्कि इलेक्ट्रोलाइट्स को भी संतुलित रखना ज़रूरी है.
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा बताती हैं कि बारिश के मौसम में प्यास नहीं लगती तो इसका मतलब यह नहीं कि शरीर को पानी की जरूरत नहीं है. उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया, जिसमें बताया, “नमी और ठंडक के कारण पसीना जल्दी नहीं सूखता, जिससे दिमाग को प्यास का एहसास कम होता है. फिर भी, शरीर से पानी और जरूरी मिनरल्स निकलते रहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप थकान, सुस्ती, भूख की अधिक इच्छा या कब्ज जैसी समस्याएं हो सकती हैं.”
पूजा मखीजा ने बताया, “हाइड्रेशन का मतलब सिर्फ प्यास बुझाना नहीं, बल्कि शरीर को सुचारु रूप से कार्य करने के लिए पर्याप्त पानी और पोषक तत्व प्रदान करना है. मानसून में बारिश और नमी के कारण हमारा दिमाग गलत संकेत लेता है और सोचता है कि शरीर को पानी की जरूरत नहीं है. लेकिन, वास्तव में शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की हानि होती रहती है, जो स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है. ठंडा और नम मौसम प्यास के संकेतों को दबा देता है, जिससे हम पानी पीना भूल जाते हैं."
इन समस्याओं से बचने के लिए एक्सपर्ट सलाह देती हैं कि पानी में नींबू और चुटकी भर सेंधा नमक मिलाकर पीना चाहिए. यह मिश्रण सादे पानी की तुलना में शरीर को बेहतर हाइड्रेट करता है, क्योंकि नींबू विटामिन-सी और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रदान करता है, जबकि सेंधा नमक इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करता है. यह शरीर में पानी के अवशोषण को बढ़ाता है और डिहाइड्रेशन से बचाता है. साथ ही वह सुझाव देती हैं कि पानी की बोतल हमेशा अपने पास रखें, ताकि पीने की याद बनी रहे.
इसके अलावा, पूजा ने यह भी बताया कि पानी पीने की आदत को रोजमर्रा की गतिविधियों से जोड़ा जा सकता है, जैसे सोशल मीडिया खोलते समय दो घूंट पानी पीना. यह छोटी-छोटी आदतें मानसून में हाइड्रेशन बनाए रखने में मदद कर सकती हैं.
बनाने की विधि
एक गिलास गुनगुने या सामान्य पानी में आधे नींबू का रस निचोड़ें और एक चुटकी (लगभग 1/4 चम्मच) सेंधा नमक मिला लें. आप स्वाद के लिए थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं.
बारिश का मौसम भले ही सुहाना लगे, लेकिन शरीर की ज़रूरतों को समझना बहुत ज़रूरी है. नींबू और सेंधा नमक का यह साधारण-सा मिश्रण आपकी डाइट में एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है. यह आपको न केवल हाइड्रेटेड रखेगा, बल्कि आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करेगा, जिससे आप इस मौसम का पूरा आनंद ले सकेंगे और स्वस्थ व ऊर्जावान बने रहेंगे. तो इस मानसून, अपने रोज़मर्रा के पानी में एक ट्विस्ट दें और इस प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक का लाभ उठाएं.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और जागरूकता के उद्देश्य से है. प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. इसलिए, इन टिप्स को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.