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इस्कॉन को मिटाने पर अड़े बांग्लादेश को हिंदू शेर ने दिखाई औक़ात

बांग्लादेश में इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को जेल में डाल दिया गया, जिसे देख यूनुस सरकार पर भड़के मोदी के शेर ने बांग्लादेश की औक़ात भी दिखा दी। ऐसे में सवाल उठने लगें है। अब क्या समय आ गया है पवन की आंधी में बांग्लादेश को सबक़ सिखाने का ग़द्दारी का बदला अब जाकर क्या बांग्लादेश से लिया जाएगा ? बांग्लादेश की कट्टरपंथी ताक़तों का अंत अब क्या निकट है ? .देखिये इस पर हमारी ये ख़ास रिपोर्ट।
इस्कॉन को मिटाने पर अड़े बांग्लादेश को हिंदू शेर ने दिखाई औक़ात

इन दिनों बांग्लादेश के जो हालात है, उसे देखकर आप भी यही कहेंगे, विनाश काले विपरीत बुद्धि' मतलब जब विनाश होना होता है, तो बुद्धि भी भ्रष्ट हो जाती है। मुल्क में शेख़ हसीना के तख्तापलट से अगर किसी को सबसे ज़्यादा नुक़सान हुआ, तो वो वहाँ के हिंदू हैं। जिनके साथ मारकाट भी मचाई गई, उनके घर-दुकाने लूटीं गई। महिलाओं को बेआबरू किया गया। मतलब ये कि सड़कों पर इंसानियत, कानून और शर्म की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। अब जब सत्ता की चाबी प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस के हाथों में है, तो इस्कॉन को बदनाम किया जा रहा है। हाल ही में इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास को जेल में डाल दिया गया,  जिसे देख यूनुस सरकार पर भड़के मोदी के शेर ने बांग्लादेश की औक़ात भी दिखा दी ऐसे में सवाल उठने लगें है। अब क्या समय आ गया है पवन की आंधी में बांग्लादेश को सबक़ सिखाने का ग़द्दारी का बदला अब जाकर क्या बांग्लादेश से लिया जाएगा ? बांग्लादेश की कट्टरपंथी ताक़तों का अंत अब क्या निकट है ? देखिये इस पर हमारी ये ख़ास रिपोर्ट।  

इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास , इस नाम से पूरी दुनिया इसलिए परिचित है क्योंकि युनूस सरकार में चिन्मय कृष्ण दास डे वन से हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ आवाज़ उठा रहे हैं। उनकी इसी आवाज़ को जब दबाने की कोशिश की गई, तो राष्ट्र द्रोह का मुक़दमा दर्ज करवाकर सलाख़ों के पीछे डाल दिया। जबरन राष्ट्रीय झंडे के अपमान का आरोप लगाया गया। जबकि इस्कॉन से लेकर चिन्मय दास के वकीलों ने मीडिया में दावा किया है कि उन्हें आधारहीन और षड्यंत्रकारी मामलों में गिरफ्तार किया गया है। इस पूरी पिक्चर को समझने के लिए आज आप ये जान लें कि .कुछ दिनों पहले ख़ुद युनूस सरकार के मंत्रियों ने इस्कॉन को आतंकी संगठन बताया था। इस्कॉन के ख़िलाफ़ वहाँ की कट्टरपंथी ताक़तों ने जहर उगला था। जमात-ए-इस्लामी जैसे संगठनों ने इस्कॉन को धार्मिक कट्टरपंथी संगठन बताया था..यहाँ तक मुल्क में इस्कॉन पर बैन लगाने की माँग कोर्ट तक पहुँच चुकी है लेकिन क्या आप जानते हैं, इस्कॉन तो सिर्फ़ एक बहाना है, असली मक़सद मुल्क से हिंदुओं को मिटाना है। हिंदुओं के प्रति बांग्लादेश सरकार के इसी रवैया को देखकर भाजपा नेता पवन कल्याण का ग़ुस्सा सातवें आसमान पर है। वैसे तो भारत सरकार हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर बांग्लादेश से जवाब माँग रही है लेकिन सनातन के सिंघम ने जिस तरीक़े से बांग्लादेश की औक़ात दिखाई है, उसके बाद से यही लग रहा है कि अब कुछ बड़ा होने वाला है। दरअसल पवन कल्याण ने मोहम्मद यूनुस को ये याद दिलाया कि बांग्लादेश कैसे बना था बक़ायदा ट्वीट करते हुए ये कहा "बांग्लादेश के निर्माण में भारतीय सेना का खून बहा, हमारे संसाधन खर्च हुए, हमारे सेना के जवानों की जान गई।जिस तरह से हमारे हिंदू भाइयों और बहनों को निशाना बनाया जा रहा है, उससे हम बहुत परेशान हैं।आइए, हम सब मिलकर बांग्लादेश पुलिस द्वारा इस्कॉन के पुजारी ‘चिन्मय कृष्ण दास’ को हिरासत में लिये जाने की घटना की निंदा करें।"


पूर्वी पाकिस्तान को बांग्लादेश बनाने में भारतीय जवानों की क़ुर्बानी किसी से छिपी नहीं है और ना ही ये छिपा है कि मुल्क की 22 फ़ीसदी हिंदू आबादी आज 8 फ़ीसदी पर आ गई है। बंगाली हिंदुओं के ख़िलाफ़ अत्याचार दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में क्या अब बांग्लादेश को सबक़ सिखाने का समय आ चुका है। ट्रंप -मोदी की जोड़ी क्या बांग्लादेश की अकल ठिकाने लगा पाने में सफल हो पाएगी।

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