पाहलगाम त्रासदी पर LIC का बड़ा फैसला,पीड़ितों के लिए आसान बनाया क्लेम प्रोसेस

Pahalgam Tragedy: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में हुए एक आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. इस हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई, जिससे पीड़ित परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। इस दुखद समय में भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) ने न सिर्फ गहरा शोक व्यक्त किया, बल्कि प्रभावित परिवारों की मदद के लिए एक खास और त्वरित बीमा दावा निपटान सुविधा भी शुरू की है. LIC का उद्देश्य है कि इस मुश्किल समय में पीड़ित परिवारों को जल्दी और सरल तरीके से आर्थिक मदद मिल सके.
LIC का संवेदना भरा कदम – दावा प्रक्रिया होगी आसान
LIC ने कहा है कि वह पहलगाम त्रासदी से प्रभावित परिवारों तक जल्दी से जल्दी सहायता पहुंचाना चाहती है. इसलिए, कंपनी ने बीमा दावे की प्रक्रिया को बेहद सरल बना दिया है.आमतौर पर बीमा दावा के लिए मृत्यु प्रमाण पत्र देना जरूरी होता है, लेकिन इस विशेष स्थिति को देखते हुए LIC ने यह नियम शिथिल कर दिया है. अब अगर किसी पीड़ित के परिवार के पास सरकार द्वारा जारी मृत्यु की पुष्टि या मुआवजे का प्रमाण है, तो उसे भी बीमा दावा के लिए मान्य माना जाएगा. इसका मतलब है कि कागजी कार्यवाही में देरी नहीं होगी और पीड़ित परिवार जल्दी आर्थिक राहत पा सकेंगे.
स्पेशल हेल्प डेस्क और कॉल सेंटर की सुविधा
LIC ने देशभर की अपनी शाखाओं और डिवीजनल ऑफिसों में विशेष हेल्प डेस्क बनाए हैं जहाँ पीड़ित परिवार जाकर मदद ले सकते हैं. इसके अलावा, LIC ने एक खास कॉल सेंटर नंबर – 022-68276827 भी जारी किया है. इस नंबर पर कॉल करके कोई भी व्यक्ति बीमा दावा, ज़रूरी दस्तावेज़ या अन्य जानकारी के बारे में सहायता ले सकता है. इससे यह सुनिश्चित किया गया है कि दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले परिवारों को भी किसी परेशानी का सामना न करना पड़े.
LIC की संवेदनशीलता और जिम्मेदारी
LIC के चेयरमैन सिद्धार्थ मोहनती ने कहा कि कंपनी अपने ग्राहकों के साथ हर परिस्थिति में खड़ी है. उन्होंने बताया कि LIC की पूरी टीम यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि जो भी परिवार इस त्रासदी से प्रभावित हुए हैं, उन्हें बिना किसी देरी के बीमा का लाभ मिल सके. LIC का यह कदम ना सिर्फ एक संस्थान की जिम्मेदारी को दिखाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मुश्किल समय में एक सार्वजनिक कंपनी कैसे लोगों के दुख में भागीदार बन सकती है.
एक जिम्मेदार पहल
LIC का यह कदम पहलगाम त्रासदी में प्रभावित हुए परिवारों के लिए एक बड़ी राहत बन सकता है. कागजी औपचारिकताओं को आसान बनाकर और स्पेशल हेल्प डेस्क जैसी सुविधाएं शुरू करके LIC ने दिखा दिया है कि वह केवल एक बीमा कंपनी नहीं, बल्कि संकट के समय में भरोसे का नाम है। उम्मीद की जा रही है कि इस पहल से कई परिवारों को जल्द आर्थिक सहायता मिल पाएगी और उन्हें अपने जीवन को दोबारा पटरी पर लाने में मदद मिलेगी.