Neem Karoli Baba: घर बैठे करें नीम करोली बाबा को प्रसन्न, जानें बाबा की पूजा अर्चना की विधि और मंत्र
उत्तराखंड में कैंची धाम जहां नीम करोली बाबा विराजमान हैं उसकी बड़ी मान्यता है. लोग यहां दूर-दूर से पूजा-अर्चना करने पहुंचते है. लेकिन अगर आप यहां नहीं आ पा रहे तो जानिए कैसे आप घर बैठे नीम करोली बाबा की पूजा अर्चना कर सकते हैं.

उत्तराखंड स्थित कैंची धाम की बड़ी मान्यता है. यहां विराजमान करोली बाबा के दर्शन के लिए भक्त देश-विदेश से पहुंचते हैं. बाबा की कृपा पाने की इच्छा के कारण यहां 12 के 12 महीने भक्तों का तांता लगा रहता है. नीम करोली बाबा को भक्त भगवान हनुमान का अवतार मानते हैं. हर साल 15 जून को कैंची धाम के स्थापना दिवस पर नीम करोली बाबा का भंडारा आयोजित किया जाता है. यह एक विशाल भंडारा होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होते हैं और बाबा का प्रसाद ग्रहण करते हैं. अगर आप किसी कारण कैंची धाम नहीं जा पा रहे हैं, तो घर पर नीम करोली बाबा की पूजा कर उन्हें प्रसन्न कर सकते है. तो चलिए आपको बताते है कि बाबा की घर बैठे पूजा कैसे करें, जिससे आप महाराज जी की कृपा प्राप्त कर सकें.
ऐसे करें नीम करोली बाबा की पूजा…
आप घर पर ही नीम करोली बाबा की पूजा कर उन्हें प्रसन्न कर सकते हैं. इसके लिए आप रोजाना सुबह स्नान के बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें. ऐसा माना जाता है कि नीम करोली बाबा हनुमान जी के परम भक्त थे, इसलिए हनुमान चालीसा का पाठ करने से बाबा का आशीर्वाद प्राप्त होता है. इसके अलावा, आप घर में बाबा की तस्वीर या मूर्ति भी स्थापित कर सकते हैं और सच्चे मन से उनका ध्यान कर सकते हैं. आप नीम करोली बाबा के मंत्रों और विनय चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं.
ये है बाबा को प्रसन्न करने का तरीका
- सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और फिर नीम करोली बाबा का स्मरण करें.
- अपने घर में किसी पवित्र जगह पर नीम करोली बाबा की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें.
- नीम करोली बाबा की तस्वीर या मूर्ति के सामने सच्चे मन से बाबा का ध्यान करें.
- इसके बाद नीम करोली बाबा के सामने दीपक, धूप या फिर अगरबत्ती जलाएं.
- नीम करोली बाबा की चालीसा या उनके मंत्रों का विधिपूर्वक पाठ करें.
- बाबा के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करें. इससे बाबा का आशीर्वाद मिलता है.
- नीम करोली बाबा को मालपुआ या सेब का प्रसाद चढ़ाएं. इससे बाबा प्रसन्न होते हैं.
- पूजा के दौरान नीम करोली बाबा का नाम स्मरण करते रहें.