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क्या ट्रंप का यह फैसला बदल सकता है मेड इन इंडिया आईफोन का भविष्य? जानें क्या हैं पूरा मामला

Donald Trump: एक नए ट्रेड नीति और अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव के चलते यह स्थिति बनी है, जो भारतीय उत्पादकों के लिए एक नई चुनौती पेश करती है।

25 Feb, 2025
( Updated: 08 Dec, 2025
07:50 PM )
क्या ट्रंप का यह फैसला बदल सकता है मेड इन इंडिया आईफोन का भविष्य? जानें क्या हैं पूरा मामला
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Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप के एक फैसले का असर भारत में निर्मित आईफोन पर पड़ सकता है। ट्रंप ने अपने शासन के दौरान कुछ ऐसे आर्थिक फैसले लिए थे, जिनका प्रभाव अब भी देखने को मिल रहा है। एक नए ट्रेड नीति और अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव के चलते यह स्थिति बनी है, जो भारतीय उत्पादकों के लिए एक नई चुनौती पेश करती है।

अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता व्यापारिक तनाव

ट्रंप प्रशासन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक युद्ध तेज हो गया था। ट्रंप ने कई चीनी उत्पादों पर टैक्स (टैरिफ) बढ़ा दिया था और चीन से अमेरिकी कंपनियों को अपना उत्पादन अन्य देशों में स्थानांतरित करने का दबाव डाला था। इससे कई अमेरिकी कंपनियां, जैसे कि एप्पल, अपने उत्पादों का उत्पादन चीन से हटाकर अन्य देशों में शिफ्ट करने की सोच रही थीं। भारत में आईफोन के उत्पादन का सिलसिला पहले से ही चल रहा था, लेकिन ट्रम्प के व्यापारिक फैसले ने इसे और भी तेज कर दिया। 

भारत में आईफोन का उत्पादन और उसकी वृद्धि

भारत में एप्पल ने अपने उत्पादन केंद्र स्थापित किए हैं और यह कंपनी भारत में आईफोन के कुछ मॉडल्स का निर्माण कर रही है। भारत सरकार की "मेक इन इंडिया" योजना और टैक्स छूट जैसी पहलें भी एप्पल को आकर्षित करने में सफल रही हैं। एप्पल ने वुडलैंड और फॉक्सकॉन जैसी कंपनियों के साथ मिलकर भारत में आईफोन का उत्पादन बढ़ाया है। इस पहल से न केवल भारत में रोजगार के अवसर बढ़े हैं, बल्कि आईफोन की कीमतों में भी गिरावट आई है, जो भारतीय बाजार में इसकी बिक्री को बढ़ा रही है।  

ट्रंप का फैसले और मेड इन इंडिया आईफोन पर असर

हालांकि, ट्रंप के फैसले का भारत में निर्मित आईफोन पर असर पड़ सकता है। क्योंकि उन्होंने चीन से बाहर शिफ्ट होने वाली कंपनियों के लिए कई आर्थिक प्रोत्साहन योजनाएं शुरू की थीं। ऐसे में अगर अमेरिका में एप्पल को चीन से बाहर जाकर उत्पादन करना है, तो इसका सीधा असर भारत की आईफोन उत्पादन क्षमता पर पड़ेगा। भारतीय कंपनियां अमेरिकी कंपनियों के साथ साझेदारी करके अमेरिकी बाजार में प्रवेश कर सकती हैं, लेकिन चीन और भारत के बीच कच्चे माल के आयात और निर्यात को लेकर कुछ चुनौतियां आ सकती हैं।

क्या भारत को इसका फायदा होगा?

भारत में मेड इन इंडिया आईफोन पर ट्रंप के फैसले का एक सकारात्मक पहलू भी हो सकता है। अगर अमेरिकी कंपनियां चीन के बजाय भारत में अपना उत्पादन बढ़ाती हैं, तो इससे भारत को नौकरी के नए अवसर और टेक्नोलॉजी का बेहतर इस्तेमाल मिल सकता है। इसके अलावा, भारत में आईफोन उत्पादन बढ़ने से आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। भारत का आधिकारिक टैक्स ढांचा और मेक इन इंडिया पहल भी विदेशी कंपनियों को आकर्षित कर सकती है, जिससे भारत की व्यापारिक स्थिति मजबूत हो सकती है।

डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का भारतीय आईफोन उत्पादन पर मिश्रित असर हो सकता है। जबकि कुछ नकारात्मक असर हो सकता है, वहीं यह भारत के लिए एक अवसर भी बन सकता है, जहां अधिक अमेरिकी कंपनियों को भारतीय बाजार में निवेश करने का मौका मिल सकता है। यदि भारत अपनी उद्योग नीति और मेक इन इंडिया को सही तरीके से लागू करता है, तो यह भविष्य में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

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