सुबह उठते ही भूलकर भी न करें ये गलतियां, वरना सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर
कई लोग सुबह उठते ही काम की चिंता में पड़ जाते हैं. आयुर्वेद के अनुसार, सुबह का समय सूर्योदय काल का है, जब मन और मस्तिष्क सबसे शांत रहते हैं. इसी समय नकारात्मक सोच या तनाव में डूबना हमारी मानसिक ऊर्जा को कम करता है.
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सुबह की अच्छी शुरुआत हमें पूरे दिन के लिए ऊर्जा और ताजगी देती है, इसलिए आयुर्वेद और विज्ञान दोनों का कहना है कि सुबह उठते ही सही आदतें अपनाना बहुत जरूरी है. बहुत से लोग सुबह उठते ही सीधे चाय या कॉफी पी लेते हैं, नाश्ता छोड़ देते हैं, या मोबाइल में बिजी हो जाते हैं. लेकिन, ये आदतें धीरे-धीरे सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं.
सुबह तनाव लेना हानिकारक
कई लोग सुबह उठते ही काम की चिंता में पड़ जाते हैं. आयुर्वेद के अनुसार, सुबह का समय सूर्योदय काल का है, जब मन और मस्तिष्क सबसे शांत रहते हैं. इसी समय नकारात्मक सोच या तनाव में डूबना हमारी मानसिक ऊर्जा को कम करता है. विज्ञान भी कहता है कि लगातार सुबह तनाव लेना हार्मोन को असंतुलित कर सकता है, जिससे नींद और पाचन पर असर पड़ता है इसलिए अगले दिन की तैयारी रात में कर लेना सुबह को तनाव-मुक्त बनाता है.
सुबह का नाश्ता छोड़ना हानिकारक
बहुत से लोग देर से उठते हैं और नाश्ता छोड़कर सीधे ऑफिस या स्कूल चले जाते हैं.आयुर्वेद के अनुसार, नाश्ता शरीर की अग्नि यानी पाचन शक्ति को जगा देता है और शरीर को दिन भर के लिए ऊर्जा प्रदान करता है. विज्ञान भी कहता है कि नाश्ता छोड़ने से शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और यह मोटापा, कमजोरी और ब्लड शुगर की समस्याएं पैदा कर सकता है. इसलिए सुबह में हल्का और पोषक नाश्ता, जैसे दलिया, दही, फल और हल्का प्रोटीन लेना बहुत जरूरी है.
सुबह उठते ही मोबाइल या टीवी देखना हानिकारक
सुबह उठते ही मोबाइल या टीवी पर ध्यान लगाना. आयुर्वेद में इस आदत को मन को अशांत करने वाला बताया गया है. विज्ञान कहता है कि सूरज की रोशनी और ताजगी के समय स्क्रीन के सामने बैठना आंखों और मस्तिष्क के लिए हानिकारक है. इसलिए उठते ही थोड़ी देर मेडिटेशन, ध्यान, या किताब पढ़ना दिमाग को शांत करता है और नई चीजें सीखने में मदद करता है.
वजन उठाना या तेज दौड़ लगाना हानिकारक
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बिना वार्म-अप के व्यायाम करना भी गलत है. कई लोग सोचते हैं कि सुबह जल्दी उठकर भारी वजन उठाना या तेज दौड़ लगाना अच्छा है. आयुर्वेद में यह मांसपेशियों और हड्डियों को नुकसान पहुंचाने वाला माना गया है. विज्ञान भी मानता है कि नींद के दौरान मांसपेशियां थोड़ी अकड़ जाती हैं, इसलिए धीरे-धीरे स्ट्रेचिंग, हल्की योग और वार्म-अप करना जरूरी है. इसके बाद ही आप कार्डियो या अन्य व्यायाम शुरू करें, ताकि शरीर को चोट न लगे और ऊर्जा बढ़े.
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