पूरे होश में कराई हार्ट सर्जरी! सुष्मिता सेन ने बताई चौंकाने वाली वजह
सुष्मिता सेन की कहानी बताती है कि ज़िंदगी मुश्किल समय में हमें परखती है. हार्ट अटैक जैसे खतरनाक पल से निकलकर उन्होंने खुद को और मजबूत पाया.
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फरवरी 2023 में जब जयपुर में वेब सीरीज़ ‘आर्या’ सीज़न 3 की शूटिंग चल रही थी, तभी सुष्मिता सेन को अचानक हार्ट अटैक आ गया. डॉक्टरों ने बताया कि उनकी दिल की नस में 95% ब्लॉकेज था, जिस वजह से तुरंत एंजियोप्लास्टी करनी पड़ी. सबसे हैरानी की बात यह थी कि सर्जरी के दौरान सुष्मिता पूरी तरह होश में थीं। उन्होंने एनेस्थीसिया (बेहोशी की दवा) लेने से साफ मना कर दिया था. इतनी बड़ी सर्जरी होने के बाद सिर्फ 15 दिन में वे दोबारा शूटिंग पर लौट आईं. अब उन्होंने बताया है कि आखिर उन्होंने इतनी हिम्मत क्यों दिखाई और सर्जरी के दौरान जागते रहने का फैसला क्यों लिया.
हार्ट अटैक का अनुभव - “ज़िंदगी के दूसरे छोर को महसूस किया”
एक पॉडकास्ट में दिव्या जैन से बातचीत करते हुए सुष्मिता ने अपने दिल के दौरे के बारे में खुलकर बात की।उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक के वक्त जब आप होश में होते हैं, तो आपको महसूस होता है कि आप ज़िंदगी और मौत के कितने करीब खड़े थे. उन्हें लगा कि वे बस एक कदम दूर थीं। लेकिन जैसे ही वह उस खतरनाक पल से निकल आईं, उन्हें एहसास हुआ कि ज़िंदगी कितनी कीमती है और अभी उन्हें बहुत कुछ करना है. सुष्मिता ने बताया कि वे एक माँ हैं, दो बेटियों की जिम्मेदारी है, एक्ट्रेस हैं, एक ब्रांड हैं और बहुत सारी चीजें संभालती हैं। इन सबके बीच वह हमेशा आगे बढ़ना ही जानती हैं। उन्होंने कहा“अगर मैं हार्ट अटैक से बच नहीं पाती, तो कहानी यहीं खत्म हो जाती। लेकिन जब मैं बच गई, तो बेकार बैठकर उस पल पर सोचते रहने का कोई फायदा नहीं था।”
पूरी सर्जरी के दौरान होश में रहने का फैसला क्यों किया?
सुष्मिता ने बताया कि उन्होंने डॉक्टरों से साफ कहा कि वे बेहोश नहीं रहना चाहती. उनके अंदर एक तरह की कंट्रोल रखने वाली आदत है। उन्हें लगता है कि अगर वे बेहोश रहकर ऑपरेशन करवातीं, तो शायद वे दोबारा आंख न खोल पातीं. उन्होंने कहा- “मेरे पास दो रास्ते थे या तो डरकर बेहोश होना, या फिर हिम्मत दिखाकर जागते रहना। मैंने जागकर ऑपरेशन करवाने का फैसला किया.” सर्जरी के दौरान वे डॉक्टरों से बातें करती रहीं, उनसे जल्दी काम करने को कहती रहीं. उन्हें जल्दी सेट पर वापस जाना था, क्योंकि पूरी टीम उनकी इंतज़ार कर रही थी.
टीम की जिम्मेदारी ने बढ़ाई हिम्मत
सुष्मिता ने बताया कि एक शो की लीड एक्ट्रेस होना सिर्फ एक्टिंग का काम नहीं है. यह 500 से भी ज्यादा लोगों की जिम्मेदारी उठाने जैसा होता है। वे सब आपकी वजह से काम करते हैं, उनकी रोज़ की कमाई भी शूटिंग पर निर्भर होती है. हार्ट अटैक के बाद उनकी टीम बहुत चिंतित थी, लेकिन सुष्मिता को इस बात की चिंता थी कि शूटिंग रुकने से क्रू का काम बंद न हो जाए।इसी जिम्मेदारी ने उन्हें जल्दी ठीक होने और फिर से शूट पर लौटने का हौसला दिया. उन्होंने कहा कि उन्हें आर्या की टीम से दोबारा जुड़ने में 15 दिन लगे, लेकिन आखिरकार उन्हें शूट पर लौटने की परमिशन मिल गई.
सुष्मिता सेन की कहानी बताती है कि ज़िंदगी मुश्किल समय में हमें परखती है. हार्ट अटैक जैसे खतरनाक पल से निकलकर उन्होंने खुद को और मजबूत पाया।सर्जरी के दौरान जागकर रहना, खुद को संभालना, और फिर जल्दी से काम पर लौट आना ये सब उनकी हिम्मत और जिम्मेदारी का सबूत है.
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